स्वरक्षा के हुनर विद्द्यार्थियों को सिखाना बहुत जरूरी :- कर्नल रोहित मिश्रा

 राम रत्ना इंटरनेशनल स्कूल के विद्द्यार्थियों का अविस्मरणीय कार्यक्रम


भायंदर :- 
स्कूली बच्चो ने जिस प्रकार से राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम प्रस्तुत किया उसको देखकर रोंगटे खड़े हो गए । आज के दौर में विद्यार्थियों को स्वरक्षा के हुनर भी सिखाए जाने की आवश्यकता है।उनकी संस्था "मिशन फाइट बैक" इसी दिशा में कार्य कर रही है।

 उपरोक्त विचार सेवानिवृत लेफ्टिनेंट कर्नल तथा  "मिशन फाइट बैक" के  फाउंडर डायरेक्टर  रोहित मिश्रा ने व्यक्त किए।वे भायंदर पश्चिम के केशवसृष्टि में स्थित राम रत्ना इंटरनेशनल स्कूल के 12 वे वार्षिकोत्सव में स्कूली बच्चो के बीच मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। रोहित मिश्रा ने कहा है कि संस्था देशभर में लड़कियों को स्वरक्षा के लिए प्रशिक्षित करती हैं।उन्होंने कहा यह समय की जरूरत है और ट्रेनिंग की लड़कों को भी उतनी ही आवश्यकता है।

बाळासाहेब देवरस सभागृह में लेफ्टिनेंट कर्नल ने कहा कि हम देश की सीमा पार दुश्मनों को तो सरहद पर बड़ी आसानी से पहचान लेते हैं, लेकिन देश और समाज के भीतर के दुश्मनों को पहचानना बहुत ही मुश्किल है। आज देश में बहु, बेटियां, बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। हर जगह बच्चियों,महिलाओं और अत्याचार की घटनाएं घटित हो रही है जो चिंतनीय है।उन्होंने कहा कि  सभ्य समाज में भी निर्भया, श्रद्धा वालकर जैसी घटनाएं हो रही है। इससे निपटने के लिए ही "मिशन फाइट बैक" नमक एक स्वयं सेवी संस्था की शुरुआत की है। 

मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में इस संस्था द्वारा एक ऐसे मोबाइल एप का निर्माण किया गया है, जिसके माध्यम से महिलाओं, बेटियों की सुरक्षा निश्चित की जा सकती है। इस एप को वे सरकार को देना चाहते हैं,तथा वर्तमान में आसाम सरकार के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। मुंबई के उपनगर अंधेरी में भी उनकी संस्था की शाखा है। जहां से इस एप के उपयोग और स्वरक्षा के हुनर 14 से 28 वर्ष के बीच की युवतियों को सिखाई जाती है। इसके साथ ही उन्होंने अपने आर्मी जीवन के रोमांचक क्षणों और अनुभवों को भी साझा किया।

स्कूल की प्राचार्या डॉ जया पारेख ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को भारतीय भाषा,संस्कृति की शिक्षा देना अनिवार्य किया गया है। इसके तहत इस स्कूल में बच्चों को भागवत गीता का अध्ययन भी शुरू कराया गया है। संस्कृत ही सभी भाषाओं की जननी है और इसके अध्यापन पर जोर दिया जा रहा है।संस्था के अध्यक्ष महेंद्र काबरा ने भी विद्द्यार्थियों के प्रस्तुति की सरहाना की।उन्होंने कहा कि देश की संस्कृति का जतन करना हमारा दायित्व हैं।

रामरत्ना के विद्यार्थियों ने संक्षिप्त में रामायण, महाभारत, छत्रपति शिवाजी महाराज, स्वामी विवेकानंद, बालगंगाधर तिलक तथा भारतीय जवानों को लेकर देशभक्ति की मनमोहक प्रस्तुतियों को प्रस्तुत किया। जिसे देखकर उपस्थित विद्यार्थी तथा अभिभावक देशभक्ति और राष्ट्रभक्ति से सराबोर हो उठे। इस विद्यालय की स्थापना भारतीय संस्कृति व मूल्यों को वैश्विक मानकों और प्रौद्योगिकी  के सर्वोत्तम शिक्षा को ध्यान में रखकर की गई है। जो अब निरंतर बच्चो के भविष्य को निखारने में निरंतर अग्रसर है।

इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन मयंक सिंघानिया,ट्रस्टी सुनील केजरीवाल, सतीश अग्रवाल, राम रत्ना विद्धा मंदिर स्कूल की प्रिंसिपल कविता सिंह,वाईस प्रिंसिपल मनीष हेगड़े, सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।









Shri Pawan Bindal Sir,

Trustee - RRIS


CHIEF GUEST:

Col. Rohit Mishra (Retd.), Founder Director - Mission Fight Back


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