महिलाओं ने राष्ट्र भक्ति की अलख जगाई

 जावरा में हुआ पहलीबार पथ संचलन


जावरा :- 
गुलाबी बॉर्डर वाली सफेद साड़ी पहनकर राष्ट्र सेवा का जज्बा लिए मातृ शक्ति ने जब नगर की सड़कों पर कतारबद्ध होकर कदमताल मिलाई तब पूरा शहर गर्वित हो उठा। स्वागत में जगह-जगह मंच बनाकर पुष्पवर्षा की गई। वहीं भगवा ध्वज मा नारी शक्ति के युवा नेतृत्व ने वंशी और घोष धुन से राष्ट्र भक्ति का अलख जगाया। अवसर था नगर में पहली बार निकले महिला पथ संचलन का जिसका आयोजन राष्ट्र सेविका समिति ने किया था।हेमा पगारिया ने बताया कि इसमें 150 से भी ज्यादा सेविकाएं (महिला युवतियां शामिल हुई थी)।

 गीता भवन परिसर में राष्ट्र सेविका समिति की कार्यकर्ताओं का एकत्रीकरण हुआ यहां अनुमाताई साठे ने बौद्धिक दिया। उन्होंने कहा कि नवरात्रि में हम नारी शक्ति की आराधना इसलिए करते हैं ताकि शक्ति अर्जित करके पूरे सामर्थ्य के साथ राष्ट्र कार्य कर सकें। वर्ष 1936 में दशहरा के अवसर पर वर्धा में राष्ट्र सेविका समिति की स्थापना हुई। आज देशभर में कई शाखाएं संचलित हैं और यह एकमात्र स्थान है जहां पर महिला, युवतियों का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास होता हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता स्त्री रोग विशेषज्ञ अदिति राठौर ने की। अतिथि परिचय मोनिका पावेचा ने दिया। हेमा पगारिया अमृत वचन तथा अरुंधति ने एकल गीत प्रस्तुत किया। जावरा विभाग संपर्क प्रमुख सोनाली जैन ने बताया कि मुख्य शिक्षिका का दायित्व सोनाली सोलंकी ने निर्वहन किया। इस अवसर पर मंदसौर जिला कार्यवाहिका किरण मावर, नागदा जिला कार्यवाहिका पुनम बहन समेत बड़ी तादाद में समिति सेविकाएं मौजूद थीं। संचलन नगर के प्रमुख मार्गों से निकला व वंदे मातरम गान के साथ इसका समापन हुआ। मंदसौर में भी समिति की और से आयोजित संचलन में महिलाओं ने हिस्सा लिया।




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