तपस्वी रत्न वसंत सूरीश्वरजी का चातुर्मास पालीताणा तीर्थ पर

55वे वर्षीतप के हैं आराधक


पालीताणा :- अति पवित्र महातीर्थ
 पालीताणा की पुण्यभूमि पर आत्म वल्लभ समुदाय के समुदाय वडील, तप चक्रवर्ती 
55वें वर्षीतप के आराधक परम पूज्य आचार्य  श्री विजय वसंत सूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा - 2 का इस वर्ष का चातुर्मास शाश्वत सिद्धक्षेत्र श्री आदिनाथ भगवान की छत्रछाया में पालीताणा की पुण्यभूमि पर श्री आत्म वल्लभ पंजाबी जैन धर्मशाला के पावन प्रांगण में होगा।

चातुर्मास का लाभ पंजाबी जैन धर्मशाला के जीर्णोद्धार प्रेरक तथा शिखरबद्ध जिनालय निर्माण प्रेरक व प्रतिष्ठाचार्य , वर्तमान गच्छाधिपति शांतिदूत पूज्य आचार्य श्री विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी म.सा. की प्रेरणा से समाजरत्न लाला लाभचन्द लालदेवी जैन ओसवाल के सुपुत्र श्रावकरत्न राजकुमारजी, राजरानी जैन ओसवाल , फरीदाबाद वालों ने अपने पुत्र कमल जैन की पुण्य स्मृति में प्राप्त किया है। 

चातुर्मास काल में आने वाले कार्यक्रमों आयोजनों का तथा सभी गुरुभक्तों के आवास आदि का सम्पूर्ण लाभ प्राप्त करके परिवार ने पुण्यार्जन का अनुमोदनीय कार्य किया है । ट्रस्ट ने कहा कि चातुर्मास 12 जुलाई 2022 से प्रारम्भ होगा । इस दौरान आने वाले दर्शनार्थी श्रद्धालु पालीताणा आने से पूर्व कृपया अपनी सूचना अवश्य करें। 

ज्ञात हो पंजाबी जैन धर्मशाला में गच्छाधिपति जी की प्रेरणा से निर्मित गुरु समुद्र भोजनशाला में चतुर्विध श्रीसंघ की भक्ति का मुख्य लाभ समाजरत्न लाला लाभचंद लालदेवी जैन के सुपुत्र पुत्रवधु शान्तिलाल, मधु जैन गुरुग्राम वालों ने लिया है। चातुर्मास के आयोजक एवं निवेदक श्री आत्मानन्द जैन यात्रिक भवन ट्रस्ट,श्री आत्म वल्लभ जैन पंजाबी धर्मशाला, तलेटी रोड , पालीताणा - 364270 हैं।

नोट:- चातुर्मास काल मे गिरिराज की पहाड़ यात्रा करना वर्जित है । अतः मात्र तलहटी दर्शन वन्दन पूजन ही होते हैं।




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