जिसे अंधकार पसंद नही उसे कहते हैं भारत :- हीररत्न विजयजी

अनेकता में एकता का देता हैं संदेश


भायंदर :-
भारत एक विविधता से भरा देश है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति, इतिहास, और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यहाँ अनेक विशेषताएं हैं जो भारत को विशिष्ट बनाती हैं। भारत में विभिन्न संस्कृतियाँ, धर्म, और भाषाएं हैं, जो इसे एक अनोखा देश बनाती हैं।प्रकाश की तरफ हरदम प्रयत्नशील है, और अंधकार जिसे पसंद नहीं उसे कहते हैं भारत।

उपरोक्त विचार अवर लेडी ऑफ वेलंकनी हाईस्कूल एन्ड जूनियर कॉलेज में आयोजित 78 स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित विशेष प्रवचन में आचार्य श्री रश्मिरत्न सूरीश्वरजी म.सा.के शिष्य रत्न पंन्यास प्रवर हीररत्न विजयजी म.सा.ने व्यक्त किये।विद्द्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में प्राचीन मंदिर, किले, और स्मारक हैं, जो इसके समृद्ध इतिहास को दर्शाते हैं।भारत में विविध प्राकृतिक सौंदर्य है, जैसे कि हिमालय पर्वत, गंगा नदी, और महासागर। भारत में विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे कि दीवाली, होली, और ईद, जो इसकी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं।ऐसी अनेक विशेषताएं हैं जो भारत को एक अनोखा और विशिष्ट देश बनाती हैं।उन्होंने भारत के बारे में विस्तार से बताया।

इस अवसर पर ध्वजारोहण युथ सोशल वेलफेयर एसोसिएशन(युथ फोरम) के अध्यक्ष दीपक जैन,विवेक सतसंगी ने किया।उपस्थित मेहमानों का स्वागत स्कूल की अध्यक्षा निर्मला माखीजा ने किया।इस अवसर पर पिंकी सतसंगी, सूरजप्रकाश सांडेसर,सूंदर कोनार,राहुल यादव,मदन सुथार आदि मान्यवर उपस्थित थे।संचालन मनमोहन सर ने किया।बच्चों ने शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

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