कुश्ती के विकास में दिया अपना संपूर्ण जीवन

कुश्ती के विकास में दिया अपना संपूर्ण जीवन

आदर्श खेल गाइड और कुशल आयोजक प्रो. वसंतराव पाटिल

एकदिन चहल कदमी करते हुए भायंदर(वेस्ट) के उत्तन रोड पर स्थित गणेश अखाड़ा पर नजर पड़ी और अंदर गया तो कुश्ती की ट्रेनिंग चल रही थी , और सामने ही वसंतराव पाटिल सामान्य रूप से बैठे थे,और वे बीच बीच मे ट्रेनर को भी बता रहे थे।जब उनके साथ बातचीत का दौर चला तो ज्ञात हुआ कि वे किस कदर कुश्ती के विकास के लिए समर्पित हैं। 

दीपक जैन

अध्यक्ष :- युथ सोशल वेलफेयर एसोसिएशन(युथ फोरम)


हुत कम व्यक्तित्व ऐसे होते हैं जो बिना स्वार्थ के किसी के लिए काम करते हैं। ऐसा ही एक नाम है जिन्होंने अपना सारा जीवन कुश्ती को बढ़ावा देने में लगा दिया। जी हां हम बात कर रहे उस शख्स की जिन्होंने एक कुशल आयोजक व आदर्श खेल गाइड के रूप में प्रतिष्ठा बनाई हैं,और वो नाम हे वसंतराव पाटिल । 

अंतरी बुद्रुक जैसे छोटे से गांव  में कुश्ती के दांवपेच और स्कूली शिक्षा लेने के बाद, वसंतराव पाटिल इस्लामपुर मंत्री में वस्ताद सखाराम वखारवाले,टी सी वडार और डबल महाराष्ट्र केसरी स्व.पहलवान गणपतराव खेड़कर के मार्गदर्शन में के बी पी कॉलेज में पढ़ाई पूर्ण की।पढ़ाई के दौरान यूनिवर्सिटी,राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय महाराष्ट्र केसरी सहित कई प्रतियोगिताएं जीतकर सफलता हासिल की।

उन्होंने मीरा - भायंदर(मुंबई) में अमरदीप शिक्षण संस्था की स्थापना की। महानगरपालिका के खेल संकुल में कुश्ती के लिए अखाड़ा शुरू किया।श्री गणेश अखाड़ा की स्थापना कर प्रो पाटिल ने दो करोड़ का हॉल बनवाया। इस काम को आगे बढाने में साथ मिला तत्कालीन विधायक बगणेश नाईक व मीरा भायंदर महानगर पालिका का भी।इसमें मिट्टी और मेट का अखाडा बनाकर लड़कों के साथ-साथ लड़कियों के लिए भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की मेट उपलब्ध कराकर दी। पहलवानी में रुचि रखनेवाले आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण के साथ रहने के लिए आवास भी उपलब्ध कराकर दिए।अनेक बच्चों को उन्होंने गोद लिया यह उनकी विशेषता हैं।हर वर्ष कुश्ती प्रशिक्षण व संस्कार शिविर का आयोजन  सभी के लिए निशुल्क होता हैं। 

महाराष्ट्र कुश्ती कला को बढ़ावा देने के लिए तीन दशकों से अधिक समय से मुफ्त सुविधा के साथ और कुश्ती मैदानों के लिए वे प्रयत्नशील हैं। उनके गणेश कुश्ती केंद्र पर अंतर्राष्ट्रीय पहलवान पुलिस उपाधीक्षक नरसिंह यादव, प्रसिद्ध पहलवान सिकंदर शेख के साथ राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर 100 से अधिक पहलवान प्रा. वसंतराव पाटिल के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण ले रहे हैं।अखाड़े की ओर से हर साल विभिन्न लोगों को सम्मानित करने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं।

प्रो वसंतराव पाटिल ने मुंबई जैसे शहर में  मुंबई महापौर केसरी,, महाराष्ट्र केसरी, राष्ट्रीय खशाबा जाधव चषक, कामगार कैसरी सहित कई जगहों पर सफलतापूर्वक सफलता अर्जित की हैं। साथ ही महाराष्ट्र केसरी, हिंद केसरी सहित कई कुश्ती प्रतियोगिताओं में  पाटिल ने कमेंटेटर के रूप में प्रभावशाली काम किया है। खेल के साथ-साथ शिक्षा को उन्होंने उतना ही महत्व दिया है।वे कहते है कि शिक्षा जीवन मे बहुत जरूरी है,सिर्फ खेल से काम नहीं चलेगा।उनके अखाड़े ने कुश्ती के कई खिलाड़ी दिए हैं।इसके विकास में भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता का भी सहयोग मिला।

प्रो पाटिल मुंबई शहर प्रशिक्षण संघ के कोषाध्यक्ष , मुंबई शारीरिक शिक्षण मंडल के महासचिव, आम्ही सांगलीकर संस्था के कोषाध्यक्ष, मीरा भायंदर कुश्ती महासंघ के महासचिव, अमरदीप शिक्षण संस्था के अध्यक्ष,श्री गणेश अखाड़ा के सलाहकार, पद्मभूषण वसंतदादा सहकारी संस्था के अध्यक्ष के अलावा अनेक जगह अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

प्रो. वसंतराव पाटिल को कुश्ती क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए कई सम्मान प्राप्त हुए हैं जिससमे मेजर ध्यानचंद केंद्रीय खेल परिषद का राष्ट्रीय क्रीड़ा पुरस्कार 2016 , सांगली जिला मराठी पत्रकार संगठन का 'सेवा पुरस्कार',कुश्ती सम्राट, युवराज पाटिल लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड', स्वतंत्रता सेनानी दत्तात्रेय थोम्ब्रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, निदेशालय का 'गनवंत अवार्ड', महिला विकास फाउंडेशन कोटा भूषण अवार्ड', निर्भय भारत सामाजिक संगठन का 'खेल रत्न अवार्ड', समुदाय संतराज ज्ञानेश्वरी पारायण वारकरी सेवक, अंतरी पुस्तक उनका 'सामाज सेवक पुरस्कार , साप्ताहिक ठाणे की आवाज की ओर से शिक्षा गौरव पुरस्कार 2006, युवा शक्ति संस्कार केंद्र (सांगली) का 'समाज भूषण पुरस्कार', ओलंपिक खशाबा जाधव कुश्ती महर्षि  पुरस्कार के अलावा कई सम्मान मिले हैं।



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