धर्ममय हुआ धर्मधुरंधर सूरीश्वरजी की निश्रा में गोडवाड़
कल सादड़ी में प्रवेश
फालना :- राजस्थान गोडवाड़ के परमोपकारी पूज्य गुरु श्री आत्म-वल्लभ-समुद्र-इन्द्रदिन्न-रत्नाकर-सूरीश्वर जी म.सा, के पट्टधर पूज्य गच्छाधिपति श्रुतभास्कर आचार्य श्रीमद विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वर जी म.सा, आदि ठाणा एवं पूज्य साध्वी श्री अमितगुणा श्री जी म.सा,आदि ठाणा का श्री ओसवाल जैन संघ -बाली में धूम धाम से प्रवेश हुआ.इस अवसर पर प्रवेश के बाद श्री लावण्य विजयजी आराधना भवन में नूतन मुनि श्री कल्पधर्म विजयजी म.सा, की बड़ी दीक्षा की मंगल विधि हुई। विधि के प्रश्चात पूज्य गुरुदेव ने नूतन मुनिराज को एवं सकल संघ को हितशिक्षा दी एवं बाली संघ के भक्ति भावना की भूरी भूरी अनुमोदना की।काम्बली का चढ़ावा लेके श्री दीपचंद जी मेहता परिवार ने काम्बली ओढाई । प्रवेश के अवसर पर सुबह की नवकारसी के लाभार्थी सोहनी बाई कांतिलाल जी राजावत राठौड़ स्वामीवत्सल्य के लाभार्थी पारसमलजी उमेदमल जी रांका परिवार ने लिया ।कार्यक्रम का संचालन बस्तिमल मेहता ने किया। कार्यक्रम के बाद अमृतलाल जी परमार, मदनलाल जी कितावत, प्रकास कितावत, कांतिलाल जी राजावत, अशोक रांका, पारसमल जी रांका, आदि के पैतृकगृह में गुरुदेव के पगलिये हुए। शुक्रवार को लुणावा नगर में गुरुदेव का भव्य प्रवेश हुआ।कार्यक्रम के बाद जयंतीलाल जी छाजेड़, मोहनलालजी यू.जैन,आदि के पैतृकगृह में पगलिये हुए.वंहा से श्री भद्रंकर नगर होते हुए सेसली तीर्थ पधारे।श्री सेसली जैन तीर्थ में पार्श्वनाथ की छत्र छाया में गुरुदेव के आगमन से लोगों के हर्ष का पार नहीं था।इस अवसर पर सेसली ट्रस्ट मंडल ने तीर्थ के जीणोद्धार की जानकारी दी व कार्य का निरीक्षण करवाया। निरीक्षण के बाद गुरुदेव ने हृदय से प्रसन्ता व्यक्त की ओर ट्रस्ट मंडल के तीर्थ सेवा कार्य की अनुमोदना की।
शनिवार 13 मार्च को मुंडारा नगर में मंगल प्रवेश हुआ. उत्साह उमंग के साथ पूज्य गुरुदेव का सामैया हुआ।
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