मुमुक्षु रत्न अभिषेक की दीक्षा 25 फरवरी को

लेने जैसा संयम :- मुनि नीपुणरत्न विजयजी

पाटन :- गुजरात के पाटण नगर में पंचासरा जैन मंदिर के पास स्थित त्रिस्तुतिक जैन उपाश्रय में बिराजमान गुरुदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वर महाराजा के शिष्य मुनिराज श्री चारित्ररत्न विजय जी महाराज आदि श्रमण श्रमणी भगवंत ठाणा 36 के दर्शनार्थ मध्यप्रदेश के रींगनोद निवासी मुमुक्षु अभिषेक नगीनभाई हरण परिवार का पाटण पदार्पण हुआ. मुमुक्षु रत्न ने पाटण में बिराजमान सभी श्रमण श्रमणी भगवंत के दर्शन वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किए.

दीक्षार्थी के पाटण आगमन पर  मध्यप्रदेश के पारा निवासी पारसभाई कांठेड़ एवं  सुभाषचन्द्र कांकरीया परिवार की ओर से शोभायात्रा,अनुकंपा दान सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए. धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिराज नीपुणरत्न विजयजी महाराज ने संयम जीवन के महत्व पर विस्तार से समझाया.

इस अवसर पर त्रिस्तुतिक जैन संघ पाटण की ओर से मुमुक्षु का  बहुमान किया गया. ज्ञात हो मुमुक्षु अभिषेक की दिक्षा पुण्य सम्राट युग प्रभावक गुरुदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वर महाराजा की जन्म भूमि पेपराल तीर्थ में वर्तमान गच्छाधिपती श्रीमद् विजय नित्यसेन सूरिश्वरजी महाराज एवं आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय जयरत्न सूरीश्वरजी महाराज की पावन निश्रा में आयोजित आत्मोद्धार (सामुहिक दिक्षा महोत्सव) में चैत्र शुक्ल 13  दिनांक 25/4/2021  को संपन्न  होगी.

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