मुनि पुण्यविमलसागरजी का किया हुआ पुण्य काम आयेगा !

मुनिश्री के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिये प्रार्थना और मंत्रजाप कीजिये


• आचार्य श्री विमलसागरसूरीश्वरजी महाराज साहब के शिष्य नूतन दीक्षित 16 वर्षीय मुनि पुण्यविमलसागरजी महाराज का स्वास्थ्य अभी भी चिंताजनक है. 

• इंडेस्कोपी, सिटिस्केन और अल्ट्रासाउंड स्केन किये गये हैं. बायोप्सी के लिये सेम्पल भेजे गये हैं.

• कल उन्हें बुखार आ गया और पुनः उल्टी हो गयी. उन्हें हाईपर एसिडिटी है, अल्सर है, लेकिन व कैसी स्थिति में है, यह रिपोर्ट आने पर पता चलेगा. 

• H-Pylori नामक एक खतरनाक बैक्टीरिया उनके पेट में काफी डेमेज कर चुका है. उसके तीन स्टेज होते हैं. पहले में वह परत को छीलता है, दूसरे में छेद (घाव) करता है और तीसरे में जहरीला बन जाता है. डॉक्टरों को आशंका है कि वह दूसरे स्टेज तक फैल चुका है.

• ऐसी संक्रामित परिस्थिति में मुनिश्री के आंत के ऑपरेशन को टाल दिया गया है. फिलहाल उपरोक्त रोगों के निदान का प्रयत्न चल रहा है. हाई एंटीबायोटिक दवाईयां भी उन्हें सूट नहीं हो रहीं. रिपोर्ट के बाद दूसरी स्थितियां भी स्पष्ट होगी.

• आप सभी मुनिश्री के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिये प्रार्थना और मंत्रजाप कीजिये. देव-गुरु-धर्म की कृपा से सब सुख-शांति होगी, ऐसी आशा और अभिलाषा है.

• पूज्य गुरुजी ने सभी को धर्मलाभ पूर्वक आशीर्वाद कहलाये हैं.


*– श्री श्वेताम्बर जैन संघ, इरोड़. (तमिलनाडु)*

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