गच्छाधिपति आचार्य मुक्तिप्रभ सूरीश्वरजी का चातुर्मास पश्चिम बंगाल में

13 जुलाई को होगा भव्य चातुर्मास प्रवेश




सांकडा (पश्चिम बंगाल) :-
सराक उध्दारक परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री मुक्तिप्रभ सूरीश्वरजी म.सा.,परम पूज्य बंगाल केशरी आचार्य श्री डॉ. विनीतप्रभ सूरीश्वरजी म.सा. आदि विशाल साधु-साध्वी भगवंत का चातुर्मास पश्चिम बंगाल राज्य के सांकडा पुरूलिया में स्थित श्री शंखेश्वरपुरम् पार्श्वनाथ जैन श्वे. तीर्थ में भव्यातिभव्य चातुर्मास होने जा रहा है।

श्री शंखेश्वरपुरम् पार्श्वनाथ जैन श्वे.तीर्थ ट्रस्ट एवं श्री मुनि मोहन फाउण्डेशन - मुंबई के तत्वावधान में गुरुदेव का चातुर्मास प्रवेश शनिवार 13 जुलाई को होने जा रहा है।गच्छाधिपति के साथ मुनि श्री गुणयश मुनिजी म.सा., मुनि श्री अर्हम्प्रभ मुनिजी म.सा., मुनि श्री हीतप्रभ मुनिजी म.सा.,मुनि श्री केवल्य प्रभमुनिजी म.सा., के अलावा साध्वी श्री जिनरत्ना श्रीजी म.सा.,साध्वी श्री धर्मरत्ना श्रीजी म.सा., साध्वी श्री अमीरत्ना श्रीजी म.सा., साध्वी डॉ. श्री ऋषभरत्ना श्रीजी म.सा., साध्वी श्रुतरत्ना श्रीजी म.सा. तथा साध्वी तीर्थरत्ना श्रीजी म.सा. आदि विशाल साधु-साध्वी भगवंतों का भी प्रवेश होगा। ज्ञात हो आचार्य श्री की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से सराक क्षेत्र में अनेक गांवों में जिन मंदिर-उपाश्रय आदि निर्माण हुए हैं। सराको (प्राचीन श्रावक) का पुनः धर्म में प्रतिष्ठित करने हेतु गच्छाधिपतिश्री ने इस वर्ष का चातुर्मास करने की अनुमति दी हैं। चातुर्मास को लेकर सराक समाज व संपूर्ण जैन समाज मे हर्षोल्लास का माहौल है।देशभर के संघों को श्री शंखेश्वरपुरम् पार्श्वनाथ जैन श्वे. तीर्थ ने पधारने की विनंती की हैं।संघ ने निवेदन किया है कि चातुर्मास में पधारकर सराक क्षेत्र में नई जागृति लाये एवं शासन की शोभा बढाये।

चातुर्मास के मुख्य लाभार्थी नवकार महामंत्र आराधक जिनशासन प्रेमी धर्म के प्रति अटुट श्रद्धावान श्री गुरुभक्त परिवार,चातुर्मासार्थ मंगल प्रवेश एवं स्वामीवात्सल्य के लाभार्थी पुखराजजी जेठमलजी जैन (बाली), चातुर्मास आधार स्तंभ गौरीभाई हंसराजजी जैन (मालवाडा),चातुर्मास स्तंभ प्यारलालजी,पितलिया चेन्नई,कमलादेवी महावीरचंदजी मेहता, तनकु-हैदराबाद,पवनबेन धनराजजी संघवी चेरिटेबल ट्रस्ट, चेन्नई,चातुर्मास स्वर्ण स्तम्भ सुरेशकुमारजी सोलंकी, रायपेठा-चेन्नई,उत्तम जीवराजजी पुनमिया मुंबई,स्व. चन्द्राबाई प्रवीण सोनीगरा चेन्नई, हस्तीमलजी मरलेचा चेन्नई,सुरेशभाई चेन्नई मंगलचंदजी सुगनीबाई आच्छा, बेंगलोर,संघवी  शांतिलालजी, कोठारी डायलाना-रायपुरम,नीतुबाई महेन्द्रकुमारजी बोरुंदिया, सत्वाचारी-वेल्लोर, ताराचंद, विजयलाल कोठारी लोहावट (राज.),वस्तीमलजी शांतिलालजी परमार, रायपुरम्-चेन्नई , इन्द्रादेवी रमेशकुमार मुणोत चेरिटेबल ट्रस्ट, चेन्नई,पारसमलजी शांतादेवी सुराणा ईरोड़-कोलकाता,चन्द्रादेवी सुमेरमलजी पालगोता चौहाण नेल्लोर, सुकनराजजी संतोषकुमार परमार, किलपॉक-चेन्नई,सेलम स्टेनलेस स्टील सप्लायर्स प्रा.लि., चेन्नई-सिकन्दराबाद,चातुर्मास के रजत स्तंभ मोहिनीबाई खुशालचंदजी कटारिया, रुण-चेन्नई,चन्द्राबाई भंवरलालजी लोढा, किलपॉक-चेन्नई,राजमलजी चुनीलालजी कोठारी, चेन्नई, हरकुबाई छगनलालजी भंडारी (आकोली वाले) चेन्नई , पिस्ताबाई बस्तीमलजी ढेलरिया वोरा, रायपुरम,गजराबाई जाणुन्दारत्न केवलचन्दजी हटुण्डिया राठौड़ चेन्नई परिवार हैं।चातुर्मास दरम्यान रविवारीय 2 शिविर के लाभार्थी साधर्मिक भाई (शासन प्रेमी) सुभद्राबेन रमणिकलालजी शाह, जुना डीसा, चेन्नई, रविवारीय 3 शिविर के लाभार्थी श्री आत्मसखा परिवार चातुर्मास शुभेच्छक नीलमदेवी महावीरचन्दजी गुलेच्छा, सूलै-चेन्नई,निरुपमाबेन कांतिलालजी शाह, दादर-मुंबई,गुरुभक्त परिवार, चेन्नई,घीसीबाई मिश्रीमलजी बाफना, रायपुरम्-चेन्नई,गौतम चोपड़ा जुना धोबीपेट-चेन्नई,शांतिबाई पुखराजजी सोनीगरा, खिवांदी-चेन्नई,वसंताबाई चंदनमलजी सुराणा, तैनामपेट, चेन्नई,तिजाबाई पुखराज सुराणा तैनामपेट-चेन्नई, नारंगीबाई सुकनराजजी मंडलेचा मुंबई,पारसमलजी शांतिलालजी पेपाणी, नेल्लोर,भंवरीबाई हस्तीमलजी मरलेचा मैलापुर-चेन्नई,वालुबेन शेंगारभाई प्रताप सी. शाह अंगिया मोटा, भुज-मुंबई आशादेवी सम्पतराजजी श्रीश्रीमाल जैन चेन्नई,स्व. पीरादेवी गोकुलचन्द बाघमार चेन्नई,भावेश सुभाषजी श्रीश्रीमाल बेंगलोर,सारीबाई वस्तीमलजी पारेख रायपुरम -चेन्नई,अंछीबाई हेमराजजी कटारिया, पेरम्बूर-चेन्नई,प्रमीलाबेन रमेशचन्द्र शाह, मुंबई,डॉ. नीलुबेन सुरेशकुमार दोशी, चेन्नई,महेन्द्रकुमार  मरलेचा,चेन्नई,रविन्द्रकुमार आशीषकुमार खांटेड़ चेन्नई, सायरबाई सम्पतराजजी सिंघवी, घाणेराव मुंबई,गुरुभक्त, नेल्लुर,राजेन्द्रकुमार पारसमलजी बंदामुधा, नेल्लोर रिखबचंदजी रांका चेन्नई परिवार हैं।

श्री शंखेश्वरपुरम् पार्श्वनाथ जैन श्वे. तीर्थ पुरुलिया-बराकर मैन रोड, मु. शंखेश्वरपुरम्, पो. सांकडा, थाना-पाडा, स्टे. अनाडा जि. पुरुलिया (पश्चिम बंगाल)


टिप्पणियाँ

  1. फ़ोटो ग़लत डाला है ।यह फ़ोटो मुनि भुवनहर्षविजयजी म.सा.की है।पूज्यश्री का चातुर्मास गोधरा-गुजरात में है।

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम