धारवाड़-गदग जिला स्तरीय योग प्रतियोगिता में विजेताओं को मिला राज्य स्तरीय अवसर

स्वस्थ जीवन के लिए योग जरूरी

स्वाति जैन / हैदराबाद


हुबली :-
यदि योग को दैनिक जीवन में अपनाया जाए तो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सकता है। सभी को योगाभ्यास को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए।स्वस्थ जीवन के लिए योग जरूरी हैं।

उपरोक्त विचार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कनकदास शिक्षा समिति के अध्यक्ष रवि बी. दंडिन ने हुबली के विद्यानगर स्थित कनकदास महाविद्यालय के डॉ. बी.एफ. दंडिन सभागार में आयोजित धारवाड़ और गदग जिला स्तरीय योगासन प्रतियोगिता का उद्घाटन करने के बाद व्यक्त किये। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता भंवरलाल आर्य ने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा, कि लाखों लोगों में से आपका इस "योगासन प्रतियोगिता में भाग लेना भी किसी सौभाग्य से कम नहीं है। यह मौका केवल उन्हीं को मिलता है जिनके पास पुरुषार्थ का पुण्य होता है। योगाभ्यास से शरीर और मन के साथ-साथ व्यक्तित्व का भी विकास होता है ।उन्होंने कहा कि आगामी वर्षों में योगासन में बहुत बड़े अवसर हैं, इसीलिए अभिभावकों को भी प्रतिभाओं का पूरा सहयोग करना चाहिए। जिल्ला राज्य राष्ट्र से लेकर ओलंपिक्स तक योगासन खेल को शामिल किया जा रहा हैं, हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाओं की पहचान करके उनको प्रशिक्षण देने पर विशेष ज़ोर देने की आवश्यकता  हैं । 

इस प्रतियोगिता में गदग और धारवाड़ जिलों के सैकड़ों खिलाड़ियों ने विभिन्न आयु वर्गों में अपने योग कौशल का प्रदर्शन किया। कुल 10 श्रेणियों में पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। विजेताओं को राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता के लिए चुना गया।


विजेताओं में 10-14 आयु वर्ग (लड़के): प्रथम – वरुण कुरहट्टी, द्वितीय – प्रबंजन कुलकर्णी,10-14 आयु वर्ग (लड़कियां) प्रथम – श्रेया अक्की, द्वितीय – वृतिका कुंबार,14-18 आयु वर्ग (लड़के):प्रथम – शिवानंद कुंदगोल, द्वितीय – शिवकुमार गुद्धिमाथ,14-18 आयु वर्ग (लड़कियां): प्रथम – चैत्र डोलिन, द्वितीय – ध्यान्या शिरूर।ल,18-28 आयु वर्ग (लड़के): प्रथम – अरुण नेकर, द्वितीय – आकाश गुद्धिमाथ,18-28 आयु वर्ग (लड़कियां): प्रथम – श्रेया वस्त्रद, द्वितीय – सुधा पाटिल,28-35 आयु वर्ग (महिलाएं): प्रथम – अरुण कुमारी, द्वितीय – गीता एन.एस.,35-45 आयु वर्ग (पुरुष): प्रथम – भीमा रेड्डी।45-55 आयु वर्ग (पुरुष): प्रथम – विनायक एम. कोंगि, द्वितीय – शंकर किरेसूर,45-55 आयु वर्ग (महिलाएं): प्रथम – डॉ. गीता जोडांगी का समावेश है।

सभी विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और पदक वितरित किए गए। भंवरलाल आर्य ने पतंजलि योग समिति के 25 निर्णायकों को शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। रमेश सुलाके ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर शैल गूप शेट्टी दर्शक के रूप में, शिवकुमार रुद्राक्षी, उमा आगड़ी, शिवयोगी विरक्तमठ, कुमारस्वामी हिरेमठ आदि निर्णायक के रूप में उपस्थित थे। मुत्तप्पा नलवाड़ी, प्रकाश चित्रगर, प्रकाश मद्दीन, निंगू सोलागी जैसे कई प्रशिक्षक और अभिभावक भी मौजूद थे। डॉ. प्रकाश पवड़ाशेट्टी, महासचिव,ने मुख्य अतिथियों का स्वागत किया और के.पी. हिरेमठ ने कार्यक्रम का संचालन किया।

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