आनेवाले कल का भविष्य है विद्द्यार्थी -धर्मेश्वरी माताजी


वेलंकनी स्कूल ने मनाया गणतंत्र दिवस 
भायंदर-आनेवाला कल देश को आपकी शिक्षा और संस्कारों से मजबूती प्रदान करेगा. आप विद्द्यार्थी इस देश के आनेवाले कल का भविष्य है जिसे भारत का नाम विश्व में गुंजायमान करना हे. आपको गर्व करना चाहिये कि आपने ऐसी धरती पर जन्मा लिया हे जो साधु संतो की भूमि ने. उपरोक्त विचार परम पूज्य आचार्य श्री 108 श्री बाहुबलीसागरजी म.सा. की शिष्या गणिनी आर्यिका रत्न गुरुमाँ परम पूज्य माताजी 105 धर्मेश्वरी माताजी म.सा. ने व्यक्त किये. 
माताजी शहर की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान अवर लेडी ऑफ़ वैलंकनी हाईस्कूल एंड जूनियर कॉलेज की और से गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में आयोजित ध्वजवंदन जार्यक्रम में बोल रही थी. जी कहती हैं आज की युवा पीढ़ी को समयानुसार समझाना  बहुत जरूरी हैं. समय के साथ और एक होकर नहीं चले तो आनेवाला समय बहुत कठिन  हैं.साधु-साध्वी की बदौलत ही यह धरती सुरक्षित हैं. इन्ही संतो की बदौलत आज समाज संपन्नता के चरम शिखर पर हैं. आज धर्म साधना की नितांत आवश्यकता हैं. धर्म वर्तमान समय में जरूरी हैं. यही आपके कर्मों को खपाएगा. इंटरनेट ने प्रेम,आस्था,श्रद्धा को खत्म कर दिया हैं. वे कहती हैं की जो अनुभूति साक्षात होगी वह इंटरनेट पर नहीं मिलेगी. जो ऊर्जा आपको मंदिर मैं प्राप्त होगी वह ऑनलाइन दर्शन पर नहीं मिलेगी. 
माताजी ने कहा की जिसके सिर पर गुरु का हाथ,दुनिया देगी उसका साथ.
गणिनीजी ने कहा की जीवन ईश्वर का मिला सर्वश्रेष्ठ उपहार हैं,इसलिए जीवन के महत्व को समझने का प्रयास करे इसे व्यर्थ न जाने दे.शिक्षा के बारे मैं उन्होंने कहा की आज की शिक्षा जीवन जीने के लिए न होकर भौतिक संसाधनों के परिग्रह पर अधिक जोर दे रही है,जिसका नतीजा आतंक और लालच को प्रश्रय देने के रूप में सामने आ रहा हैं. पढाई के समय ही आध्यात्मिकता की शिक्षा उतनी ही जरूरी हैं जितनी किताबी शिक्षा. प्रेम,करुणा और अहिंसा से ही हम संसार में परिवर्तन ला पाने का सामर्थ्य रखते हैं.
समारोह की मुख्य अतिथि आरपीएफ की पुलिस निरीक्षक (रेलवे पुलिस) लीनेश बैरागी ने ध्वजारोहण के बाद कहा की विद्द्यार्थी अपने स्कूली शिक्षा पर पूरा ध्यान दे. उन्होंने कहा की सुरक्षा के प्रति भी सजग रहे. अतिथि विशेष लायन राधेश्याम मौर्य थे.कार्यक्रम का संचालन दीपक आर जैन ने किया.   

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम