परमधाम साधना संकुल परिसर में नमामि संयम वंदामि वैराग्यम 'दीक्षा महोत्सव' की तैयारियां

दीक्षा दानेश्वरी राष्ट्र सत नम्रमुनि महाराज साहब का सानिध्य

नौ नौ विभूति संयम की और अग्रसर 

श्री भगवती जैन दीक्षा महोत्सव समिति द्वारा 14 फरवरी से 20 फरवरी तक आयोजित दीक्षा महोत्सव में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओ के अलावा 108 से अधिक संघ और अमेरिकी जैन संगठन के 70 से अधिक केंद्रों की दीक्षा महोत्सव में उपस्थित रहेंगे।


मुंबई :-
आज के सुपरफास्ट आधुनिक युग की प्रचुर सुख-समृद्धि के बीच युवावस्था में नौ गौरवशाली आत्माएं त्याग के पथ पर हैं। इनकी दीक्षा के अवसर पर 14 से 20 फरवरी 2022 तक विविध आयोजन देश विदेश के अतिथियों की उपस्थिति में संपन्न होंगे।

संयम की और अग्रसर होनेवालों में मुमुक्षु भव्याभाई दोशी  (अकोला), मुमुक्षु निशा दोशी (अकोला), मुमुक्षु प्रियंका पारेख (अकोला), मुमुक्षु निधि शाह (राजकोट), मुमुक्षु हिताली दोशी (कोलकाता), मुमुक्षु जिनल सेठ (कोलकाता), मुमुक्षु पायल पनपारिया (मुंबई), मुमुक्षु रिया दड़िया (मुंबई), मुमुक्षु देवांशी भायाणी(मुंबई) होंगे। महोत्सव में महासती डॉ तरुलताबाई, विरलप्रज्ञाजी,महासती वीरमतीबाई आदि के अलावा अन्य समुदायों के साधु संत उपस्थित रहेंगे।

महोत्सव के दौरान, 14 से 19 फरवरी, 2022 को प्रातः 08.30 बजे से संसार से संयम तक हर मुमुक्षु की जीवन यात्रा की हृदयस्पर्शी प्रस्तुति होगी, जिसमें उनके जीवन में आधुनिक जीवन शैली से मुनि जीवन शैली को अपनाने के पीछे क्या रहस्य हैं कि  दिलचस्प प्रस्तुति होगी। प्रतियोगिताओं के अलावा अनेक रोचक आयोजन के साथ-साथ गीत गुंजन के कार्यक्रम भी शामिल होंगे।

इस अवसर पर यानि 10 फरवरी को सुबह 9 बजे राष्ट्रसंत परम गुरुदेव श्री नम्रमुनि महाराज साहेब की 31 दीक्षा तिथि के अवसर पर "धन धन मुनिवरा" गुरु ऋण अभिव्यक्ति के साथ स्वाध्याय अभिव्यक्ति पर विशेष कार्यक्रम होगा। 13 फरवरी सुबह 8:30 बजे, संयम जीवन क्या है? कैसे है संत सतियों का जीवनशैली आदि पर प्रस्तुति के बाद बच्चों के लिए दोपहर 3 बजे "कौन बनेगा ज्ञान वीर? नन्हे तारे बनेंगे जिंशासन के सितारे कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।18 फरवरी को रक्तदान  शिविर का आयोजन किया जाएगा।

समिति ने बताया कि फेसबुक और जूम लाइव के माध्यम से, मुंबई, महाराष्ट्र, सौराष्ट्र, गुजरात, दक्षिण भारत, पूर्वी भारत, उत्तर भारत के साथ-साथ विदेशों से 150 से अधिक देशों जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, लंदन, जर्मनी, अफ्रीका, सूडान, दुबई, सिंगापुर, अबू धाबी, मलेशिया आदि के भक्त पूरे भारत के 108 से अधिक स्थानीय जैन संघों, महिला मंडलियों, समाज सेवा संगठनों के लाखों भक्तों के साथ-साथ हजारों भक्त और अमेरिका के शीर्ष शोध संगठन जैन के 70 से अधिक उत्तरी अमेरिकी केंद्रों के हजारों भक्त आनंद का अनुभव करेंगे। 

समिति ने समस्त संघो को इस ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनने आमंत्रित किया है।

 

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