मजदूर नेता दत्ता राव देव का निधन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अनमोल रत्न को खो दिया:ओमप्रकाश चतुर्वेदी रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री, अखिल भारतीय सरकारी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष आदि की महती जिम्मेदारिया निभाने हेतु अपना पूरा जीवन दधीच ॠषि की तरह समर्पितु करने वाले श्रद्धेय दत्ता राव देव जी के निधन से भारत के मजदूर जगत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की उस पीढ़ी के एक अनुमोल रत्न को खो दिया जो अपनी छवि चमकाने के बजाय प्रसिद्धि पराण्गमुख रह कर बस "इदम राष्ट्राय: इदम न मम:" के ध्येय वाक्य को जीवन मंत्र बनाकर भा.रे.म.सं की सीमातीत बिस्तार दैने में सफल हुए . उनके स्मरण मात्र से उनका सरल चित स्वभाव मन को भावुक बना देता है,वे हमेशा मुझे "ओपीजी" कहते थे. 1990 में BRMS के अखिल भारतीय अधिवेशन की जिम्मेदारी ,dlwके किसी भी सहयोगी की सलाह के बिना में dlw में कराने का निमंत्रण तो ले आया पर आयोजन का समय आ ही गया तो में अनुभव हीनता की वजह से घबड़ाने लगा कि इतना बड़ा आयोजन कैसे हो पायेगा पर एक तरफ तो तत्कालीन म. प्र. श्री आर. सी. सेठी ने dlw Inter college भवन और अन्य आवश्यक सुविधाए त्वरित रूप से उपलब्ध कराई वहीं