मन को नियंत्रित कर सकता है वही जीवन का उद्धार करता हैं
गुरुवार 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव
डहाणू (महाराष्ट्र) :- परोपकार सम्राट,मोहनखेडा महातीर्थ विकास प्रेरक, गुरूदेव ,श्री आचार्य विजय ऋषभचन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. के आज्ञानुवर्ति शिष्य बंधु बेलडी़ तपस्वी मुनिराज श्री पीयूषचन्द्र विजयजी एवं मुनिराजश्री रजतचन्द्र विजयजी का विराट जन मैदनी के बीच वाजते गाजते साजन महाजन के साथ भव्य मंगल प्रवेश हुआ।
तीर्थ के मुख्य मार्ग पर सैकड़ो गुरु भक्तों का हुजुम उमड पड़ा जय जयकारों के साथ हर्ष उमंग मे नाचते झुमते हुए रंग-बिरंग साफा पहने हुए एवं नजदीकी क्षेत्र के श्रीसंघों के पांच महिला मंडल ड्रेस कोड में मंगल कलश जैन ध्वज अष्टम मंगल एवं विविध चित्र लेकर तथा भक्ति करते हुए चल रहे थे मानो एक विराट शोभा यात्रा पार्श्वनाथ दादा एवं राजेंद्र सुरिजी दादा के मिलन की प्रतीक बनी।
गुरु वंदन व मंगलाचरण किया गया। कमाठीपुरा नमिनाथ श्रीसंघ के साथ अतिथि लाभार्थी एवं ट्रस्ट मंडल द्वारा दीप प्रगट एवं माल्यार्पण किया गया। धर्मसभा को संबोधित करते हुए मनो निग्रह तप सूत्र के साथ मुनि रजतचंद्र विजयजी ने अपना वक्तव प्रारंभ करते हुए कहा कि जो व्यक्ति मन को नियंत्रित कर सकता है वही जीवन का उद्धार कर सकता है। मन रुपी सुई को संभालने के लिए धर्म का धागा उसमें डालना जरूरी है। कर्म के कर्ज से मुक्त होने के लिए चातुर्मास आता है आप भी इस सुरम्य क्षेत्र में साधना आराधना कर आत्म कल्याण करें ।सप्तम वर्षीतप तपस्वी मुनिराज पीयूषचन्द्र विजयजी म.सा.ने इस चातुर्मास में होने वाली विविध आराधना व अनुष्ठान में जुड़ने का विशेष आग्रह किया। साथ ही प्रतिदिन उवस्सग्गहरं एवं भक्तामर स्तोत्र के द्वारा अभिषेक होगा जिनका लाभ भक्तों को बिना नकरे के सुगमता से प्राप्त होगा। तपस्वी मुनिश्री ने कहा कि मै गुरु पूर्णिमा से 68 दिन मोन रहकर वर्धमान विघा महासाधना मे रहूंगा।इस मौके पर गुरुपूजन का लाभ भीनमाल निवासी नेमीचंद संघवी को मिला। श्री राजेन्द्र ऋषभ वत्सला वाटिका मंडप का लाभ सादड़ी (राणकपुर)) निवासी राकेश कुमार पुनमिया ,नवकारसी का लाभ नैनावा के जांवतराज अचलाजी छाजेड़ मुंबई को व चातुर्मास प्रवेश एवं स्वामीवात्सल्य का लाभ भीनमाल निवासी संजयजी दोशी परिवार भाईन्दर ने लिया। कार्यक्रम का सफल संचालन मिलाप पांथेडी एवं भक्ति धारा हितेशजी घोलवड़ वालों ने की। 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया जायेगा
इस अवसर पर मध्यप्रदेश सहित देशभर से कई संघों का आगमन हुआ।कार्यक्रम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव,पर्युषण महापर्व आराधना,नेमिनाथ जन्म कल्याणक उत्सव, पार्श्वनाथ तेला, अठ्ठमतप, नव दिवसीय नवकार आराधना, खीर एकासना, के दिपक एकासना आदि के आदेश दिए गए।कार्यक्रम में घेवर देवडा मुंबई,रणमलजी गांधी मुथा धुमडिया,नेमिचंदची संघवी, डुंगरजी रांका भीनमाल मुंबई, मगराज जी पुनमिया भूति , मांगीलालजी गांधी मुथा मुंबई, सुभाषजी कोठारी झाबुआ, पीयूषभाई शाह मुंबई, संजयजी पालरेचा सियाणा शोरापुर,अशोक भाई सातम ग्रुप प्रमुख गिरीश भाई भूति,पप्पू भाई गादिया टांडा,रोहित भाई जैन भायंदर,केवल जोगीलालजी पावा,जवंरचंदजी कांगरेसा सीलवासा,हितेश भाई मेहता खिमेल,मुकेश वोहरा भीनमाल मुंबई,खिमजी भंसाली बागोडा मुंबई,जितु भंसाली बागोडा,प्रवीण भाई,दिलीयजी पारेख विक्की दोसी कपिल भाई पंडितजी,मुकेश भाई सेठ,कुशल भंसाली अपरठाणा का बहुमान ट्रस्ट मंडल एवं चातुर्मास समिति के अध्यक्ष राकेश पूनमिया ने किया।प्रभु आरती सुभाष कोठारी झाबुआ,मंगल दीपक रोहित भाई भायंदर, गुरुदेव की आरती रमेश कुमारओटरमल बागरा ने लाभ लिया।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें