चेन्नई में भव्य संक्रांति समारोह संपन्न

श्री संकल्प जैन श्वेतांबर का कार्यक्रम


चेन्नई :-
श्री संकल्प जैन श्वेतांबर संघ , के तत्वावधान में अंतिम संक्रांति धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।इस अवसर पर देश के अनेक राज्यों से गुरु भक्त उपस्थित थे।

के पी एल प्रांगण में संक्रांति महोत्सव की शुरुआत गुरु वंदन, मंगलाचरण,प्रात कालीन भजनों द्वारा हुआ।इस कार्यक्रम के दौरान श्री जिन कल्याणक तीर्थोद्धार ट्रस्ट चेन्नई के सभी पदाधिकारी एवम् सदस्यों ने बाजते गाजते धर्मसभा में प्रवेश किया ।अध्यक्ष सायरचंद नाहर , सचिव शांतिलाल डी जैन, रमेश मुथा व पन्नालाल सिंघवी ने विनती करते हुए कहा कि झारखंड राज्य में भगवान श्री महावीर स्वामी की केवलज्ञान कल्याणक भूमि ऋजुबालिका बराकर तीर्थ में गच्छाधिपति गुरुदेव की प्रेरणा से समवसरण तीर्थ मंदिर बनकर तैयार हो गया है। गुरुदेव हमें उसकी अंजशलाका प्रतिष्ठा तथा चेन्नई केएलपी में ही जाजम रखने का भी  शुभ मुहूर्त प्रदान करें । विनती में समस्त चेन्नई जैन संघों के पदाधिकारी और समाज के अग्रणी लोग उपस्थित थे । उनकी विनती को स्वीकार करते हुए गच्छाधिपति गुरुदेव ने 12 फरवरी 2023 को ऋजुबालिका कल्याणक भूमि में प्राण प्रतिष्ठा करवाने का मुहूर्त प्रदान किया ।केएलपी में ही जाजम 6 नवंबर 2022 को केएलपी में प्रतिष्ठा संबंधी जाजम का मुहूर्त प्रदान किया। इस जाजम में कोई भी भाग्यशाली पधार कर कल्याणक भूमि में अंजनशलाका प्रतिष्ठा संबंधी चढ़ावों में भाग ले सकता है । 

केलपी संघ के अध्यक्ष सुनील खेतपालिया तथा सचिव मनीश परमार ने सोमवार को संक्रांति समारोह के दौरान गच्छाधिपति  को विनयपूर्वक कहा कि राजस्थान के बीकानेर और जैतपुरा में हमने आपको केएलपी में चातुर्मास करने और प्राण प्रतिष्ठा करवाने की विनती की थी और आप हजारों किलो मीटर की पद यात्रा करके यहां पधारे । यहां आपके चातुर्मास की भव्यता और दिव्यता की सुवास सर्वत्र व्याप्त है । किंतु हमारी लाख कोशिशों के बावजूद भी जिनालय निर्माण की पूर्णता तक हम नही पहुंच पाए जिसका हमें बेहद खेद है । लेकिन इस जिनालय की प्राण प्रतिष्ठा हमें आपसे ही करवानी है ऐसा हमारा दृढ़ निश्चय है । 

गच्छाधिपति गुरुदेव ने फरमाया कि अभी मुझे पंजाब पहुंचना है और चातुर्मास लुधियाना करना है । उसके अगले वर्ष मुझे पालीताना की पुण्यभूमि पर एक चातुर्मास करने की प्रबल भावना है । उसके बाद मुझे पुनः दक्षिण भारत आने का भाव है क्योंकि कर्नाटक के अरसीकेरे में दक्षिण नकोडा तीर्थ का निर्माण मेरी ही निश्रा में गतिमान है । चेन्नई - पांडिचेरी मुख्य मार्ग पर मंद्रांतकम के पास अनंत वल्लभ आदर्श धाम जैन तीर्थ का निर्माण भी मेरे ही मार्गदर्शन में प्रारंभ हो रहा है। उसकी भी प्राण प्रतिष्ठा का प्रसंग भी मुझे संपन्न करवाना है ।इस तीर्थ धाम में स्कूल , हॉस्पिटल , गौशाला , पशु हॉस्पिटल आदि अनेक प्रकल्प होंगे और इसके लिए श्रीमती अमराबाई जवरीलाल  छल्लानी परिवार के पद्म छलाणी ने 11 एकड़ भूमि समर्पित करने की घोषणा की है। भूमिदान के साथ संपूर्ण निर्माण भी छल्लानी परिवार ही करवाएगा । इसके अतिरिक्त अनेक कार्य दक्षिण भारत की धरा पर होने वाले हैं अतः वर्ष 2025 में मैं इन सभी कार्यों के साथ के एल पी के जिनालय की प्राण प्रतिष्ठा करवाने का आश्वासन प्रदान करता हूं।  

गच्छाधिपति जी के श्रीमुख से पुनः चेन्नई आगमन की इस घोषणा को सुनते ही सारे भक्तगण झूमने नाचने लगे ।संक्रांति समारोह के लाभार्थी मातु श्रीमती कमलाबाई पारसमल , नरेंद्र श्रीश्रीमाल परिवार मेडी सेल्स जोधपुर चेन्नई वालों का संघ द्वारा बहुमान किया गया। नरेंद्र श्रीश्रीमाल ने भी धर्मसभा में अपने विचार प्रस्तुत किए । 

गच्छाधिपति ने संक्रांति लाभार्थी श्रीश्रीमाल परिवार के सत्कार्यों का वर्णन और अनुमोदन किया और शिक्षा भूषण सुनील  खेतपालिया को राजस्थान सरकार से प्राप्त हुए भामाशाह अवार्ड आदि विभिन्न अलंकारों के लिए आशीर्वाद दिया । स्व द्रव्य से जिनालय निर्माता  मातुश्री मेथीबाई कुंदनमल धन्नाशा परिवार मनीश परमार की उदारता और धर्म भावनाओं का अनुमोदन किया । लुधियाना जैन संक्रांति मंडल और संकल्प जैन संघ की तरफ से संघ पूजन किया गया । संक्रांति महोत्सव में श्रेणिक नाहर , हरीश परमार , प्रवीण जैन दुगड़ , भरत मेहता ने भजन प्रस्तुत कर भक्ति की धूम मचा दी।

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