पश्चिम रेलवे के जगजीवन राम अस्पताल में पहला कॉर्नियल का सफल प्रत्यारोपण

चिकित्सा विशिष्टताओं में एक और उपलब्धि


मुंबई :- 
मुंबई सेंट्रल स्थित पश्चिम रेलवे के जगजीवन राम अस्पताल (JRH) की चिकित्सा विशिष्टताओं के क्षेत्र में एक और उपलब्धि जुड़ गयी है। जगजीवन राम अस्पताल में ऑप्‍थल्‍मोलॉजी टीम ने एक एडवांस सिवनी रहित प्रक्रिया का उपयोग करके अपना पहला कॉर्नियल ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किया, जिसके परिणामस्वरूप 65 वर्षीय रोगी की तेजी से विजुअल रिकवरी हो रही है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार हाल ही में इस मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल को कॉर्नियल ट्रांसप्लांट प्रक्रियाओं के लिए मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम के तहत मान्यता दी गई थी। 19 फरवरी, 2022 को ऑप्‍थल्‍मोलॉजी टीम में केस टू केस कंसल्टेंट स्पेशलिस्ट इन कॉर्निया डॉ. रसिका ठाकुर, एसीएचडी डॉ. सुषमा रहाटे, एडीएमओ डॉ. अनुकुल देशपांडे, स्टैंडबाय एनेस्थेटिस्ट एसीएचडी डॉ. साहू शामिल थे और ओटी नर्स सुश्री फेबिन ने प्रत्यारोपण प्रक्रिया को सफल बनाने में मदद की। 65 वर्षीय महिला मरीज की बायीं आंख में पिछले 10 साल से अंधापन था। 

जगजीवन राम अस्पताल को आई बैंक कोऑर्डिनेशन एंड रिसर्च सेंटर, मुंबई से उच्च ऑप्टिकल गुणवत्ता वाले डोनर टिश्यू मिले। यह प्रत्यारोपण एक प्रकार के लैमेलर कॉर्नियल प्रत्यारोपण अर्थात डेसिमेट्स स्ट्रिपिंग एंडोथेलियल केराटोप्लास्टी के माध्यम से किया गया जो कॉर्नियल प्रत्यारोपण की एक उन्नत एवं अत्यधिक कुशल सिवनी रहित तकनीक है जिसके परिणामस्वरूप रोगी की तेजी से विजुअल रिकवरी होती है। इस प्रक्रिया के बाद मरीज ठीक हो रही है। पश्चिम रेलवे के जगजीवन राम अस्पताल की समर्पित टीम ने एक बार फिर मरीजों की संपूर्ण देखभाल और चिकित्सा उपचार प्रदान करने में अपनी क्षमता साबित की है।

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