पिता ने दी बेटी को नई जिंदगी
मनपा प्यून विनायक पाटिल ने दी अपनी किडनी
भायंदर :- अभी कुछ दिनों पूर्व ही राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालुप्रसाद यादव को उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अपनी एक किडनी उन्हें डोनेट की थी। रोहिणी ने सोशल मीडिया पर इस आशय की पोस्ट व फोटो शेयर की थी जिसने काफी सुर्खियां बटोरी थी । आज हम एक ऐसे पिता के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी मासूम बेटी की जान अपनी किडनी देकर बचाई और उसे नई जिंदगी दी है। हम बात कर रहे है मीरा भायंदर महानगरपालिका के आयुक्त कार्यालय में प्यून के पद पर कार्यरत विनायक पाटिल की बेटी श्रद्धा पाटिल की जो एक गंभीर बीमारी से पीड़ित थी।
डॉक्टर ने बताया कि इस बीमारी से श्रद्धा की दोनों किडनियां निष्क्रिय हो गई थी और उसकी जान बचाने के लिए कम से कम एक किडनी की उसे जरूरत थी। अपने उम्र की परवाह किए बिना विनायक पाटिल ने बेटी की जान बचाने के लिए अपनी एक किडनी देने का साहसी निर्णय लिया।किडनी ट्रांसप्लांट की सफल सर्जरी के बाद, श्रद्धा को एक नया जीवन मिला हैं।
अपनी बेटी के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले इस पिता की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। सर्जरी की सफलता से उनका मानसिक तनाव भी कम हुआ है,लेकिन इस जटिल सर्जरी के आर्थिक तनाव से विनायक पाटील अभी नही उबर सकें हैं।
विनोद मिश्र
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें