श्री वरकाणा पार्श्वनाथ बावन जिनालय तीर्थ की ध्वजा 13 मार्च को

दो - दो आचार्य भगवंतो की उपस्थिति में होंगे चढ़ावे


मुंबई :-
गोडवाड़ के 99 गांवों का प्रतिनिधित्व करते  श्री वरकाणा पार्श्वनाथ बावन जिनालय तीर्थ की ध्वजा 13 मार्च को संपन्न होगी।महोत्सव को लेकर तैयारियां चल रही हैं।

तीर्थ के अध्यक्ष रमेश कोठारी ने बताया कि यह गोडवाड का प्राचीन महाचमत्कारी तीर्थ व गोडवाड ओसवालो की प्राचीन राजधानी के रूप में जाना जाता हैं।तीर्थ की ध्वजा पंजाब केसरी,आचार्य श्री विजय वल्लभ सुरीश्वरजी म.सा.समुदाय के गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी म.सा.के शिष्य,कोकण केसरी,मरूघर केसरी, तत्वचिंतक आचार्य श्री विजय चिदानंद सुरीश्वरजी म.सा.,सेवाशील मुनिराज श्री लक्ष्मी विजयजी, मुनिराज श्री विधानंद विजयजी म.सा. आदि ठाणा व  प्रतिष्ठाचार्य  आचार्य भंगवत श्री चंद्रानंद सागर सुरीश्वरजी म. सा.आदि ठाणा व साध्वीजी भगवंतों की उपस्थिति में संपन्न होगा।

उन्होंने बताया कि ध्वजा के लाभार्थी को वाजते गाजते ध्वजा के साथ मुख्य पंडाल में लाया जायेगा जंहा पर हर वर्ष की तरह वार्षिक चढ़ावे बोले जायेंगें फिर  विधिकारक द्वारा शुभ समय में गुरुदेवो के मंत्रोचार के साथ ध्वजा चढ़ाई जायेगी। ध्वजा के दिन सुबह की नवकारसी के लाभार्थी मातुश्री सुमित्रादेवी पन्नालालजी वक्तावरमलजी राणावत परिवार दूजाना व स्वामी वात्सल्य मुख्य ध्वजा के लाभार्थी मातुश्री सुंदरबेन जवानमलजी कोठारी खिमेल  है।

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