"मशाल वंदन" के साथ जंजीरे धारावी किले पर 284 वां विजयोत्सव

 पेशवा के दसवें वंसज ने किया "चिमाजी अप्पा " की प्रतिमा को माल्यार्पण


विनोद मिश्र
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भायंदर :- मराठों द्वारा पुर्तगालियों को युद्ध मे पराजित कर जंजीरे धारावी किले पर फतह किए जाने के उपलक्ष्य में 6 मार्च सोमवार को 284 वां विजयोत्सव दिवस मनाया गया। यह किला भायंदर पश्चिम में अरब सागर के किनारे उत्तन के चौक गांव के पास स्थित है। चिमाजी अप्पा ने पुर्तगालीयों की रसद आपूर्ति को रोकने और वसई किले को जीतने की मोर्चाबंदी के लिए 6 मार्च 1739 को इस किले पर अपना कब्जा किया था, इसलिए (गढ़) किलाप्रेमियों द्वारा इस दिन को विजय दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है।

इस वर्ष किला प्रेमियों की मांग और आग्रह पर पहली बार मीरा भायंदर महानगरपालिका द्वारा इस विजयोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पेशवा के दसवीं पीढ़ी के वंसज पुष्कर सिंह पेशवा ने अश्वारूढ़ चिमाजी अप्पा के प्रतिमा को माल्यार्पण किया, आयुक्त दिलीप ढोले ने शहरवासियों की तरफ से उन्हें पुणे की प्रसिद्ध पेशवा पगड़ी पहना कर सम्मानित किया। मनपा स्कूल के विद्यार्थियों ने ढोल, ताशे की धुन पर लेझिम नृत्य करते हुए चिमाजी अप्पा की पालकी निकाली। "मशाल वंदन" के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

बता दें कि यह ऐतिहासिक किला इतिहास के पन्नों तक ही सिमट कर रह गया था। किले के अवशेष खंडहर बनकर बिखर गए थे। जहां पर शराब, चरस ,गांजा जैसे मादक पदार्थो का सेवन करने वाले असामाजिक तत्वों ने अपना अड्डा बना लिया था। इस किले के संरक्षण और संवर्धन के लिए कई वर्षों से पूर्व नगरसेवक रोहित सुवर्णा प्रयासरत थे। उन्होंने पत्रकार मयूर ठाकुर, श्रेयस सावंत, दादा पाटील और स्थानीय किले प्रेमियों के साथ मिलकर जंजीरे धारावी किला जतन समिति का गठन किया था। समिति से जुड़े लोगों ने किले के परिसर की साफ सफाई कर अवशेषों को सहेजने की एक मुहिम चलाई और सभी का ध्यान इस किले तरफ आकर्षित किया।

विजयोत्सव के अवसर पर उपस्थित मनपा आयुक्त - प्रशासक दिलीप ढोले ने कहा कि इस किले के संवर्धन में कोई कमी नही आने दी जाएगी, उनके साथ विधायक गीता भरत जैन, अतिरिक्त आयुक्त संभाजी पानपट्टे, अनिकेत मनोरकर ,अमरशहीद कौस्तुभ राणे के वीर माता पिता, सहायक पुलिस आयुक्त शांतिलाल जाधव, पूर्व उपमहापौर हसमुख गेहलोत, पूर्व नगरसेवक ओम प्रकाश गाड़ोदिया, ध्रुवकिशोर पाटिल, समिति के सभी सदस्य सहित कई मान्यवर उपस्थित थे।

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