भाईंदर में रेल आंदोलन के नेता गौतम जैन का निधन
भायंदर लोकल शुरू करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका
भाईंदर :- भाईंदर में 1985 में हुए रेल रोको आंदोलन के नेतृत्वकर्ता गौतम जैन का निधन हो गया है। वह 80 साल के थे।वह काफी समय से बीमार थे। जैन ने फरवरी 1985 में 'संघर्ष सेवा समिति' के बैनर तले भाईंदर में लोकल ट्रेन सेवाएं बढ़ाने के लिए भूख हड़ताल की थी। 7वें दिन 5 फरवरी को जैन ने आंदोलनकारियों के साथ राजधानी ट्रेन को रोक दिया था। पत्थरवाजी होने पर पुलिस ने गोली चला दी, जिसमें 9 आंदोलनकारियों की मौत हो गई थी।जैन के
पी.एल. चतुर्वेदी बताते हैं कि जैन की पत्नी को भी गोली लगी थी। आंदोलन का नतीजा यह हुआ कि घटना के कुछ घंटों वाद ही रेलवे ने 5 नई लोकल ट्रेनें शुरू कर दीं।
ज्ञात हो कि, 5 फरवरी 1985 को ' रेल रोको आंदोलन ' के दौरान पुलिस की गोली से शहीद 7 नागरिकों के नाम शहीद 1) बसंत बाबूलाल शाह, 2) दत्ताराम तात्या आबे, 3) हितेश सी. पारिख,4) एल.के.शाह, 5) रशीद मियां, 6 ) मेघराज एन. जाधव एवं 7) प्रणिलाल शाह के नाम शिलालेख पर अंकित हैं। इस रेल रोको आंदोलन के गौतम जैन ही थे।
उनके निधन पर संघर्ष समिति के संस्थापक पंडित पी.एल.चतुर्वेदी ' लाल ' ,कॉमरेड,एस एस राजू , अन्याय विरोधी संघर्ष समिति के अध्यक्ष व पत्रकार सुभाष पांडेय, पत्रकार देवेंद्र पोरवाल,समाजसेवक रोहित सुवर्णा व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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