लोगों को आकर्षित कर रहे लिटिल किशोर कुमार के गाने

60 दिनों में हैंड फ्री लीड के माध्यम से गाए 100 गाने 
प्रतिभा की कोई उम्र नहीं होती कब प्रतिभा निखर कर सामने आ जाए किसी को पता नहीं होता ऐसा ही संयोग हुआ है आगरा के जाने-माने क्रिकेट खिलाड़ी और भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के जन्मदाता हारून रशीद के साथ जिन्होंने अपने जीवन में कभी सिंगिंग नहीं करी वह आज किशोर कुमार के गानों को किशोर कुमार से मिलती हुई आवाज में बखूबी गा रहे हैं
यह चमत्कार हुआ है लॉकडाउन के अवसर पर जब संपूर्ण भारतवर्ष की रफ्तार थमी हुई थी प्रत्येक नागरिक अपने अपने घर में बंद था यही हाल हारून रशीद का भी था अपनी दिनचर्या में बेहद व्यस्त रहने वाले हारून रशीद को खाली बैठना मंजूर नहीं था
उन्होंने बैठे-बैठे कोरोना वायरस के ऊपर एक गाना तैयार किया और उसको फेसबुक पर अपने मित्रों के आगे प्रस्तुत किया जिसका उन्हें बहुत अच्छा रिजल्ट मिला इसी खुशी में हारून रशीद  कुछ और गाने का इरादा जाहिर किया तब उन्हें किसी ने बताया कि स्टार में कर नाम का कोई ऐप है जिस पर सिंगिंग की जा सकती है उसमें म्यूजिक साथ में मिलता है.
 रशीद बताते हैं कि जब उन्होंने सिंगिंग शुरू करी पहली बार गाना 14 अप्रैल 2020 को गाया उन दिनों आवाज बहुत खराब थी क्योंकि शरीर का वजन ज्यादा होने की वजह से सोते समय जबरदस्त खर्राटे आते हैं खर्राटे की आवाज इस कदर तेज होती है कि ट्रेन में यात्री उन्हें सोने नहीं देते.

        भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के जन्मदाता हारून रशीद
यही सोच कर पहला गाना लता मंगेशकर का यह जिंदगी उसी की है जो किसी का हो गया और उसके बाद यहूदी फिल्म का जब गाया तो हारून रशीद को सिंगिंग करने में बहुत मजा आया। लगभग 10 दिन बाद जब हारून रशीद ने शान फिल्म का गाना जो आशा भोसले ने गाया है प्यार करने वाले प्यार करते हैं शान से जीते हैं शान से मरते हैं शान से जब गाया तो उसको अपने एक खास परिचित मुंबई निवासी आदिश्वर कुमार जैन को भेजा जो स्वयं भी कुंदन लाल सहगल  तलत महमूद पंकज मलिक और हेमंत कुमार आदि के पुराने से पुराने गीतों को गाते हैं आदेश कुमार जैन ने जब हारून रशीद की आवाज सुनी तो उन्होंने हारून रशीद को सलाह दी कि वह किशोर कुमार के गाए हुए गीतों को गायें क्योंकि तुम्हारी आवाज में किशोर कुमार की आवाज की झलक दिख रही हैं.
किसी भी व्यक्ति के लिए इस प्रकार की बात बहुत मायने रखती है यह जानकारी मिलने के बाद हारून रशीद की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था और उन्होंने सुबह दोपहर शाम रात हर वक्त किशोर कुमार के गाए हुए नगमो को सुना याद किया और उनको गाया निरंतर प्रयास से दिन प्रतिदिन हारून रशीद की आवाज में काफी बदलाव आया वह फटी हुई आवाज वह खर्राटे की आवाज अब किशोर कुमार की मीठी आवाज के रूप में बदल चुकी थी. 
गौरतलब बात यह भी है कि हारून रशीद ने जितने भी गाने गाए वह हैंडफ्री के  माध्यम से गए हैं जो एक अच्छी प्रतिभा का प्रमाण है जो व्यक्ति लीड के माध्यम से ऐसी गायकी कर रहा है यदि वह माइक से गाएगा तो आवाज और भी खूबसूरत निकल कर सामने आएबीते पिछले 60 दिनों में हारून रशीद ने हैंड फ्री लीड के माध्यम  से किशोर कुमार के लगभग 100 गाने गाये हैं जिनमें 40 से अधिक वीडियो बनाए हैं जो कि यूट्यूब पर छोटे किशोर कुमार नाम से अपलोड किए हैं
भविष्य की योजना के बारे में हारून रशीद कहते हैं की मैंने 15 वर्षों से शारीरिक रूप से निशक्त जनों की सेवा करी है अल्लाह ने इन दिव्यांगों की सेवा का इनाम मुझे इस रूप में दिया है अगर अल्लाह ने मुझे यह पुरस्कार दिया है तो मेरा आगे का रास्ता भी अल्लाह ही बनाएगा इसके साथ मुझे किशोर कुमार साहब ने भी मेरे गले को विशेष आशीर्वाद प्रदान किया है और उनका आशीर्वाद मिलना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है किशोर कुमार साहब का आशीर्वाद रहा तो आगे का रास्ता भी बहुत आसान रहेगा
मैंने अभी तक जो किशोर कुमार साहब के गीतों को गाया है वह बिना किसी गुरु के ज्ञान लिए हुए सिर्फ अपनी मर्जी से गाया है मैं दिलो जान से किसी गुरु की शरण में जाने को बेताब हूं मैंने तो जीवन में कभी रियाज भी नहीं किया और रियाज का क्या अर्थ होता है क्या मतलब होता है इसका भी मुझे कोई ज्ञान नहीं जैसा भी समझ आया २० दिन हुए रियाज करते हुए जिससे काफी सुधार हुआ है लेकिन मैं स्टारमेकर और आदिश्वर जैन को सबसे बड़े योगदान के लिए अपने साथ हमेशा अपने साथ शामिल करूंगा यदि स्टारमेकर नहीं होता तो मैं ना तो प्रैक्टिस कर सकता था ना ही कोई गीत को गा सकता था इसलिए मेरी नजर में मुझे सबसे बड़ा योगदान स्टारमेकर का है मेरे जीवन में यदि कोई बहुत बड़ा बदलाव आएगा या मुझे कोई बहुत बड़े स्तर पर गाने का अवसर मिलेगा तो मैं दो लोगों को नहीं भूलूंगा. 
यदि यह लॉकडाउन नहीं होता तो मैं ऑडिशन देने मुंबई पहुंच चुका होता क्योंकि बॉलीवुड से मुझे ऑडिशन के लिए पूछा गया है कि कैसे और कब आ सकते हो अंत में हारून रशीद ने बताया कि वह किसी भी स्तर पर पहुंच जाएं लेकिन दिव्यांगजनों के लिए जो भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम एवं भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम का संचालन कर रहे थे उसको कभी नहीं रोकेंगे और जो भी करते बनेगा दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए करते रहेंगे हारून रशीद के द्वारा गाए हुए किशोर कुमार के गाने चिंगारी कोई भड़के, तुम साथ हो जब अपने, चेहरा है या चांद खिला, भोले ओ भोले, रोते रोते हंसना सीखो, रूप तेरा मस्ताना, ओ मेरे दिल के चैन, इससे पहले कि याद तू आए, जिंदगी एक सफर है सुहाना, जिंदगी प्यार का गीत है, जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मुकाम, चलते चलते मेरे यह गीत याद रखना दे दे प्यार दे मंजिलें अपनी जगह है रास्ते अपनी जगह आदि छोटे किशोर कुमार नाम से उपलब्ध हैं

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