चेन्नई में पक्षी मित्र अभियान शुरू
छत या आंगन में रखें पानी के सकोरे
चेन्नई :- चेन्नई. मरीना समुद्र तट पर रविवार शाम बह रही बयार पक्षी प्रेम का संदेश दे रही थी। वजह थी राजस्थान पत्रिका और समर्पण भक्ति समूह का साझा कार्यक्रम पक्षी मित्र। पत्रिका और भक्ति समूह ने तट पर तफरीह के लिए आए लोगों से आह्वान किया कि वे अपने घर की छत या आंगन में पानी के सकोरे रखें ताकि मूक पक्षी प्यासे नहीं रहें। लोगों को सांकेतिक रूप में सकोरे भी बांटे गए। सकोरे बांटने की शुरुआत के साथ तमिलनाडु में पत्रिका पक्षी मित्र अभियान भी विधिवत शुरू हो गया।
राजस्थान पत्रिका के सामाजिक सरोकार के तहत शुरू पक्षी मित्र अभियान का उद्घाटन मुख्य अतिथि पप्पूसा लूनिया ने किया। उन्होंने कहा, गर्मी के दिनों में यह हमारा फर्ज है कि पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्था करें। यह कार्य प्राणिमात्र के प्रति दया का प्रतीक भी है। राजस्थान पत्रिका और समर्पण भक्ति समूह की इस पहल को और आगे बढ़ाया जाएगा।
समूह के श्रेणिक नाहर जो अपनी पूरी टीम के साथ मौजूद थे, ने पत्रिका का साधुवाद देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में सैकड़ों सकोरे वितरित किए जाएंगे। हम जिनको सकोरे दे रहे हैं, उनके नाम और मोबाइल नम्बर भी दर्ज कर रहे है। उनके घरों के पानी भरे सकोरों के फोटो भी मंगाए जाने का विचार है ताकि इस कार्यक्रम की मॉनिटरिंग होती रहे।राजस्थान पत्रिका के सामाजिक सरोकार के तहत शुरू पक्षी मित्र अभियान का उद्घाटन मुख्य अतिथि पप्पूसा लूनिया ने किया।
राजस्थान पत्रिका चेन्नई संस्करण के प्रभारी संपादक पी. एस. विजयराघवन ने मुख्य अतिथि और समर्पण भक्ति समूह का आभार व्यक्त करते हुए पत्रिका के इस कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। उन्होंने मूक पक्षियों के हितार्थ और संरक्षण के लिए चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में अधिकाधिक लोगों के जुड़ने की अपील की।में पानी के सकोरे रखें ताकि मूक पक्षी प्यासे नहीं रहें। लोगों को सांकेतिक रूप में सकोरे भी बांटे गए। सकोरे बांटने की शुरुआत के साथ तमिलनाडु में पत्रिका पक्षी मित्र अभियान भी विधिवत शुरू हो गया।
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