मुनिसुव्रत राजेंद्र ऋषभ आराधना भवन का भूमि पूजन

 ऋषभ बापजी के 45 वें दीक्षा दिन विविध आयोजन


इंदौर :-
महानगर सिलिकॉन सिटी के प्रांगण में शनिग्रह के स्वामी 20 वें तीर्थंकर श्री मुनिसुव्रत स्वामी राजेंद्र ऋषभ आराधना भवन का भूमि पूजन आचार्य श्री ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी म.सा.के आज्ञानुवर्ति एवं शिष्य वरिष्ठ मुनिप्रवर परम पूज्य श्री पीयूषचंद्र विजयजी महाराज और परम पूज्य मुनिराज श्री रजतचंद्र विजयजी म. सा.के सानिध्य और आशीर्वचन के साथ संपन्न हुआ। 

उपस्थित मेहमानों का स्वागत समाज के अध्यक्ष सुनील श्रीश्रीमाल, ट्रस्ट के अध्यक्ष सचिन जैन एवं सभी पदाधिकारियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर राऊ विधानसभा के विधायक मधुवर्मा, एफएम रेडियो 93.4 के आशीष गुप्ता, कमल जिराती, आलोक शर्मा के कैलाश नाहर, राजेंद्र लोढ़ा, महेश डाकोलिया, विमल तांतेड, ललित श्रीश्रीमाल,  श्रेणिक लुणावत, संतोष पुराणी त्रिसोक भंडारी श्री मनोज एरिस्टो पंकज धारिवाल जावरा श्रीदेवेंद्रजी भंडारी, पंकज लोढ़ा, सुभाष कोठारी प्रेम डोसी,जितेन्द्र बाबेल एवं  श्री श्वेतांबर जैन श्रीसंघ सिलिकॉन सिटी के समस्त सदस्यगण उपस्थित थे। 

आचार्य श्री ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी महाराज साहेब के 45 में दीक्षा दिवस अवसर पर मुनिप्रवर रजतचंद्र विजयजी ने कहा कि गुरु सूर्य की तरह तेजस्वी चंद्र की तरह शीतल दीप की तरह प्रकाशमान होते हैं। साथ ही गुरु सीडी की तरह होते हैं जिससे हर ऊंचाई मिल सकती है। मोहनखेड़ा तीर्थ को गुरुदेव ने विश्व व्यापी बनाया। मोहनखेड़ा को जैन ही नहीं वरन् जन-जन का तीर्थ बनाया। मोहनखेड़ा को देवालय के साथ में सेवालय बनाया। यह सब सूरि ऋषभ की देन है। सिलिकॉन सिटी इंदौर की पावन भूमि में गुरुदेव के दीक्षा दिवस मौके पर खाद् मुहूर्त किया गया है और भवन का नाम मुनिसुव्रत राजेंद्र ऋषभ आराधना भवन रखा गया है। यह भवन 6 से 8 महीने में श्री संघ के सर्वेलोक के लिए उपयोगी बनेगा। 

पीयूषचंद्र विजयजी महाराज ने अपने आशीर्वचनों से दानदाताओं को प्रेरित किया जिसके पश्चात दानदाताओं ने घोषणाओं की झड़ी लगादी।कार्यक्रम की शुरुआत ऋषभविहार मंदिर से प्रातः 8 बजे नवकारसी के पश्चात वरघोड़ा बाजे गाजे के साथ श्री मुनिसुव्रत राजेंद्र ऋषभ आराधना भवन स्थल पहुंचा जहां गुरुवंदन एवं मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। विजय मुहूर्त में सुभाष कोठारी परिवार झाबुआ द्वारा खाद मुहूर्त्त पूजन किया गया। राजेंद्र लोढा़ टांडा वाले ने भवन के मुख्य द्वार का लाभ लिया। 

कार्यक्रम का संचालन उपलब्धि आनंद जैन ने किया आभार विमल मेहता द्वारा किया गया। कार्यक्रम पश्चात बंधु बेलडी़ का विहार हुआ। आगामी चातुर्मास नमिनाथ जैन श्रीसंघ कमाठीपुरा मुंबई में 15 जुलाई मंगल प्रवेश के साथ प्रारंभ होगा।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

नवकार महामंत्र केवल जाप नही यह जीवन को दिशा देता हैं :- नरेंद्र मोदी

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

"ॐ ह्रीं श्रीं अर्हम् नमः के सवा लाख जाप