कॉलेज की 50 साल बाद रीयूनियन पार्टी में उत्साह से मिले पुराने दोस्त
पुना के गरवारे कॉलेज का रीयूनियन
भायंदर :- जीवन की दौड़ में हम अक्सर अपने दोस्तों को भूल जाते हैं। लेकिन कुछ दोस्त होते हैं जिन्हें हम अपने दिल में हमेशा याद रखते हैं। उन दोस्तों के साथ हमारी जिंदगी जुड़ी होती है जो जीवन के हर मोड़ पर हमारे साथ होते हैं। इसी तरह पुना गरवारे कॉलेज के पुराने दोस्तों का कॉलेज में मिलना 50 साल बाद रीयूनियन पार्टी में हुआ।
इस पार्टी में उन सभी लोगों ने भाग लिया जो कभी कॉलेज में पढ़ाई करते थे। यह रीयूनियन बहुत ख़ास था क्योंकि इन लोगों ने एक-दूसरे को अपनी जिंदगी के हर मोड़ पर साथ दिया हुआ है। इस पार्टी में सभी लोग ने अपनी अपनी कहानी साझा की और एक दूसरे के साथ अपनी यादें ताजगी दी।इस रीयूनियन पार्टी के दौरान लोग बहुत खुश थे और एक-दूसरे के साथ अपनी यादें ताजा की।
भायंदर में हुए इस कार्यक्रम के संयोजक प्रकाश शाह ने कहा कि आप सभी का स्वागत है, हम यहाँ 50 साल के बाद अपने कॉलेज के एक रीयूनियन के अवसर पर मिले हैं। यह एक अनोखा और स्मरणीय अवसर है जिसने हम सबको एक दूसरे से मिलने और अपनी यादों को ताजगी देने का अवसर दिया है।हमारी यादों में खोई हुई दुनिया के बारे में सोचते हुए, जब हम प्रारंभिक जीवन के साथ इस कॉलेज में थे, हमें अभी भी लगता है कि यह कल ही की बात है। हमने दोस्त बनाए, पढ़ाई की और खेले और अब हम यहां फिर से मिलकर इस यादगार अनुभव को जीते हैं।
हमारे जीवन की उतार-चढ़ाव के समय में यह मिलना हमें एक ऐसी शक्ति देता है जो हमें समझाती है कि हम सब एक दूसरे के लिए आज भी महत्वपूर्ण हैं। यह हमें अपने पुराने दोस्तों से मिलने का अवसर भी देता है जिन्होंने हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
शाह ने कहा जीवन मे अनेक संघर्षो का सामना किया है। लेकिन मेरे लिए, यह कॉलेज और हमारे इस संघ का महत्व अभी भी समझदारी देता है कि हम अपने जीवन में किस बात को महत्व देते हैं और किस बात को नहीं।
इस संघ के एक और महत्वपूर्ण अस्पेक्ट है जो हमें एक दूसरे की मदद करने के लिए उत्साहित करता है। हम सब अपने जीवन के विभिन्न मुद्दों से गुजर रहे हैं और शायद कभी-कभी हमारे साथ गहरे दुःख भी होते हैं। लेकिन हम एक दूसरे के समर्थन में हो सकते हैं और एक दूसरे के जीवन में ज्यादा खुशियां भर सकते हैं।
मुझे यकीन है कि यह रीयूनियन हमारे जीवन में एक बहुत अहम भूमिका निभाएगा जो हमें हमारे जीवन के सफर में संभवतः नहीं थे। मैं सभी से आग्रह करता हूँ कि हम इसे जारी रखें और अपने अगले रीयूनियन के लिए एक दूसरे से मिलना जारी रखें।
इस अवसर पर उदय देशपांडे,सुरेंद्र सरोलकर,सुधीर घईसास,प्रदीप पाटिल,उदय इनामदार,जगाड़े, शिंदे,भारती माटे,अंजलि साने,उषा महाजन,उज्वला पेड़गांवकर,शांताराम डोके आदि सदस्यों ने भी अपनी यादें साझा की।
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