IAS बनना चाहते थे हसमुख गहलोत

सर्व मान्य नेता के रूप में उभरता व्यक्तित्व

कोरोना के लिए 25लाख का निधि देनेवाले पहले जनप्रतिनिधि


जैसा नाम,बिल्कुल वैसे ही हैं भाजपा नेता और मीरा भायंदर के पूर्व उप महापौर हसमुख गहलोत।राजस्थान के पाली जिला में जन्मे और अपनी स्कूली और कॉलेज की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद IAS बनना चाहते थे लेकिन कारणवश इसे पूरा नही कर पाएं।

बहुत छोटी उम्र में पिता को खोने के बाद एक तरह से घर की जवाबदारी उनपर थी,इसलिए पढ़ाई के साथ साथ काम भी किया।MPSC की भी तैयारी की थी,लेकिन वो भी पूरा नही कर सके।राह कभी आसान नही रही।नेतागिरी और समाजसेवा का शोक कॉलेज के दिनों से ही था।अखिल भारतीय विद्द्यार्थी परिषद में उन्होंने छात्र नेता के तौर पर काम किया।


1997 में भाजपा से जुड़े,और कांरवा बढ़ते गया।पार्टी ने कईबार जवाबदारी दी परंतु उन्होंने कोई पद नही लिया।2002 से 2009 में हुए चनावों में सक्रियता से भूमिका निभाई।2009 में उन्हें पार्टी ने प्रभारी बनाया जिसे उन्होंने बखूभी निभाया।2017 में पहलीबार चुनाव लड़े और जीतकर आये।उनके कामों को देखते हुए 2020 में उप महापौर बने और कई अटके पड़े कामों को सरकार से निरंतर पत्र व्यवहार कर गति दिलवाई।वैसे तो कई काम है जिन्हें लिखना संभव नहीं।उनके अथक प्रयासों के चलते उनकी उपमहापौर निधि से MPSC  व UPSC का ट्रेनिंग सेंटर शीघ्र भायंदर(ईस्ट) में सर्वे नंबर 241,धर्माधिकारी हॉल के ऊपर शुरू होने जा  रहा  हैं।निश्चित ही इससे हजारों विद्द्यार्थी लाभान्वित होंगे।

गहलोत पहले जनप्रतिनिधि थे जिन्होंने अपना 25 लाख का निधि कोरोना के लिए दिया।उनका शुमार पूर्व विधायक व भाजपा नेता नरेंद्र मेहता के करीबियों में होता हैं।वे कई सामाजिक सांस्कृतिक संगठनों से जुड़े हुए हैं।युवाओ के बारे में वे कहते हैं कि युवाओं को वैश्विक परिवर्तन और नवाचार की अगुवाई करनी चाहिए। उन्हें सशक्त बनाया जाए तो वे विकास और शांति के अग्रदूत बन सकते हैं। और यदि उन्हें समाज के हाशिए पर छोड़ दिया जाए तो हम सभी दरिद्र बन जाएंगे। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी युवाओं को समाज के जीवन में सहभागी बनने से हर अवसर मिले।

युवाओं की ताकत पूरी दुनिया की साझी संपदा है। युवाओं के चेहरे हमारे अतीत, वर्तमान और भविष्य के चेहरे हैं। समाज का कोई भी हिस्सा युवाओं की शक्ति, उनके आदर्श, उल्लास और साहस का मुकाबला नहीं कर सकता हैं।वे कहते है कि समाज का सबसे सक्रिय और क्षमतावान वर्ग युवाओं का होता है। उचित शिक्षा, सम्मान और मार्गदर्शन के जरिए युवाओं का सशक्तीकरण किया जाए तो कोई भी देश स्वतः ही विकसित और उन्नत बन सकता है। युवावर्ग किसी भी देश या समाज का वर्तमान होता है। उसे संवारने से देश का भविष्य संवर जाता है।

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