अहिंसा यात्रा का भायंदर से प्रारंभ

गिरनार तीर्थ पर होगा समापन

भायंदर:-परम पूज्य भारत गौरव गणाधिपति गणधराचार्य श्री 108 कुंथुसागरजी महाराज के प्रिय शिष्य बालयोगी युवासंत मुनि श्री 108श्रुतधरनंदी जी म.सा.श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर भायंदर (वेस्ट) में सफलतम चातुर्मास पूर्ण कर अपनी विहार यात्रा मांगी तुंगी व गिरनार महातीर्थ की और अहिंसा यात्रा के रूप में प्रारंभ किया. हजारों की संख्या में आज नम  आखों से उन्हें विदा किया व इस यात्रा के हर्षोल्लास के साथ पंहुचने की शुभकामनाएं दीं.
धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस यात्रा को निकालने का उद्देश्य मोक्ष मार्ग की प्राप्ति करना है. उन्होंने संघ के भक्ति की अनुमोदना की. इस अवसर पर विभिन्न संघों के पदाधिकारियों ने उनसे आशिर्वाद लिया व चातुर्मास की विनंती भी की.गंजपंथा से गिरनार यात्रा के संघपति मृदुलाबेन प्रशांत शाह परिवार हैं.
श्री  

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम