प्रकाश छाजेड़ बने श्री अखिल भारतीय राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष

परिषद एवं विभिन्न पदाधिकारियों की घोषणा 


झाबुआ :- 
बृहत्तपोगच्छीय जैनाचार्य विश्व पूज्य गुरुदेव श्री विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी महाराजा की पुण्य स्मृति में व्याख्यान वाचस्पति गुरुदेव श्री विजय यतीन्द्र सूरीश्वरजी महाराजा की पावन प्रेरणा से उनकी निश्रा में विक्रम संवत 2016 (15/11/1959) में मोहनखेड़ा तीर्थ की पावन धरा पर स्थापित एवं गुरूदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी महाराजा के मार्गदर्शन में विकसित ओर वर्तमान में गच्छाधिपति श्री विजय नित्यसेन सूरीश्वरजी महाराज एवं आचार्य श्री विजय जयरत्न सूरीश्वरजी महाराज आदि श्रमण श्रमणी भगवंतो के पावन सानिध्य में गतिशील श्री अखिल भारतीय  राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद एवं परिषद परिवार ( महिला/तरुण/बहु/बालिका) का दो दिवसीय राष्ट्रीष अधिवेशन मध्यप्रदेश के झाबुआ नगर में  गच्छाधिपति की पावन निश्रा में आयोजित किया गया।सम्मेलन में मध्यप्रदेश के पारा निवासी प्रकाश छाजेड़ को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।

ज्ञात हो छाजेड़ 12 वर्ष की छोटी उम्र में परिषद के कार्यकर्ता के रूप में जुड़े एवं 19 वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बने थे। उसके बाद अनेक बार राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारि बने।इस अवसर पर परिषद एवं परिषद परिवार के विभिन्न पदाधिकारियों की घोषणा हुई। इस प्रसंग पर सौधर्म बृहत्तपोगच्छीय त्रिस्तुतिक जैन संघ एवं श्री अखिल भारतीय राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद एवं परिषद परिवार के पदाधिकारियों सहित विशाल संख्या में सदस्यों की उपस्थिति रही।

चारित्ररत्न विजयजी म.सा. ने बताया कि दो दिवसीय अधिवेशन के 5 सत्रों में परिषद एवं परिषद परिवार(महिला/तरुण/बहु/बालिका) के द्वारा पीछले वर्षो में किये गये धार्मिक आध्यात्मिक सामाजिक एवं जीवदया सहित विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा परिषद की सभी शाखाओं ने प्रतिवेदन के रूप में प्रस्तुत की। सभी शाखाओं के कार्यों का अवलोकन कर उन्हें  स्मृति चिन्ह देकर एवं पर्युषण महापर्व पर विभिन्न नगरों में परिषद के तत्वावधान में आराधना करवाने गये धर्मोतेजक परिषद के सदस्यों को सम्मानित किया।

अधिवेशन को सफल बनाने में झाबुआ त्रिस्तुतिक जैन संघ, चातुर्मास समिति, झाबुआ परिषद एवं परिषद परिवार के पदाधिकारियों ओर सदस्यों का अविस्मरणीय स्मरणीय योगदान रहा। अधिवेशन में परिषद के निवृतमान राष्ट्रीय अध्यक्ष  रमेशभाई धरु के कार्यकाल की सभी ने सरहाना की व उनके कार्यकाल में धार्मिक गतिविधियों की दृष्टि से अविस्मरणीय बताया। ज्ञात हो उनके कार्यकाल में नुतन पाठशालाओं का शुभारंभ, सुत्र कंठस्थ योजना, यतीन्द्र जयन्त ज्ञानपीठ सेंटर एवं विधार्थियों में वृद्धि सहित अनेक धार्मिक कार्यक्रम में अभिवृद्धि हुई 

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