सभी समस्याओं का समाधान हैं भक्तामर स्तोत्र :- डॉ मंजू जैन
मुंबई में हुआ भव्य कार्यक्रम
मुंबई :- भक्तामर स्तोत्र जैन धर्म में एक अत्यधिक पवित्र और महत्वपूर्ण स्तोत्र है।यह आचार्य श्री मानतुंगजी द्वारा रचित है और इसके 48 श्लोक प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ भगवान को समर्पित हैं। आपके हर समस्या का इसमें निचोड़ हैं और इसका पाठ करने से कई लाभ होते हैं।
उपरोक्त विचार भक्तामर को विश्व स्तर पर पहुंचानेवाली अंतर्राष्ट्रीय हीलर डॉ मंजू जैन ने।मुंबई के पाटकर हाल में पर्व फाउंडेशन द्वारा आयोजित भक्तामर महामहोत्सव में व्यक्त किये।उन्होंने कहा भक्तामर स्तोत्र के कई लाभ है, जैसे आध्यात्मिक विकास जिससे आत्मा की शुद्धि के साथ मन शांत होता है और सुख की अनुभूति होती है।उन्होंने कहा कि इससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है,तथा स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि होती है।उन्होंने भक्तामर के 48 स्तोत्र के बारे में विस्तार से बताया व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए अनुभवों को साझा किया।
समारोह का उद्घाटन महाराष्ट्र के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा,व पूर्व न्यायाधीश कमल किशोर तातेड़ ने किया।कार्यक्रम में किलर जीन्स के किरण जैन, मंजू लोढ़ा,गुणवंती रांका आई को सम्मानित किया गया।हीलर डॉ अनीश जैन जो कि गर्भ संस्कार के प्रणेता व डॉ सोनल जायसवाल ने भी इसके बारे में विस्तार से बताया। भाव भक्ति पूर्ण भक्तांमर के गीतों से संगीतकार बाहुबली व हीरा जैन ने कार्यक्रम को भक्तिमय बनाया।नवकारसी व प्रभावना का लाभ रेखा कांतिलाल शाह ने लिया।फाउंडेशन की संस्थापिका ममता सुराणा ने संस्था के कार्यक्रमों की जानकारी दी।संचालन सीए अंकिता सुराणा ने किया।
भक्तांबर स्त्रोत के हिंदी में भावार्थ अनुवाद यदि आपके पास उपलब्ध हो तो भिजवाने का कष्ट करें जय जिनेंद्र
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