आदिवासी परिवारों के साथ वोक्हार्ट के डॉक्टरों ने मनाया "जॉय ऑफ गिविंग "
दीपक आर. जैन / मीरारोड
स्टर्लिंग वोक्हार्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और कर्मचारियों ने लगातार दूसरे वर्ष जॉय ऑफ गिविंग मनाया। इस बार आलिबाग के पास पोयनाड गांव में ये कार्यक्रम दो सौ आदिवासी परिवारों के साथ आयोजित किया गया. आजादी के 68 साल बाद भी आदिवासियों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही है । अधिकांश आदिवासी लोग पहाड़ी क्षेत्रों में रहने के कारण,अशुद्ध पानी, नौकरियों की कमी,शिक्षा की कमी जैसी तकलीफो से गुज़र रहे है। आदिवासी समुदाय को मुख्यधारा में लाने के उद्देश्य से वोक्हार्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और कर्मचारियों ने “ मैं भी सांता जॉय ऑफ गिविंग "का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के लिये एक महीने अस्पताल में एक दानपेटी रखी गयी थी जिसमे डॉक्टर्स, कर्मचारियों, मरीजो और उनके रिश्तेदारों ने उपहार और दैनिक उपयोग के बर्तन,कपड़े, खिलोनेआदि चीजें दान की थी।
कार्यक्रम का आयोजन पोयनाड ग्रामपंचायत के कार्यालय में किया गया। इस अवसर पर पोयनाड ग्रामपंचायत के उपसरपंच सचिन पाटील, निसर्ग मित्र संगठन पोयनाड विभाग के अध्यक्ष डॉ.बकुळ पाटील,महात्मा गांधी तंटामुक्त पोयनाड समिती के अध्यक्ष नंदकिशोर
चवरकर और स्टर्लिंग वोक्हार्ट हॉस्पिटल के केंद्र प्रमुख डॉ. मेहुल कालावाडीया उपस्थित थे। इस उपक्रम के लिए भूषण चवरकर, सुनील पाटील, अमितचवरकर स्टर्लिंग वोक्हार्ट हॉस्पिटल के मार्केटिंग प्रमुख राजेश दत्ता और विजय चवरकर ने विशेष सहयोग दिया ।इस बारे में हॉस्पिटल के केंद्र प्रमुख डॉ. मेहुल कालावाडीया ने कहा कि"वॉक्हार्ट समूह हमेशा से समाज के हर वर्ग तक पहुँचने की कोशिश करता है और यही कोशिश इस माध्यम से की गयी है।उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में रायगड जिले के आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जायेगा जिस हेतू विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से विनती है की वो इस शिविर के आयोजन के लिये अस्पताल का संपर्क करे.शिविर में डॉक्टरों ने आदिवासी परिवारों को स्वास्थ्य की जांच व सफाई का महत्व बताया ।
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