साध्वी संयमलताजी पीएच. डी. उपाधि से अलंकृत

यूनिवर्सिटी ऑफ डिसिपलशिप इंस्टिट्यूट, (नागालैंड) ने दी मानद उपाधि


पनवेल :- 
यूनिवर्सिटी ऑफ डिसिपलशिप इंस्टिट्यूट, (नागालैंड) द्वारा साध्वी संयमलताजी को विद्यावाचस्पति (पी.एच.डी) की मानद उपाधि प्रदान की गई है। विश्वविद्यालय ने साध्वी संयमलता द्वारा विगत कई वर्षों से अनवरत जारी सामाजिक योगदान व उनके द्वारा संपन्न हुए ऐतिहासिक - उल्लेखनीय कार्यों को देखते हुए उनके 35वें दीक्षा दिवस पर उन्हें ‘‘मानद उपाधि‘‘ (डॉक्टरेट) से सम्मानित किया गया है।

उल्लेखनीय है कि 1972 को मध्यप्रदेश के जावरा शहर में जन्मी साध्वी संयमलता ने 16 वर्ष की अवस्था में 14 अक्टूबर 1988 को चेन्नई में जैन भागवती दीक्षा अंगीकार की है। जगत वल्लभ जैन दिवाकर पूज्य श्री चौथमल जी म. सा.की परंपरा में मालवसिंहनी महाविदुषी श्री कमलावती जी म.सा.का शिष्यत्व स्वीकार कर वे अपने दीक्षा पर्याय के 35 वर्षों में 11 राज्यों में 35 हजार किलोमीटर की पदयात्रा कर अनेक लोकोपकारी व सामाजिक कार्यों को संपन्न किया है। प्रतिवर्ष विश्वशांति, विश्वकल्याण, आत्मकल्याण हेतु हजारों श्रद्धालुओं को एकत्रित कर 24 घंटे का जाप व साथ ही मानव सेवा व जीवदया के कार्यों के प्रति जागरूक रहती है। वर्ष 2014 के श्रीसंघ बोईसर द्वारा “प्रखर वक्ता”, वर्ष 2018 के बैंगलोर शहर के राजाजी नगर संघ द्वारा “दक्षिण चंद्रिका” की उपाधि से सम्मानित किया गया है। वर्तमान में आपकी प्रेरणा से बारडोली (गुजरात) में गोशाला का कार्य निर्माणाधीन है।

ज्ञात हो कि साध्वी डॉ संयमलता का वर्ष 2022 का चातुर्मास महाराष्ट्र के पनवेल शहर में गतिमान हैं और हाल ही में एक भव्य समारोह में श्रावक श्राविकाओं की विशाल जनमेदनी में समाज के गणमान्य महानुभावों व गुरभक्तों ने उपाधि अलंकरण साध्वी श्री को प्रदान किया। समारोह में उपस्थित जन समूह ने हर्ष हर्ष के जयकारो से साध्वीजी को बधाई प्रेषित की। डॉ संयमलता को डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त होने पर समूचे श्रमण संघ में हर्ष की लहर व्याप्त है।

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