मुसीबतों में परिवार के लोग ही साथ देते है :- निर्भय सागर
परिवार एक मित्र की तरह होना चाहिए
दमोह :-आचार्य श्री निर्भय सागर जी महाराज ने कहा कठिन परिस्थितियो, दुख दर्द एवं मुसीबतों में परिवार के लोग ही साथ देते है। इसलिए परिवार वालो से अच्छे व्यवहार को बनाकर रखना चाहिए। परिवार एक मित्र की तरह होना चाहिए, परिवार वालो से रुखा व्यवहार नही करना चाहिए। आपसी वाद विवाद लड़ाई झगडे निंदा आलोचना एवं शिकायत का कार्य परिवार वालो के बीच नही होना चाहिए, गलत नज़रिया परिवार को उखाड़ देता है परिवार वालो में हमेशा लचीलापन रखना चाहिए। आवेग मे आकर कोई कार्य नही करना चाहिए। आपसी समायोजन, समझौता, सहजता, सरलता जिस परिवार मे होती है। उस परिवार में सदा शान्तिं बनी रहती है।
आचार्य ने कहा जिस परिवार में आपसी सामंजस्य एवं मित्रवत व्यवहार है, वह परिवार एक मंदिर है। उन्होंने कहा पशु पक्षी भी भोजन मिलने पर अपने साथियों को आवाज़ देते है, जैसे कौवा को जब भीभोजन मिलता है, तब वह आवाज़ देकर अपने साथियों को बुला लेता है। चिड़िया भी अपनी चोंच में दाना चुग कर लाती है और अपने बच्चो को खिलाती है। जव पशु पक्षी भी इतनी चिंता करते है तो हम इंसान होकर अपने परिजनों की चिंता जरूर करे।
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी
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