वर्ष 2021 में उल्लेखनीय और यादगार विकास का साक्षी रहा पश्चिम रेलवे

 वर्ष 2021 में पश्चिम रेलवे की महत्‍त्‍वपूर्ण उपलब्धियों का लेखा-जोखा  


मुंबई :-
 मुंबई उपनगरीय खंड में ट्रेनों की समयपालनता वर्ष 2019–2020 में 95% की तुलना में वर्ष 2021–2022 में बढ़कर 99.3% हुई

मुंबई-नई दिल्‍ली राजधानी एक्‍सप्रेस एवं मुंबई-हज़रत निज़ामुद्दीन अगस्‍त क्रांति राजधानी एक्‍सप्रेस का अत्‍याधुनिक तेजस टाइप स्‍मार्ट स्‍लीपर कोच रेकों के साथ परिचालन

प्रारंभिक राजस्‍व में 10,000 करोड़ रुपये के आँकड़ों के साथ-साथ पार्सल राजस्‍व में 200 करोड़ रुपये का आँकड़ा हुआ पार

अतिरिक्‍त एसी ईएमयू रेकों की शुरुआत के साथ एसी सेवाओं की कुल संख्‍या हुई 20

मुंबई सेंट्रल रेलवे स्‍टेशन पर पॉड कॉन्‍सेंप्‍ट रिटायरिंग रूम हुए शुरू

केवडि़या रेल लाइन परियोजना : देश के सभी भागों से विश्‍व की सबसे ऊँची प्रतिमा – स्‍टैच्‍यू ऑफ यूनिटी तक सीधा रेल संपर्क हुआ स्‍थापित

गांधीनगर केपिटल रेलवे स्‍टेशन : यात्रियों को विश्‍व स्‍तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करते हुए अत्‍याधुनिक सुख-सुविधाओं का प्रावधान

बिलीमोरा-वघई नैरो गेज हेरिटेज सेक्‍शन की विस्‍टाडोम कोच के साथ पुन: शुरुआतजो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्‍द्र है

पश्चिम रेलवे ने प्रतिष्ठित राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्‍कार 2021 में अपनी चमक बिखेरी। ब्‍यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) द्वारा श्रेणियों में पश्चिम रेलवे को मिले 2 पुरस्‍कार

वर्ष 2021 दो दिनों में इतिहास के पन्नों में उतर जाएगा और यह पश्चिम रेलवे के लिए कई मायनों में एक यादगार प्रभाव छोड़ेगा क्योंकि यह विविध क्षेत्रों में विभिन्न उल्लेखनीय विकास का गवाह रहा है। वर्ष 2021 वास्तव में एक महत्वपूर्ण वर्ष रहा है जिसमें पश्चिम रेलवे कई क्षेत्रों में अत्‍यधिक प्रगति कर रही है और नई ऊंचाइयों को छू रही है। ये उपलब्धियां पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल के दूरदर्शी नेतृत्व, सक्षम मार्गदर्शन और ऊर्जावान प्रेरणा के कारण संभव हुई हैं। राष्ट्र प्रथमसर्वदा प्रथमअंत्योदयसामाजिक समरसताजीरो टॉलरेंस और हंगरी फॉर कार्गो के सिद्धांतों को समाहित करने वाले दर्शन के सिद्धांत हमारे विचारों और कार्यों के लिए प्रेरक शक्ति है।



पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार वर्ष 2021 की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री द्वारा प्रतिष्ठित दभोई-चंदोद-केवड़िया रेल लाइन परियोजना के उद्घाटन के साथ हुई, जिससे देश के सभी क्षेत्रों से दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए सीधी रेल कनेक्टिविटी स्थापित हुई। इसके बाद एक बार फिर से इतिहास बनाया गया जब माननीय प्रधानमंत्री ने पुनर्विकसित गांधीनगर केपिटल रेलवे स्टेशन को राष्ट्र को समर्पित किया, जो भारतीय रेलवे पर अपनी तरह का एक अलग स्‍टेशन है। यह स्टेशन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और यात्रियों को विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करता है। पश्चिम रेलवे ने स्‍थानीय निवासियों की सुविधा के लिए बिलीमोरा-वघई नैरो गेज हेरिटेज सेक्‍शन पर ट्रेन सेवाओं की पुन: शुरुआत की तथा विस्‍टाडोम कोच की शुरुआत के साथ इस ट्रेन में एक और विशेषता जुड़ गई, जो पर्यटकों के लिए बड़े आकर्षण का केन्‍द्र है।

पश्चिम रेलवे ने नए विद्युतीकृत सुरेंद्रनगर-पीपावाव खंड के समर्पण के साथ एक और उपलब्धि हासिल की। यह वेस्‍टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए एक महत्वपूर्ण पोर्ट कनेक्टिविटी मार्ग है और पिपावाव पोर्ट से देश के उत्तरी भागों में डबल स्टैक कंटेनरों सहित मालगाड़ियों की निर्बाध आवाजाही स्थापित करता है। नई गेज परिवर्तित सह विद्युतीकृत महेसाणा-वरेथा रेल लाइन को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध वडनगर-मोढेरा-पाटन हेरिटेज सर्किट का हिस्सा होने का गौरव प्राप्‍त है। इस क्षेत्र के ऐतिहासिक स्टेशनों में से एक वडनगर स्टेशन भवन को सौंदर्य की दृष्टि से पुनर्विकसित किया गया है। इसके अलावा, गेज परिवर्तित और विद्युतीकृत उज्जैन-फतेहाबाद चंद्रावतीगंज ब्रॉड गेज खंड और मथेला-निमाड़ खेड़ी ब्रॉड गेज खंड को हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा समर्पित किया गया।


एक और यात्री हितैषी पहल के रूप में पश्चिम रेलवे द्वारा बेहतर आराम के साथ ट्रेन यात्रा के अनुभव के एक नए युग की शुरुआत की गई जिसके अंतर्गत प्रतिष्ठित मुंबई-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस और मुंबई-हज़रत निजामुद्दीन अगस्‍त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस में तेजस टाइप स्मार्ट स्लीपर कोच रेकों की शुरुआत की गई। पश्चिम रेलवे ने मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर पॉड कॉन्सेप्ट रिटायरिंग रूम शुरू करके हॉस्पिटैलिटी सेवाओं में एक पथ-प्रदर्शक और अनूठी अवधारणा पेश की है। इस अनूठी सुविधा में 48 पॉड शामिल हैं, जिसमें 3 श्रेणियां अर्थात 30 क्लासिक पॉड्स, 7 केवल लेडीज पॉड्स, 10 प्राइवेट पॉड्स और एक दिव्‍यांग के लिए भी है। मुंबई सेंट्रल स्‍टेशन पर वेटिंग रूम को भी आधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकसित और अपग्रेड किया गया है। अग्रणी रहने की परंपरा को जारी रखते हुए पश्चिम रेलवे ने मुंबई उपनगरीय खंड पर अंधेरी से विरार के बीच धीमी गलियारे पर 15 कार रेक की शुरुआत की है जिससे यात्रियों को ट्रेनों की वहन क्षमता में वृद्धि होने से राहत मिली है। इसके साथ ही हमने अब पच्चीस और 15 कार सेवाओं को बढ़ाया है। इसके साथ ही 8 अतिरिक्त एसी ईएमयू रेक शुरू किए गए हैंजिससे एसी सेवाओं की कुल संख्‍या 20 हो गई है। अब पश्चिम रेलवे अपने मुंबई उपनगरीय खंड पर 1375 ईएमयू रेक चला रही है। साथ ही यात्री सुविधा और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए हार्बर लाइन पर 44 अंधेरी सेवाओं को गोरेगाँव तक बढ़ाया (सभी अंधेरी की सेवाएँ गोरेगाँव तक विस्‍तारित की गई) गया है। छुट्टी और त्‍योहार के दौरान बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा हॉलिडे स्‍पेशल के 1608 फेरे चलाये गये।

 पश्चिम रेलवे पर हमारी प्राथमिकता सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना है और इसे प्राप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है। मानसून के दौरान मुंबई उपनगरीय ट्रेनों के परिचालन को जारी रखने के लिए पश्चिम रेलवे ने मिशन मोड पर उपनगरीय खंड में मानसून से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों की सावधानीपूर्वक योजना बनाई और निष्पादित किया। प्रभावित क्षेत्रों के लिए अनुकूलित समाधान तैयार करके और नवीनतम मशीनरी के साथ-साथ प्रौद्योगिकी, जैसे कि माइक्रो-टनलिंग विधि, अतिरिक्त भूमिगत जलमार्गों का निर्माण, उच्च शक्ति वाले पंपों की स्थापना सहित ड्रोन सर्वेक्षण करके और पुलियाओं, नालों की गाद निकालने और सफाई करने, मक स्पेशल चलाने आदि के साथ पटरियों पर बाढ़ की समस्या से सक्रिय रूप से निपटा गया। परिचालन संबंधी बाधाओं को दूर करने से संबंधित प्रमुख कार्य मुंबई उपनगरीय खंड में किए गए जिससे ट्रेन संचालन में गतिशीलता और सुरक्षा में वृद्धि हुई। परिचालन बाधाओं को सफलतापूर्वक दूर करने के कारण मुंबई उपनगरीय पर ट्रेनों की समयपालनता वर्ष 2021-22  में 99.3% तक बढ़ गई हैजो वर्ष 2019-2020 में 95% थी। इसके अलावा यात्रियों की संरक्षा के लिए पश्चिम रेलवे ने उपनगरीय ट्रेनों के लिए अत्याधुनिक मोबाइल ट्रेन रेडियो संचार प्रणाली की शुरुआत की, जो भारतीय रेल पर अपनी तरह की पहली है। यह ईएमयू ट्रेन के चालक दल और नियंत्रण केंद्र के बीच यात्रियों को नियंत्रण कक्ष द्वारा प्रसारण कॉल और सभी ईएमयू कैब के बीच संचार को सक्षम बनाती है जो आपात स्थिति में अत्‍यंत उपयोगी है।


इंटीग्रेटेड सर्विलांस सिस्‍टम (ISS) चेहरे की पहचान प्रणाली और वीडियो एनालिटिक्स की सुविधा प्रदान करता है, जिससे भीड़भाड़, ट्रेसपासिंग और परित्यक्त वस्तुओं का पता लगाया जा सकता है। इस परियोजना में 30 स्टेशनों पर कुल 2729 कैमरे शामिल हैं जिनमें 2029 फुल एचडी फिक्स्ड, 179 फुल एचडी पीटीजेड और 521 फुल एचडी कैमरे शामिल हैं और यह सिस्‍टम फेस रिकग्निशन सुविधा के साथ भीड़ प्रबंधन, ट्रेस‍पासिंग नियंत्रण आदि के लिए चर्चगेट से विरार के बीच के मुख्य उपनगरीय खंड को कवर करता है। पश्चिम रेलवे ने मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर यूनिफाइड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (UCCC) की शुरुआत की है। उन्नत सुविधाओं के साथ यह अत्याधुनिक तकनीक डेटा संग्रह, डेटा निगरानी और रियल टाइम निर्णय लेने में मदद करेगी, जिससे सुरक्षा और संसाधनों के उपयोग में सुधार होगा। यात्रियों, विशेषकर महिला यात्रियों को असामाजिक तत्वों आदि से बचाने के लिए लोकल ट्रेनों में सुरक्षा उपाय भी मजबूत किए जा रहे हैं। 48 लोकल ट्रेनों के 189 डिब्बों में 1397 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन 189 कोचों में 140 महिला कोच हैं जबकि 49 सामान्य कोच हैं। शेष महिला कोचों में भी जल्द ही सीसीटीवी लगाये जायेंगे। पश्चिम रेलवे बिना किसी रुकावट के ट्रेन सेवाओं को चलाने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करती है कि हमारे यात्री सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक पहुँचें।

 पश्चिम रेलवे ने बहुआयामी पहलों को अपनाकर ट्रेसपासिंग के खतरे को नियंत्रित करने के लिए मिशन मोड में कार्य किया है। महाप्रबंधक  आलोक कंसल इस समस्या से प्रभावी ढंग से निपटने और मुख्य रूप से मुंबई उपनगरीय खंड पर इसके कारण हताहतों की संख्या को कम करने के लिए विभिन्न उपायों के कार्यान्वयन की लगातार निगरानी और समीक्षा कर रहे हैं। कंसल ने अनमोल जि़ंदगियों को बचाने के लिए 'जीरो डेथ मिशन' पर कार्य करने पर जोर दिया है। उनकी प्रेरणा से पश्चिम रेलवे ने इस संबंध में विभिन्न पहलों को लागू किया है। इससे पश्चिम रेलवे के उपनगरीय खंड पर ट्रेसपासिंग के कारण हताहतों की संख्या में उल्‍लेखनीय गिरावट के साथ सकारात्मक परिणाम प्राप्‍त हुए हैं।

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