बेहद निराशाजनक है महाविकास सरकार का बजट - चंद्रकांत दादा पाटिल


समाज के सभी वर्गों को निराशा

निरंजन परिहार

मुंबई। महाविकास आघाड़ी सरकार द्वारा पेश राज्य का बजट किसानों गुमराह करनेवाला है एवं इससे समाज के सभी वर्गों को निराशा हुई है। विधानसभा में आज पेश किए प्रदेश के बजट पर महाराष्ट्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल ने यह प्रतिक्रिया व्यक्त की है।उन्होंने कहा है कि इस सरकार ने अपने बजट में न तो किसानों के लिए कोई ठोस प्रावधान नहीं किया है। और न ही समाज के सभी वर्गों के लिया ऐसा कुछ किया है, जिससे लोगों को उत्साह हो।  उन्होंने कहा है कि यह एक बेहद निराशाजनक बजट है।

विधानसभा में पेश महाराष्ट्र सरकार के बजट पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल ने कहा है कि राज्य के लोग, जो कोरोना से बहुत प्रभावित हुए हैं, उनको इस सरकार से किसी बड़े राहत पैकेज की अपेक्षा थी, लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार ने उन्हें घोर निराश किया है। लेकिन, इस सरकार ने छोटे छोटे कामगारों, डेलीवेजेज के श्रमिकों, फुटपाथी व्यापारियों और अपने हाथों से मेहनत करके पेट भरने वाले कोरोनाके लॉकडाउन की मार से जूझ रहे लाखों लोगों  के लिए किसी पैकेज की घोषणा नहीं की है। पाटिल ने कहा कि राज्य में सत्ताधारी दल के नेता और कार्यकर्ता पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का विरोध कर रहे हैं। राज्य सरकार ने इस पर भी राज्य के टेक्स को कम करने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया है। पाटिल ने कहा कि अन्नासाहेब पाटिल आर्थिक विकास निगम के लिए केवल 100 करोड़ रुपये आवंटित करके इस सरकार ने मराठा समुदाय को भी निराश किया है। जबकि अन्य संस्थानों और निगमों के लिए भी बहुत मामूली आर्थिक प्रावधान किये गये हैं। उन्होंने कहा है कि इन्हीं सारे कारणों से स्पष्ट है कि यह बजट ने समाज के सभी वर्गों को निराश करनेवाला है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पाटिल ने बजट को सामान्यजन को निराश करनेवाला बताते हुए कहा कि जो सरकार लगातार अपनी विफलताओं के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराती रही है, लेकिन उसने बजट में केवल उन्हीं ज्यादातर परियोजनाओं का उल्लेख किया है, जो केंद्र सरकार की मदद से चल रही है। उन्होंने कहा है कि केंद्र से जीएसटी के 14,000 करोड़ रुपये सरकार को मिलनेवाले हैं, जो राज्य को सही समय पर मिल ही जाएंगे। लेकिन, राज्य सरकार को सड़क, सिंचाई और मेट्रो योजनाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किए गए भारी आर्थिक सहयोग के लिए भी केंद्र सरकार का आभारी होना चाहिए। भाजपा अध्यक्ष पाटिल ने कहा है कि महाविकास आघाडी सरकार ने जो बजट पेश किया है वह केवल केंद्र सरकार की योजनाओं के आधार पर प्रदेश के विकास को दर्शाता है,  जबकि इसमें राज्य सरकार का कोई आर्थिक योगदान नहीं है।

बजट में किसानों के लिए कोई खास राहत न होने की बात करते हुए चंद्रकांत दादा पाटिल ने कहा है कि  बेमौसम बारिश, बाढ़, तूफान और कीट प्रकोप के कारण परेशान किसानों को राहत देने के लिए इस बजट में कोई व्यापक पैकेज नहीं दिया गया है। साथ ही सरकार द्वारा घोषित कर्ज माफी में 2 लाख रुपये से कम वाले लगभग 20 लाख किसान अभी भी लाभ से वंचित हैं। उन्होंने कहा है 2 लाख रुपये से अधिक के कर्ज वाले किसानों के लिए एकमुश्त निपटान का कोई प्रावधान नहीं है और नियमित रूप से अपना ऋण चुकाने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के लिए भी कुछ भी नहीं किया गया है। किसानों को बिजली बिल रियायतें देने की घोषणा को उन्होंने फर्जी बताते हुए कहा है कि भले ही किसानों को भारी भरकम बिल मिलने के बाद उनको कुछ रियायतें दी है, लेकिन फिर भी बहुत बड़ा बिल किसानों के सिर पर रहता है।

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