फेरीवालों को समस्या मुक्त करना हैं-भागवत साळुंखे /शहर फेरीवाला सेना


फेरीवालों को समस्या मुक्त करना हैं-भागवत साळुंखे /शहर फेरीवाला सेना
भागवत साळुंखे महारष्ट्र के लातूर जिला से हैं. पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता से भी जुड़े साळुंखे समाजसेवा के कार्यों में भी सक्रिय रहते हैं और समय समय पर कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते हैं. उनके कार्यों को देखते हुए उन्हें विशेष कार्यकारी अधिकारी भी बनाया गया था. पिछले १५ वर्षों से पत्रकारिता कर रहे भागवत 'प्रत्यक्ष लक्ष' अखबार के संपादक हैं और हाल ही मैं उन्हें मीरा-भायंदर महानगरपालिका ने शहर फेरीवाला समिति का सदस्य बनाया हैं जिसके माध्यम से वे फेरीवालों की समस्याओं को साशन प्रशासन तक पहुचाने का प्रयास कर रहे हैं.
पिछले 40 वर्षों से भायंदर में रह रहे साळुंखे कहते हैं की स्थानीय प्रशासन फेरीवालों की समस्याओं को लेकर बहुत ही उदासीन हैं. फेरीवालों की अनेक समस्याएं हैं जिसपर कोई ध्यान नहीं दिया जाता हैं. उन्होंने बताया की मीरा भायंदर शहर तेजी से विकसित होता शहर हैं और हजारों की संख्या में यहाँ इनकी संख्या बड रही हैं. परिस्थिति को देखते हुए मनपा ने जल्द से जल्द इनका सर्वे करवाना चाहिए व इन्हे लाइसेंस दिए जाने चाहिये. फेरीवाला झोन बनाना बहुत जरूरी हैं. कुछ जगहों पर बनाये भी गए हैं लेकिन इसपर अमल नहीं हो रहा हैं. आज कई जगहों पर प्लानिंग नहीं होने के कारण फेरीवाले दूसरों की जगहों को लेने का प्रयास करते हैं जिसकी वजह से परिस्थिति गंभीर हो रही हैं. मनपा ने पुलिस प्रशासन,जनप्रतिनिधि और मनपा अधिकारीयों को लेकर जो समिति बनाई हैं उसको सक्रिय करने की आवश्यकता हैं. वे कहते हैं की फेरीवालों को भी मनपा के नियमों का ठीक से पालन करना चाहिए इससे उन्हें भी परेशानियों का सामना काम करना पड़ेगा.
वे कहते हैं कि फेरीवाला सेना को विश्वास मैं लेकर पालिका काम करे. शहर में कई जगहों पर अतिक्रमण हैं तो फूटपाथ पर भी पालिका प्रशासन का ध्यान नहीं हैं. यह सब राजकीय नेताओं व मनपा अधिकारीयों की वजह से ही संभव हो सकता हैं. सामान्य जनता भी इसकी वजह से परेशानियों का सामना कर रही हैं. कुछ क्षेत्रों में लोग ठीक से चल भी नहीं पाते हैं.मनपा और समिति मिलकर काम करेंगे तो समस्याओं का अच्छे से समाधान होगा. फेरीवालों के अलावा वे झोपड़पट्टी के लोगों की समस्याओं को सुलझाने भी सक्रिय रहते हैं. उन्होंने महानगरपालिका का चुनाव भी लड़ा हैं.
वे कहते हैं की आज के युवा को अपनी पसंद का कार्य करने देना चाहिये.उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए हर प्रयास होने चाहिए. जरुरत से ज्यादा इंटरनेट,व्हाट्सप्प आदि का उपयोग न करे. जीवन में सफल होने के लिये प्रैक्टिकल ज्ञान बहुत जरूरी हैं.स्वास्थय के प्रति जागरूक रहे व पुलिस मित्र बने.
प्रस्तुति-दीपक आर जैन    

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