' सेक्स वर्कर ' के उपेक्षित-पीड़ित बच्चों , ' गरीब-अनाथ ' नोनिहालों के लिए वरदान साबित हुई ' संपर्क '

युथ फोरम करेगा साथ मिलकर काम  

सुभाष पांडेय / दीपक आर जैन

मुंबई। देश भर में ' सेक्स-वर्कर ' के उपेक्षित-पीड़ित बच्चों को, ' गरीब-अनाथ ' नोनिहालों के लिये वरदान साबित हुई ' संपर्क ' राष्ट्रीय स्तर की संस्था। इस सामाजिक संस्था के की शुरूआत सन 1990 में अमितकुमार बनर्जी ने , लता पांडेय, रत्ना बनर्जी के संयुक्त सहयोग से महाराष्ट्र के जिला पूना के समीप लोनावला फेमस ' भाजे मनोरम झील ' के समीप सुंदर वातावरण में उत्कृष्ट भूखंड पर समाज द्वारा पीड़ित, उपेक्षित, गरीब, मजबूर, लाचार बच्चों के रहने, खाने-पीने, शिक्षा-दवा की समुचित व्यवस्था के साथ शुरू की। 

ज्ञात हो कि, राष्ट्रीय स्तर की सामाजिक संस्था ' संपर्क ' के उल्लेखनीय कार्यों को देखते हुवे संस्था के संचालकों को 1998 में  ' नेशनल चाईल्ड अवार्ड ' से भारत के उस समय के राष्ट्रपति महामहिम के. आर.नारायण ने ' सम्मानित एवं पुरुस्कृत ' किया। आज ' नॉन गवर्मेन्ट ऑर्गनाइजेशन ' संस्था ' संपर्क ' कई राज्यों में विधिवत चल रही है। ' संपर्क ' संस्था का ' विज़न एवं मिशन ' कार्य व्यापक है। ' संपर्क ' संस्था ' नॉन प्रॉफ़िट चैरिटेबल सोसायटी एवं ट्रस्ट ' संस्था है। अकेले महाराष्ट्र में सात स्थानों पर इसका सुचारू रूप से संचालन किया जा रहा है। राजस्थान के जोधपुर में, उत्तरप्रदेश के बनारस में, पश्चिम बंगाल में तीन स्थानों पर, साथ ही कलकत्ता , साऊथ परगना और हुगली में निराश्रित बच्चों के उत्थान कार्य जारी है। '  संस्था ' सेक्स वर्कर के बच्चों, उपेक्षित, पीड़ित, ग़रीब-लाचार बच्चों के रहने के लिए बढ़िया माहौल में शेल्टर, शिक्षा, दवा आदि जरूरत की चीजें उपलब्ध करवाती है। बच्चों को ' नारकीय जीवन ' से निकालकर उन्हें एक तरह से संजीवनी प्रदान करती है। ' संपर्क ' उन बच्चों में जीने का संचार भरती है। जो पौधे सूख गए हैं, मुरझा गए हैं। उन्हें उनकी जिंदगी को हरा-भरा करने का सराहनीय, मानवीय , उल्लेखनीय कार्य करती है। ' संपर्क ' सतत सरकार, कॉरपोरेट्स, इंडिविजुअल ग्रुप्स, सर्विसेज ऑर्गनाइजेशन, पंचायत, लोकल लेडीज़, इंटरनेशनल एजेंसीज के संपर्क में रहती है। जिससे निराश्रित, उपेक्षित,पीड़ित, गरीब, दीन-दुःखी बच्चों का कल्याण हो सके, इस संदर्भ में प्रयासरत रहती है। संपर्क संस्था का मिशन है :- " Our Mission is to reach out to and Work for children who are orphan, abandoned, needly, helpless or disadvantage children of commercial sex workers or tribals by providing them with different support structures in the community. we empower such children to grow into being self-sufficient adults to make them responsible citizens. Also at the community level, to develop ecology, environment and empower community through livelihood activities and create importance of Heritage Monuments." 

उल्लेखनीय है कि, सबंधित राज्यों में ' संपर्क ' सामाजिक-मानवीय संस्था निराश्रित बच्चों के लिए हर सुविधाओं से सुसज्जित ' चिल्ड्रन होम ' की व्यवस्था किया हुवा है। ' घरेलू-हिंसा ' के तहत उदारहण एक पति ने अपनी पत्नी की किसी कारणवश ' हत्या ' कर दी। ' पत्नी ' की हत्या के बाद उसका पति लंबे समय के लिए जेल चला जाता है। ऐसे में इनके बच्चों को अवसाद की जिंदगी जीने के लिए मजबूर होना पड़ता है। समाज, रिश्तेदार सभी जगह ऐसे बच्चों को उपेक्षा का शिकार होना पड़ता है। ' संपर्क ' संस्था ऐसे अवसादग्रस्त बच्चों को अपने साथ ' चिल्ड्रन होम ' ले आती है और उसे नॉर्मल जिंदगी जीने के लिए प्रोत्साहित करती है। उनके ज़िंदगी मे आये भूचाल को दूर करने का प्रयास करती है। उन्हें शिक्षित, स्वयंपोसी, आत्मनिर्भर बनाने का काम ' संपर्क ' संस्था करती है। रहने के लिए उत्तम व्यवस्था, उच्च शिक्षा, समुचित दवा के साथ-ही-साथ

उनका शारीरिक-बौद्धिक का और विकास हो सके, ' कॉन्फिडेंस बढ़े ' इस आशय से स्पोर्ट्स में खेल-कूद, कब्बडी,  नेटबॉल आदि खेलों के लिए ' राज्यस्तरीय प्रतियोगिता ' में भाग लेने हेतु व्यवस्था करती है। महाराष्ट्र के बेलगाम, भाजे में सन 1990 में ' संपर्क ' संस्था ने 1100 बच्चों से  अपनी जोरदार शुरुआत की समेत अलीबाग तहसील जिला रायगढ़ में 700 से अधिक स्टूडेंट ने अपने जीवन को अद्भुत रंगों से भरा है। बेलगाम के ही शिले-पिम्पले गाव में 1999 में खेड़ तालुका के चाकन में संस्था ने चिल्ड्रन रूम शुरू किया था । जहां पर 800 से अधिक निराश्रित बच्चों ने इसका लाभ लिया है। बेलगाम के मुलशी तहशील में 2005 में 650  बच्चों को तैयार किया गया। रायगढ़ जिला में 1994 में पाटन गाँव मे, भाजे गाँव मे 2010 तक के लगभग 11000 ग्यारह हजार बच्चों को केंद्र सरकार द्वारा ' गवर्मेंट रिकग्नाईझड ' सरकारी मान्यता प्राप्त आईटीआई, वीटीपी, विटीसी कोर्सेस की व्यवस्था की गई। पुणे, रायगढ़ मिलाकर कुल 900से अधिक बच्चों को प्रति वर्ष ट्रेनिंग दिलवाया जाता है। इसके बाद उन्हें शानदार नोकरी और विवाह की व्यवस्था कर उन्हें हर संसाधन से युक्त कर अपनी आलीशान जिंदगी जीने के लिए तैयार किया जाता है। ' संपर्क ' संस्था से निकले हुए छात्र आज देश और समाज के चहुमुखी विकास कार्य मे अपना उल्लेखनीय योगदान भी दे रहे हैं । यह और बात है कि, संघर्षमयी छात्र जीवन, बचपन के संदर्भ में शायद ही किसी की यह बात प्रकाश में आये। बावजूद, सामाजिक-मानवीय कार्य ' संपर्क ' संस्था के माध्यम से जारी है। 

उल्लेखनीय है कि, ' संपर्क " राजस्थान के कल्याणमल केवलमल सिंघवी बालक आश्रम, गंगानी विलेज, जोधपुर में भी सन 2011 में ' संपर्क ' ने मात्र 50 बच्चों से इस पुनीत कार्य का शुभारंभ किया था। जोकि, अब ' संस्था ' हजारों छात्रों का भविष्य उज्ज्वल कर चुकी है। यही नहीं उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में खजुरोले गांव में 250 से अधिक बच्चों के लिए काम कर चुकी है। पश्चिम बंगाल के ' संपर्क शिशु के केंद्र' में  जोकि, हरिदेवपुर, नियर 41 पाली क्लब, कलकत्ता में स्थित है सन 2005 में 40 निराश्रित बच्चों से शुरूआत की थी। शीघ्र ही 100 से अधिक बच्चों की संख्या हो गई। ' संपर्क एजुकेशन प्रोजेक्ट ' के तहत ' स्पेशल एजुकेशन प्रोग्राम ' भी ' स्लम एरिया ' में चलाती है। इसी तरह हरिदेवपुर, मंदिर बाज़ार धनञ्जयपुर , काशीनगर समेत 24 परगना में 250 से अधिक बच्चों के जीवन को संवारा है। हुगली डिस्ट्रिक्ट के रहीमपुर, गुलटिया गांव में 80 बच्चों के जीवन का उत्थान किया है। संस्था के अन्य शुभचिंतक एवं सहयोगियों, पदाधिकारियों में प्रेसीडेंट अनिल सिंघवी, वाइस प्रेसीडेंट एम.डी. खट्टर, डॉ. मुकुंद भोले, संस्थापक / महासचिव अमितकुमार बनर्जी, कोषाध्यक्ष अजय अरगाड़े, अन्य गणमान्य ट्रस्टियों में डॉ. ललित चोकानी, रत्ना बनर्जी, किरण आर्या, आशा झुनझुनवाला, एन आर.जोशी बताये जाते हैं। संपर्क संस्था के प्रमुख सलाहकारों में सर्वप्रथम सत्येंद्र राजे दाभाड़े, जस्टिस एस. एम. झुनझुनवाला, जस्टिस विशाल विजयराव काले, एडवोकेट उद्धव चिताले, पार्थोदास गुप्ता, लता पांडेय, तनुजा मुखर्जी चित्रा पद्मनाभन, आशुतोष आठवले, जे.पी. बनर्जी, परवेज़ बिलिमोरिया आदि हैं। ' संपर्क ' सामाजिक संस्था महाराष्ट्र के पुणे पंजीकृत ट्रस्ट है। उक्त संस्था में डोनेशनधारियों को ' इनकम टैक्स 80 जी ' के तहत रिबेट मिलेगा।

गौरलतब है कि, बहुचर्चित सामाजिक-मानवीय मूल्यों के तहत निहित संस्था ' संपर्क ' के साथ अब भायंदर की सामाजिक, सांस्कृतिक संस्था ' युथ सोशल वेलफेयर एसोसिएशन (युथ फोरम) भी मिलकर भविष्य में एक साथ कई उल्लेखनीय कार्य करेगी।फोरम के अध्यक्ष दीपक आर जैन व सलहाकार प्रमोद तिवारी ने बताया की संस्था ने इस संबंध में संपर्क के संस्थापक अमित बेनर्जी से मुलाकात की व संस्था के बारे में जानकारी ली.फोरम की और से बेनर्जी को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित भी किया.जैन ने कहा की संपर्क के साथ काम करना हमारे लिए गर्व की बात होगी. सरकार को बे बेनर्जी की सेवाओं को देखते हुए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित करना चाहिए. उनका किया कार्य हर किसी के बस की बात नहीं. इस संस्था की बदौलत आज हजारों बच्चे सम्मानित जिंदगी आत्मनिर्भर होकर जी रहे हैं.   

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