मानवसेवा भी परमात्मा का मंदिर है :- नित्यानंद सूरीश्वरजी

 जिनेन्द्र ज्योति संस्थान में दिव्यांग दिवस का आयोजन


चेन्नई (तामरपाक्कम) :-
परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय नित्यानंद सूरीश्वर म.सा.,मुनिराज श्री मोक्षानंद विजय जी म.सा.आदि ठाणा एवम साध्वी पूर्ण प्रज्ञा श्री म.आदि ठाणा की उपस्थिति में परमार क्षत्रियोद्धारक आचार्य श्री विजय इंद्रदिन्न सूरीश्वर जी म.सा. की जन्म शताब्दी वर्ष अंतर्गत दिव्यांग बच्चों की सेवा में समर्पित जिनेंद्र ज्योति संस्था में दिव्यांग दिवस का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत गुरुदेव के मंगलाचरण से हुई।इस अवसर पर अपने आशीर्वचन में  गच्छाधिपति ने कहा कि मानवता की सेवा ही सच्चा धर्म है और सेवा ही परमात्मा का मंदिर है । मोक्षानंद जी म.सा ने कहा कि मंदिर बनाने जैसा पुण्य लाभ मानवता की सेवा से भी मिलता है । इस संस्था में भगवान महावीर की करुणा का झरना बहता हुआ दिखाई दे रहा है।

 कमला मेहता व रक्षिता कोठारी के स्वागत गीत के बाद संस्था के अध्यक्ष सुगाल सिंघवी ने विशेष बच्चों के विकास व सम्मान की सुरक्षा के लिए सुझाव दिए।संस्था की संस्थापिका नारी रत्ना ललिता चोरडिया ने संस्था के कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत कर , संस्था की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए । विशेष बच्चों ने गायन , नृत्य, तिरुक्कुरल पदों के माध्यम से शानदार भावपूर्ण प्रस्तुति दी। दिव्यांग दिवस के उपलक्ष में प्यारे लाल  पिपलिया, कमला देवी दुलीचंद बाघमार चैरिटेबल ट्रस्ट, मोतीलाल विमल कुमार,पुनीत मोहित सांखला, तेजस मेटल कंपनी लिमिटेड द्वारा अनुदान राशि संस्था को भेंट की गई। 

कैलाश दुगड़, विमल सांखला, चैनराज मरलेचा, केदारमल राठी गौतम बरोला, महावीर सांखला, ललित कुमार बाघमार, विमल चंद बोकड़िया , कमल खाबिया, संजय कोटेचा, रमेश सांखला , महावीर कटारिया , उत्तम चंद रांका , हुक्मीचंद तालेड़ा , दिलीप बोहरा , सुनील खारीवाल आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।

 नाश्ता व भोजन का लाभार्थी मोतीलाल विमलचंद पुनीत मोहित  सांखला परिवार ने लिया।आभार महावीर सांखला ने आभार व संचालन विजया कोटेचा ने किया।

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