रिक्शावालों के लिए कंफर्ट ऑन व्हील्स का आयोजन
एक हजार से ज्यादा ऑटो रिक्शा चालक लाभान्वित
लियो क्लब ऑफ मुंबई वेस्टर्न की पहल
कंफर्ट ऑन व्हील्स द फाइनल माइल" लियो क्लब ऑफ मुंबई वेस्टर्न की सामाजिक भलाई के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। निश्चित ही इससे ऑटो रिक्शा चालकों को आराम मिलेगा।
मुंबई :- मुंबई महानगर में ऑटो रिक्शा का महत्व बहुत अधिक है। यह शहर के परिवहन प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में मदद करता है। ऑटो रिक्शा की सुविधा से लोगों को कई फायदे होते हैं।
इसी को देखते हुए लायंस क्लब के तहत कार्यरत लियो क्लब ऑफ मुंबई वेस्टर्न ने अपनी फाइनल माइल मेगा सेवा परियोजना, कंफर्ट ऑन व्हील्स को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया, जो मुंबई के ऑटो-रिक्शा चालकों के कल्याण में सुधार पर केंद्रित एक सार्थक पहल थी। लंबी अवधि और शारीरिक तनाव को देखते हुए, क्लब ने 1000 से ज्यादा ऑटो रिक्शा चालकों को लकड़ी के बीनबैग सीटें (वुडन बीडेड सीट)शहर भर में वितरित कीं। इससे ऑटो चालकों को थकान कम करने में मदद मिलेगी।
क्लब ने इस परियोजना के साथ "नो हॉर्निंग"_जागरूकता अभियान भी चलाया गया, जिसमें ऑटो चालकों को ध्वनि प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई।कई चालकों ने जब आवश्यक हो तभी हॉर्न बजाने का संकल्प लिया, जिससे मुंबई की सड़कें शांत और शांतिपूर्ण बन सकें।
यह परियोजना सलाहकार लायन जीतू रांका के मार्गदर्शन में व लिओ अध्यक्ष राघव गग्गर के नेतृत्व में सचिव अरहम जैन,कोषाध्यक्ष कशिका जैन,संयुक्त सचिव अक्षत भलावत, संयुक्त कोषाध्यक्ष सिद्धांत बैद और संयुक्त पीआरओ मौलिक रांका का सहयोग मिला।कार्यक्रम के प्रायोजक लायन मनमोहन मेहता,मुख्य अतिथि माधुरी भोइर, योगेश भोइर थे।अतिथि विशेष नटवर बांका (प्रथम वीडीजी) और निहंत शाह (जिला अध्यक्ष) थे। सोच सयानी के अनिल खन्ना ने अपने प्रेरणादायक शब्दों से सभी को प्रेरित किया।
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