100 साल के इतिहास में सर्व प्रथम रजतचंद्र विजयजी का चातुर्मास

भव्यतिभव्य प्रवेश 9 जुलाई को

दीपक जैन


महाड़
:- प्राकर्तिक सौंदर्य से युक्त कोंकण का हराभरा क्षेत्र महाड़ नगर में 100 साल के इतिहास में सर्वप्रथम बार गुरु भगवंतों का चातुर्मास होने से लोगो मे जबरदस्त उत्साह का माहौल हैं।

श्री वासुपूज्य स्वामी मंदिर के सानिध्य में व सकल जैन श्री संघ के तत्वावधान में  परोपकार सम्राट,परम पूज्य गच्छाधिपति, राष्ट्रसंत, मोहनखेड़ा तीर्थ विकास प्रेरक आचार्य श्री ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती सुशिष्य रत्न प्रखर प्रवचनकर मुनिराज श्री रजतचंद्र विजयजी म.सा. आदि ठाणा 2 का चातुर्मास हो रहा है।भव्यतिभव्य चातुर्मास प्रवेश आषाढ सुदि १०, शनिवार, 09 जुलाई 2022 सुबह 9 बजे गुरु भक्तो व गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में संपन्न होगा।

रजतचंद्र विजयजी ने बताया कि नित्य प्रवचन, वंदनावली, भावयात्रा,संवेदना, सामुहिक प्रतिक्रमण, सामूहिक स्नात्र, सामूहिक पौषध, सामूहिक नवकार मंत्र की आराधना,  उवसग्गहरं तप, सामूहिक ध्यान , सामूहिक आयंबित , श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान के सामुहिक अम तप की आराधना, अट्ठाई, मासक्षमण , पर्वाधिराज पर्व पर्युषण सह सामूहिक क्षमापना का भव्यातिभव्य आयोजन,आसोज सुदि ओली आराधना, दीपावली आराधना, विविध फूलों का आयोजन तथा  विशेष ॐ ह्रीं अहँ के 4 महीने लगातार सामूहिक जाप इस अध्यात्मिक चातुर्मास के आकर्षण का केंद्र होंगे।

प्रवेश के दिन संगीत की रमझट भिवंडी के संगीतकार महेंद्र जैन जमायेंगे व पारस चेनल पर प्रवेश का सीधा प्रसारण होगा।चातुर्मास स्थल महावीर भवन,महाड़ हैं।




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