शिक्षा के साथ साथ संस्कृति और संस्कार जरूरी :- गणि राजेंद्र विजयजी

देश का भविष्य बनाते है शिक्षक :- नरेंद्र मेहता



भायंदर :-
स्कूली शिक्षा देश का आनेवाला भविष्य हैं,और इस भविष्य को मजबूत बनाने के लिए शिक्षा के साथ साथ संस्कृति और संस्कार जरूरी हैं।पश्चिमी संस्कृति के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए संस्कृति के बारे में स्कूलों में व्यापक तौर पर बताना चाहिए।

उपरोक्त विचार सुखी परिवार फाउंडेशन के संस्थापक गणि श्री राजेंद्र विजयजी म.सा. ने व्यक्त किए।वे भायंदर(वेस्ट) के सुभाशचंद्र बोस मैदान में अवर लेडी ऑफ वेलंकनी हाईस्कूल स्कूल एंड जूनियर कॉलेज,गुड शेपर्ड स्कूल के वार्षिकोत्सव में बोल रहे थे।पूर्व विधायक नरेंद्र मेहता ने कहा कि जीवन में शिक्षकों का हमेशा सम्मान करें।शिक्षक देश का भविष्य तैयार करते है।

कार्यक्रम में सामाजिक क्षेत्र में योगदान के लिए बालकृष्ण तेंदुलकर को 'मोहनराज बंबोरी (सादड़ी/ भायंदर) पुरस्कार प्रदान किया गया।मुख्य अतिथि रमेश बंबोरी थे।वार्षिकोत्सव में बालमुनि पुष्पेंद्र विजयजी, लायन अतुल गोयल,श्रीप्रकाश झालुका,समीर तेंदुलकर, विशेष रूप से उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन दीपक जैन व मारिया गोम्स ने किया।

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