55 वर्षीतप के दिव्य तपस्वी आचार्य वसंत सूरीश्वरजी का निधन

विजय वल्लभ सूरीश्वरजी समुदाय के लिए बहुत बड़ी क्षति

अंतिम संस्कार रविवार को पालीताणा में

गुरुदेव का जाना अत्यंत दुखद हैं।तपस्वी होने के बाद भी हर कार्यक्रम में उपस्थिति, हर गुरु भक्त को मिलना,आशीर्वाद देने उनकी विशेषता थी।अखंड 55 वर्षीतप जैसी तपस्या तो आप जैसा विरला ही कर सकता हैं।भावपूर्ण श्रद्धांजलि

दीपक जैन,

संपादक :- शांति वल्लभ टाइम्स


भावनगर :-
जैन जगत के महान तपस्वी , अखंड  55वें वर्षीतप के दिव्य तपाराधक , समुदायवडिल परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विजय वसंत सूरीश्वर जी महाराज का आज भाव नगर में हृदय गति रुक जाने से काल धर्म (निधन) हो गया । गुरुदेव का जाना पंजाब केसरी आचार्य विजय वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा. समुदाय के लिए बहुत बड़ी क्षति हैं।

आप युग दृष्टा पंजाब केसरी युगवीर आचार्य श्री विजय वल्लभ सूरीश्वर जी महाराज के हाथों से दीक्षित वर्तमान में एक मात्र संत थे ।आआपकी अंतिम  यात्रा  दिनांक 11 दिसंबर 2022 , रविवार*सुबह 11 बजे से- पालखी संबंधी चढ़ावे प्रारंभ*होहोंगे तथा दोपहर 3 बजे से- श्री आत्म वल्लभ पंजाबी जैन धर्मशाला , तलेटी रोड , पालीताना से गुरूदेव की अंतिम यात्रा प्रारंभ*होहोगी।

उग्र तपस्वी , भीष्म तपस्वी , वचन सिद्ध , तप चक्रवर्ती , तपस्वी सम्राट , जिन शासन गौरव , तप अखंड बाल ब्रह्मचारी , योगिराज पूज्य पाद तपस्वी भगवन के काल धर्म होने से जैन शासन रूपी गगन में से एक महान तेजोमय तपसूर्य अस्त हो गया है ।उनकी पवित्र आत्मा और उत्कृष्ट संयम साधना को अनंत अनंत वंदन ।

पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी म.सा. ने गुरुदेव के निधन को जिनशासन के साथ अपने व हर गुरुभक्त के लिए व्यक्तिगत क्षति बताया।उनके तप त्याग का स्वर्णिम इतिहास हैं जो हमेशा अमर रहेगा।

उनके अंतिम संस्कार आदि की जानकारी शीघ्र ही प्रेषित की जायेगी ।शांति वल्लभ टाइम्स परिवार का भावपूर्ण ।।अभिवादन।



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