वो' मर्यादाओं में रहकर समाज की चौखट लांघ गई।

महिलाओं को मुबीना का अनुसरण करना चाहिए

(कड़ी मेहनत, आस्था, विश्वास  की एक कहानी)


भायंदर :-
प्रत्येक मनुष्य का जीवन उसके आस-पास के समाज से बहुत प्रभावित होता है। मेरी व्यक्तिगत राय है कि इस समाज का मुख्य उद्देश्य मानव जीवन को सुखी बनाना है। लेकिन कई बार समाज में कुछ संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों के कारण पूरे समाज को समय के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दुर्भाग्य से इस समस्या का खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ता है। हालाँकि, भू-तलावर का इतिहास यह है कि महिलाओं ने समाज की अलिखित बंदिशों को तोड़कर फिर से समाज को सही दिशा दिखाने का काम किया है। इस मामले में साहस करके पहला कदम उठाने वाली महिलाओं की उतनी सराहना नहीं की जाती, जितनी की जानी चाहिए। ऐसा ही एक उदाहरण हमारे समक्ष हैं।

उपरोक्त महिला का नाम मुबीना जावेद शेख है।उनके परिधान से समझ मे आता है कि वह मुस्लिम समुदाय से है।वे भायंदर (वेस्ट) में रिक्शा चलाने का काम करती है।वैसे तो शहरी भागों में महिलाओं का रिक्शा चलाना आम बात है, लेकिन मुबीना की प्रशंसा करनी होगी क्योंकि अभी तक मुस्लिम महिला को इस व्यवसाय में देखा नही गया है।विशेष बात तो यह कि यह कार्य करते समय वह समाज के नियमों का पूरी तरह पालन करती है व अपने यूनिफॉर्म पर बुरखा पहनती है।संभव हुआ तो प्रार्थना करने से भी नही चूकती।

मुबीना का छोटा सा परिवार है। इसमें दो बच्चे (एक चौथी में, दूसरा बारहवीं में) और एक पति शामिल हैं। वह अपने दोनों बच्चों को डॉक्टर बनाने के लिए लगातार संघर्ष कर रही हैं। खुद ग्रेजुएट होने के नाते मुबीना एक समय टीचर बनना चाहती थीं। लेकिन किसी कारणवश यह संभव नहीं हो सका. इसलिए दोनों दंपत्ति अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसे जुटाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। इससे पहले मुबीना ने कई काम किए थे। लेकिन पर्याप्त बचत नहीं होने के कारण आखिरकार उन्होंने रिक्शा चलाने का फैसला किया। 

सराहना का विषय यह है कि उन्हें उनके पति जावेद ने रिक्शा चलाने की प्रेरणा दी।फिलहाल मुस्लिम समुदाय का पवित्र रमजान महीना शुरू है। ऐसे में दूसरे मुस्लिम भाई-बहनों की तरह मुबीना भी रोजाना रोजा रख रही थी। मुझे विश्वास है कि ईश्वर ऐसी सच्ची प्रार्थनाओं और प्रयासों को एक दिन अवश्य सफलता देंगे। और तो और, अगर अन्य मुस्लिम महिलाएं भी मुबीना का अनुसरण करें तो यह समाज के लिए असली जीत होगी।


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