विहार कर रहे जैन मुनि दुर्घटना ग्रस्त

सिद्धि तिलक विजयजी का निधन

इंदौर। अमझेरा से धार की और पैदल विहार करने के दौरान सोमवार को मुनिराज सिद्धि रत्न (70) और सिद्धि तिलक महाराज (42) को मांगोद चौराहा पर सोमवार सुबह एक चार पहिया वाहन ने टक्कर मार दी। दोनों को गंभीर चोटे आई, जिन्हें इलाज के लिए धार  मित्तल हॉस्पिटल से इंदौर रैफर किया गया।  रास्ते मे ही सिद्धि तिलक महाराज का देवलोक गमन हो गया।

धार निवासी नवरत्न परिवार के विनय गुप्ता ने बताया की दो फरवरी को  महाराज साहब ने भोपावर  मैं आचार्य श्री नवरत्न सागर सूरी मा.सा. के पंचम पुण्य स्मृति महोत्सव में  निश्रा प्रदान कि थी   तत्पश्चात अमझेरा पधारे थे। सोमवार सुबह अमझेरा से धार की ओर पैदल विहार कर रहे थे, इसी बीच सुबह 10.30 बजे एक वाहन चालक ने टक्कर मार दी। इससे एक मुनिराज के उल्टे पैर और  दूसरे महाराज के सिर में गंभीर चोट आई। सूचना मिलते ही दोनों को इलाज के लिए एंबुलेंस से निजी अस्पताल लेकर पहुंचे।

जहां से दोनों को इंदौर के अरिहंत अस्पताल रैफर कर दिया। इस दौरान 42 वर्षीय महाराज का देवलोक गमन हो गया। वहीं, 70 वर्षीय मुनिराज का इलाज जारी है।इस दुखद घटना पर नवरत्न परिवार के राष्ट्रीय अध्य्क्ष  प्रीतेश औसतवाल, राजेश जैन उज्जैन, प्रवीणजी गुप्ता धार, प्रवीण गुरुजी, महेंद्र गुरुजी, विशाल अमझेरा ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया ।

अत्यंत दुःखद

आज की घटना अत्यंत ही दुःखद है. यह बहुत ही गंभीर समस्या है. समाज को इस पर गहन चिंतन की जरूरत है. तपागच्छ प्रवर समिति को भी इस बारे में जल्द से जल्द एक गाइड लाइन को जारी करना जरूरी है. हमने अनेक गुरु भगवंतों को  दुर्घटना में खोया है.

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