पश्चिम मध्य रेल के क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता (ZRUCC) परामर्शदात्री समिति की 18 वीं बैठक संपन्न

वर्ष 2021-22 में 5809 करोड़ रूपये की ओरजिनेटिंग आय अर्जित की है।


जबलपुर :- 
पश्चिम मध्य रेल (पमरे) मुख्यालय में क्षेत्रीय रेल उपयेागकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में जेडआरयूसीसी के सदस्यगण सहित अपर महाप्रबंधक एवं प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर महाप्रबंधक ने पश्चिम मध्य रेल की उपलब्धियों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुये कहा कि पिछले वर्षों की भाँति इस वर्ष भी पश्चिम मध्य रेल की परफार्मेन्स अच्छी रही है। 

पश्चिम मध्य रेल, भारतीय रेल का एक महत्वपूर्ण रेलवे जोन है। पमरे का रूट किमी. 3024 है, जो कि तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आता है। इसका सबसे अधिक 73 प्रतिशत भाग मध्य प्रदेश में, 25 प्रतिशत राजस्थान में तथा 2 प्रतिशत उत्तर प्रदेश में आता है।

महाप्रबंधक ने वर्ष 2021-22 के दौरान पश्चिम मध्य रेल द्वारा प्राप्त की गई कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियांे पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारतीय रेल के परिचालन अनुपात में पश्चिम मध्य रेल ने हमेशा बेहतर प्रदर्शन किया है। वर्ष 2021-22 में पमरे का परिचालन अनुपात 72 प्रतिशत रहा है तथा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में अगस्त माह तक इसे और बेहतर बनाते हुए पमरे का परिचालन अनुपात 69.49 प्रतिशत है। साथ ही पश्चिम मध्य रेल ने वर्ष 2020-21 में 4676 करोड़ तथा वर्ष 2021-22 में 5809 करोड़ रूपये की ओरजिनेटिंग आय अर्जित की है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में अगस्त माह तक अच्छा प्रदर्शन करते हुए पमरे ने 3148 करोड़ रूपये की ओरजिनेटिंग आय अर्जित कर ली है। 

अधोसंरचना के क्षेत्र में पश्चिम मध्य रेल ने वर्ष 2020-21 में 97 किमी. दोहरीकरण/तिहरीकरण एवं नई लाईन तथा अपना सर्वोच्च प्रदर्शन करते हुए वर्ष 2021-22 में 166 किमी. दोहरीकरण एवं तिहरीकरण के कार्य संपन्न किये हैं और वर्ष 2022-23 में अगस्त माह तक 54 किमी. का दोहरीकरण एवं तिहरीकरण किया जा चुका है। 


महाप्रबंधक ने हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि भोपाल मंडल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं के साथ विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है। जिसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा दिनांक 15.11.2021 को किया गया। पर्यावरण के अनुकूल एवं पानी की बचत के साथ-साथ कोचों की उच्च गुणवत्ता के साथ धुलाई हेतु पश्चिम मध्य रेल द्वारा भारतीय रेल पर सर्वप्रथम जबलपुर, रानी कमलापति एवं कोटा डिपो में ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट स्थापित कर दिये गये हैं।

 पश्चिम मध्य रेल के बीना स्थित 1.7 मेगावाट क्षमता वाले सोलर पाॅवर प्लांट को 25 केवी एसी ट्रैक्शन सिस्टम को सीधे फीड करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ‘‘इंटरनेशनल यूनियन ऑफ रेलवे‘‘ (यूआईसी) द्वारा 01 जून 2022 को बर्लिन में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में सस्टेनेबल रेलवे अवॉर्ड प्राप्त हुआ है जो कि पश्चिम मध्य रेल के साथ सम्पूर्ण भारतीय रेल के लिए अत्यंत गौरव की बात है। 

सदस्यगणों को बताया कि पश्चिम मध्य रेल द्वारा वर्ष 2021-22 के दौरान किये गये   उत्कृष्ट कार्यों के लिए माननीय रेलमंत्री  अश्विनी वैष्णव के कर कमलों द्वारा प्रदान की गई ओवरऑल एफिसिएन्सी शील्ड ‘‘पण्डित गोविन्द वल्लभ पंत शील्ड‘‘ सहित 04 अन्य विभागीय शील्डों के बारे में बताते हुए खुशी व्यक्त की।     

इसके साथ ही महाप्रबंधक महोदय ने समिति के सदस्यगणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि पश्चिम मध्य रेल की पूरी टीम रेल के विकास के लिये तत्पर है, मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि हम आपके महत्वपूर्ण सुझाव एवं सहयोग से रेलवे के विकास एवं यात्रियों को बेहतर यात्रा सुविधा प्रदान करने की दिशा में सकारात्मक कार्य करते रहेंगे। 

 इसके पश्चात् उपमहाप्रबंधक अनुराग पाण्डेय के द्वारा पश्चिम मध्य रेल की पिछले कुछ वर्षों की उपलब्धियाँ व नये होने वाले कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। 

पश्चिम मध्य रेल में यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी करते हुए 2021-22 एवं 2022-23 में अगस्त तक 07 नई एवं स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है, तथा 11 मेमू रेलगाड़ियां एवं 24 गाड़ियों के नए ठहराव एवं 79 गाड़ियों में अतिरिक्त कोच एवं 20 ट्रेनों को एलएचबी कोच लगाकर बेहतर यात्री सुविधा दी जा रही है।

बेहतर यात्री सुविधा हेतु पश्चिम मध्य रेल के 19 स्टेशनों पर कुल 48 लिफ्टस तथा 08 स्टेशनों पर 41 एस्केलेटर की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। पश्चिम मध्य रेल में अब तक कुल 276 स्टेशनों पर ‘‘डिजिटल इंडिया मिशन‘‘ के तहत फ्री वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। 

 सुरक्षित एवं संरक्षित रेल संचालन पर निगरानी हेतु पमरे के तीनों मंडलों, जबलपुर मंडल के 11 स्टेशनों पर 255, भोपाल मंडल के 12 स्टेशनों पर 320 व कोटा मंडल के 03 स्टेशनों पर 145 सीसीटीवी कैमरे लगाये जा चुके हैं। 

एक स्टेशन एक उत्पाद ऑउटलेट के सम्पूर्ण भारत में शुरूआत की पहली श्रृंखला (अक्टूबर 2022) में 750 स्टेशनों को चिन्हित किया गया है, जिसमें पश्चिम मध्य रेल पर 33 स्टाॅल संचालित किये जा रहे हैं जिसमें जबलपुर में-12, भोपाल में-10 तथा कोटा में-11) स्टाॅल स्थापित किये गये हैं।

यह बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई और सभी सदस्यों ने पश्चिम मध्य रेल की उपलब्धियों की प्रशंसा की। साथ ही रेलवे पर यात्री सुविधाएँ बढ़ाने में अपना सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।बैठक में कुल 26 सदस्यों ने भाग लिया। सभी सदस्यों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव एवं एजेंडे दिए।

बलदीप सिंह मैनी, जबलपुर ने सुझाव दिया कि जबलपुर स्टेशन के लिफ्ट एवं एस्केलेटर की सुविधाओं में विस्तार किया जाए। दिव्यांगजनों के लिए ट्रेन में चढ़ने-उतरने की रैम्प की उचित सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। जबलपुर से रायपुर के लिए नई ट्रेन चलाई जाए। अमर कंटक एक्प्रेसस ट्रेन के लिए निश्चित प्लेटफॉर्म का चयन किया जाए। 

अनुराग प्यासी, सागर ने सुझाव दिया कि हावड़ा-इन्दौर क्षिप्रा एक्सप्रेस ट्रेन के फेरे को बढ़ाते हुए प्रतिदिन किया जाए तथा सागर से पूणे के लिए नई ट्रेन चलाई जाए।  

अनिल कुमार श्रीवास्तव, रीवा ने सुझाव दिया कि रीवा-सीएसएमटी स्पेशल ट्रेन के फेरे में वृद्धि की जाए साथ ही रीवा-इतवारी एक्सप्रेस ट्रेन के फेरे में वृद्धि करते हुए प्रतिदिन चलाई जाए तथा रीवा स्टेशन में एटीएम सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। 

 बैठक के दौरान उपस्थित सदस्यों द्वारा चुनाव के माध्यम से राष्ट्रीय रेल उपयेागकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य के लिए नितेश लाल को चुना गया।

महाप्रबंधक  सुधीर कुमार गुप्ता ने क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों को गंभीरता से सुना और इन पर उचित कार्यवाई करने का आश्वासन दिया। अन्त में क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सचिव उपमहाप्रबंधक अनुराग पाण्डेय ने सबका आभार प्रकट किया।



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