भायंदर मैं कबूतरों और पक्षियों को बचाने दो दिवसीय कैंप आज से



भायंदर मैं कबूतरों और पक्षियों को बचाने दो दिवसीय कैंप आज से  
भायंदर और भुज में 800 बच्चो ने ली पतंग नहीं उडाने की कसम 
दीपक आर.जैन-
मीरा-भायंदर परिसर में पतंग के मंजे से घायल होनेवाले कबूतर व अन्य पक्षियों को बचने के लिए दो दिवसीय मेडिकल कैंप का आयोजन जैन अलर्ट ग्रुप और अहिंसा चैरिटेबल ट्रस्ट की और से किया गया हैं. अलर्ट ग्रुप पिछले 09 वर्षों से युवा ह्रदय सम्राट आचार्य विजय श्री हेमरत्नसूरीस्वरजी म. सा. के प्रेरणा और आशीर्वाद से आयोजित कर रहा है जिसे वर्तमान में परम पूज्य आचार्य श्री विजय रत्नसुन्दरसूरीस्वरजी म.सा का मार्गदर्शन मिल रहा हैं.
अलर्ट ग्रुप का भायंदर (पश्चिम) में बावन जिनालय के पास तो अहिंसा ट्रस्ट का 60 फ़ीट रोड पर कमला पार्क में सुबह 09 बजे से शुरू होगा जो 15 जनवरी शाम तक चलेगा. पीयूष धामी ने बताया की जरुरत पड़ने पर इसे 16 जनवरी को भी किया जायेगा. उन्होंने बताया की समकित ग्रुप द्वारा शुरू किये गए कैंप से प्रेरणा लेकर उन्होंने इसकी शुरुवात भायंदर मैं गुरुभगवन्तों के आशीर्वाद से की थी. आज आज हजारों की संख्या में इस जागरूकता अभियान के कारन पतंग नहीं उड़ाते हैं. संस्था इसके लिए बच्चों का सम्मान भी करती हैं.यहां शुरुवात में घायल पक्षियों की संख्या 700-800 होती थी जो पिछले वर्ष घटकर 200 हो गयी.इनमे से हम 160 कबूतरों की जान बचने में सफल हुए थे.इस कैंप में परेल वेटर्निटी अस्पताल के डॉक्टर्स दो दिनों तक सेवाएं देते हैं.80 से ज्यादा युवा इस काम में दो दिनों तक सेवाएं देते हैं. सबसे ज्यादा घायलों में कबूतर ही होते हैं.   

धामी ने बताया की जागरूकता लेन के किये उन्होंने 'मेरा क्या कसूर'सीडी भी निकाली थी.यह सीडी देझने के बाद 13 जनवरी को कच्छ के भुज गांव में प्राथमिक स्कूलों के 500 बच्चों ने पतंग नहीं उड़ाने की कसम खायी ग्रुप इस साल 15 जनवरी को तिल गुड भी बाटेगा. इसके पीछे वे कारण बताते हैं की हम तिल गुड देने के बाद कहते हैं की तिल गुड घ्या गोड गोड बोला (तिल गुड लो और मीठा बोलो) यह संदेश देते हैं तो निरीह पक्षियों को तकलीफ क्यों पहुचाएं. इस साल उमके इस कार्य में जैन चार्टेड अकाउंटटेंट्स फेडरेशन,मुंबई और हर साल की तरह राजेश केसरीमलजी जैन(राजेश डेकोरेटर्स) का सहयोग मिला हैं. संस्था की और से भायंदर(पूर्व)मैं केबिन रोड पर भी कैंप का आयोजन किया हैं. घायल पक्षियों की जानकारी मिलने पर 8898077351 या 8082438134 पर संपर्क करें.कार्यकर्ता तुरंत उस स्थल पर पहूचने का प्रयास करेंगे.
मीरा-भायंदर में 365 दिन सेवाएं देनेवाली संस्था अहिंसा चैरिटेबल ट्रस्ट  ने भी भायंदर(पश्चिम) में कैंप लगाया है.ट्रस्ट के कौशल शाह ने बताया की हमने 10 जनवरी को विशाल अहिंसा रेली का आयोजन किया गया जिसमे 350 से ज्यादा बच्चो ने भाग लिया. उन्होंने बताया की रेली के बाद संस्था द्वारा संचालित हॉस्पिटल में सभी  बच्चों को घायल कबूतर दिखाये जो मांजे की वजह से पिछले 04-05 दिनों में घायल हुए थे. यह रैली शहर के विभिन्न मार्गों से निकली थी. ज्ञात हो ट्रस्ट पक्षीयों के अलावा दूसरे जानवरों का भी इलाज करता हैं और जरुरत पड़ने पर उन्हें मुंबई के वेटर्निटी हॉस्पिटल भी भेजता हैं. हाल ही में परम पूज्य गच्छाधिपति  आचार्य श्री विजय धर्मधुरंधरसूरीस्वरजी म.सा. व आचार्य श्री सागरचन्द्र सागरसूरीस्वरजी म.सा. ने प्रशंसा की थी व उनके द्वारा की जा रही सेवा को श्रेष्ठ सेवा बताया था. उन्होंने कौशल शाह ने कहा की लोग ऐसे मंजों का उपयोग न करे जो किसी की जान ले ले या उसे घायल कर दे. दोनों संस्थाओं ने बताया की मीरा-भायंदर महानगरपालिका के फिरेब्रिगडे कर्मचारियों अ=का अच्छा सहयोग मिलता हैं.
घायल पक्षियों के बारे में जानकारी मिलने पर इन नंबरों पर 9821391283,9821429504 पर संपर्क करें. 

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