पश्चिम मध्य रेलवे कर रहा 16 प्लांटों से 62 लाख लीटर से अधिक अपशिष्ट पानी का रिसाइकिल

जबलपुर में तीनों डब्लूआरपी (वॉटर रिसाइकिल प्लांट), एसटीपी (सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट) एवं ईटीपी (एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) से रिसाइकिल हो रहा


जबलपुर 26 जुलाई :
- पश्चिम मध्य रेल जल सरंक्षण से पर्यावरण सरंक्षण को बढ़ावा दिया जा रहा है। पमरे महाप्रबंधक श्री सुधीर कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में प्रमुख मुख्य अभियन्ता के नेतृत्व में मण्डलों के वरिष्ठ अधिकारी एवं इंजीनिरिंग विभाग द्वारा पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मण्डलों जबलपुर, भोपाल एवं कोटा में प्रमुख स्टेशनों पर 07 डब्लूआरपी (वॉटर रिसाइकिल प्लांट), 08 एसटीपी (सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट) एवं  01 ईटीपी (एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) सहित कुल 16 प्लांटों में 62 लाख लीटर से अधिक उपयोग किये गए पानी को पुनः रिसाइकिल कर उपयोग किया जा रहा है। इस प्लांट के रिसाइकल्ड पानी का उपयोग वाशिंग पिट लाइनों पर कोचों की धुलाई और स्टशनों एवं कार्यालयों के बगीचे की बागवानी के लिए किया जा रहा है।

ब्लूआरपी (वॉटर रिसाइकिल प्लांट):- तीनों मण्डलों के जबलपुर, कटनी, सतना एवं इटारसी में 600 केएलडी क्षमता के वॉटर रिसाइकिल प्लांट और भोपाल एवं कोटा में 1000 केएलडी क्षमता के वॉटर रिसाइकिल प्लांट तथा सवाईमाधोपुर में 300 केएलडी क्षमता के वॉटर रिसाइकिल प्लांट से कुल 4700 केएलडी  यानि 47 लाख लीटर पानी को रिसाइक्लिंग किया जा रहा है।

एसटीपी (सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट):- तीनों मण्डलों के जबलपुर में 600 केएलडी क्षमता के सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट, सागर एवं रानी कमलापति में 300 केएलडी क्षमता के सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट, मैहर एवं कोटा में 100 केएलडी क्षमता के सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट और सवाईमाधोपुर में 20 केएलडी क्षमता के सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट, रामगंजमण्डी में 10 केएलडी क्षमता के सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट तथा बूंदी में 05 केएलडी क्षमता के सिवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट से कुल 1435 केएलडी यानी 14 लाख लीटर से अधिक पानी को रिसाइक्लिंग किया जा रहा है।

ईटीपी (एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट):- जबलपुर में 120 केएलडी क्षमता के एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट से पानी को रिसाइक्लिंग किया जा रहा है। कोचों की धुलाई के लिए उपयोग किये जाने वाले पानी को ईटीपी (एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) के माध्यम से ट्रीट किया जा जाता है, जिसे रिसाइकिल और पुनः उपयोग किया जाता है।  

इन प्लांटों से वाशिंग पिट लाइनों से उत्पन्न अपशिष्ट जल को प्राथमिक संग्रह पिट पर एकत्र किया जाता है और फिर इसे कच्चे पानी के संग्रह के लिए पंप किया जाता है। इस रिसाइकल्ड पानी का उपयोग वाशिंग पिट लाइन, कोचों की धुलाई और स्टशनों एवं कार्यालयों के उद्यान की बागवानी के लिए किया जाता है। साथ ही जल संरक्षण में भी मदद मिलती है। 



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