सेसली तीर्थ की प्रतिष्ठा के चढ़ावे 28 अप्रेल को मुंबई में

भारतभर के जैन संघो को निमंत्रण

चिदानंद सूरीश्वरजी की निश्रा में होगी प्रतिष्ठा


बाली :-
मरुधर (गोड़वाड़) की धन्यधरा पर शिल्पकला का बेजोड नजराना श्वेत धवल पाषाण निर्मितअलौकिक अप्रतिम व 108 पार्शनाथ तीर्थो मे एक ऐसे श्री सेसली पार्श्वनाथ की प्रतिष्ठा हेतु प्रथम जाजम में चढ़ावों के लिए भारतवर्ष के समस्त जैन संघों को निमंत्रण दिया गया है।

श्री ओसवाल श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागच्छ जैन संघ, बाली के तत्वावधान में श्री मनमोहन पार्श्वनाथ जैन पेढ़ी ट्रस्ट अधिनस्थ श्री सेसली पार्श्वनाथ श्वेताम्बर जैन तीर्थ, सेसली की और से चढ़ावों का कार्यक्रम रविवार2 28 अप्रेल को सुबह 10 बजे से  हिन्दी विद्या भवन, एफ रोड, मरीन ड्राईव, मुंबई में श्री वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा. समुदाय के गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वर जी म.सा. के आज्ञानुवर्ती परम पूज्य तत्वचिंतक, ज्योतिर्विद आचार्य श्री विजय विद्युतरत्न सूरीश्वरजी म.सा., उपाध्याय श्री योगेन्द्र विजय जी म.सा. आदि ठाणा की निश्रा में किया गया है।बाली के गौरव, युवा संगीतरत्न श्री विनीत ए. गेमावत भक्ति की धूम मचाएंगे।

संघ के अध्यक्ष बाबुलाल बी. मंडलेशा व सचिव  कांति यु. कितावत ने बताया कि तीर्थ की प्रतिष्ठा पंजाब केसरी विजय वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा.समुदाय के गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी म.सा.के शिष्य तत्वचिंतक आचार्य श्री विजय चिदानंद सूरीश्वरजी म.सा.आदि ठाणा की निश्रा में भव्यातिभावय होगी।इस अवसर पर मुनीमजी (सिर्फ प्रथम जाजम के लिए),तिलक एवं हार द्वारा बहुमान (सिर्फ प्रथम जाजम के लिए),प्रतिमाजी भराने का चढ़ावों में अंजनशलाका हेतु श्री सेसली पार्श्वनाथ भगवान की 13" पंचधातु प्रतिमा,श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ काऊसग्ग मुद्रा 51" (सामूहिक),श्री भोपावर श्री शांतिनाथ भगवान काऊसग्ग मुद्रा 51",श्री आदिनाथ प्रभु जटाधारी (कांगडा तीर्थ) (उपर के गंभारा में) 21,श्री महावीर स्वामी 21",श्री सीमंधरस्वामी 21",श्री चंद्रप्रभस्वामी 21"श्री वासुपुज्य स्वामी 21",श्री विमलनाथ भगवान 21,श्री अजितनाथ भगवान 21",श्री मल्लिनाथ भगवान 21",श्री सुमतिनाथ भगवान 21",श्री गौतमस्वामी 21",श्री शुभदंत स्वामी 21", श्री नाकोडा भैरव देव्,श्री नाकोड़ा भैरवदेव, श्री धर्णेन्द्र देव,श्री पद्मावतीदेवी का समावेश है।

श्री चिदानंद सूरीश्वरजी म.सा.
मंडलेशा ने बताया कि जिन चढ़ावों के नाम जिनालय परिसर में लिखे जाएंगे वे तय तख्ती साईज में सिर्फ एक लाईन में ही होंगे उसमे मेन गेट-नामकरण जिसमें लाभार्थी अपने परिवार के तीन नाम से भवन का नामकरण कर सकेंगे। तीन नाम यानी - स्वयं/पिता या पति/दादाजी/गौत्र परिवार के अलावा यदि कोई अन्य नाम लिखना है, तो लाभार्थी को ट्रस्ट मंण्डल की अनुमति लेनी होगी।तय साइज में लाभार्थी द्वारा दिये गए नामों की संख्यानुसार अक्षर छोटे-बडे होंगे तथा नामकरण लाभार्थी परिवार के करकमलों द्वारा भवन का उद्घाटन होगा।नामकरण लाभार्थी की तय स्थान पर तीन अलग-अलग तख्तियां लगेगी।लाभार्थी को उ‌द्घाटन समारोह पत्रिका में पूरा पेज व फेमिली फोटो दिया जाएगा।श्री सेसली पार्श्वनाथ जैन तीर्थ //.. गौत्र / जैन अतिथि गृह निवासी जिसका उद्घाटन संभावित दिसंबर 2024 को होगा।उन्होंने कहा कि किसी संघ के नाम चढ़ावा लिया जा सकेगा। धर्मशाला का कोई भी चढ़ावा सामूहिक नही लिया जा सकेगा।धर्मशाला के सभी लाभार्थी के नाम तल मंजिल पर उचित स्थान पर एक लाईन में चढ़ावे के नाम के साथ लिखे जाएंगे।नकरे द्वारा दिए जाने वाले चढ़ावों के आदेश दि. 28.04.2024 को जाजम दौरान दिए जायेंगे। एक चढ़ावें के लिए एक से अधिक नाम आने पर ड्रॉ द्वारा लाभ दिया जाएगा।सभी चढ़ावों एवं नियमों में फेरफार ट्रस्ट मंडल के अधीन रहेगा।अधिक जानकारी के लिए बाबुलाल बी. मंडलेशा, अध्यक्ष अथवा कांति यु. कितावत से संपर्क करें।



 

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