डी जे संघवी कॉलेज की डीजेएस अंतरिक्ष टीम ने जीती यूरोपियन रोवर चैंपियनशिप

सरकार व उद्योग जगत करे प्रतियोगिताओं के लिए सहयोग  



मुंबई :-
द्वारकादास संघवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मुंबई की 'डीजेएस अंतरिक्ष ' टीम ने अपने करियर के दूसरे वर्ष में पोलैंड, यूरोप में आयोजित 'युरोपियन रोवर चेलेंज '(ERC) 2021 दुनिया में सबसे बड़ी की सबसे बड़ी अंतरिक्ष और रोबोटिक्स की प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अपनी उपलब्धियों के माध्यम से प्रथम स्थान पाकर भारत और महाराष्ट्र का मान बढ़ाया हैं।डी जे अंतरिक्ष
यह टूर्नामेंट जीतने वाली पहली एशियाई टीम थी। टीम ने प्रथम आने के अलावा सर्वश्रेष्ठ विज्ञान रिपोर्ट और सर्वश्रेष्ठ नेविगेशन इस विशेष श्रेणी में दो पुरस्कार भी जीते (Martian Rover at work on the MarsYard in Kielce University of Technology, Poland).

इस प्रतियोगिता में मंगल ग्रह पर भेजे जानेवाले क्यूरियोसिटी, परसिव्हरंस जैसे रोवर्स की प्रतिकृति बनाकर मंगल की कृत्रिम रूप से निर्मित सतह पर रिसर्च करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। साल 2020 में वैश्विक महामारी कोरोना के चलते आयोजकों ने 2021 में प्रतियोगिता को वर्चुअली ऑनलाइन किया था।टीम ने स्थापना के एक वर्ष में ही प्रतियोगिता में तीसरा स्थान मिला था। कामयाबी की इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए टीम ने इस वर्ष 38 देशों में प्रथम स्थान पाया।

ज्ञात हो यूरोपियन रोवर चैलेंज दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित रोबोटिक्स प्रतियोगिताओं में से एक है। इस प्रतियोगिता में जर्मनी, यूके, पोलैंड, कोलंबिया जैसे विभिन्न देशों की कई शीर्ष टीमें भाग लेती हैं। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य कॉलेज के युवाओं में अंतरिक्ष के बारे में जागरूकता पैदा करके मंगल ग्रह पर अनुसंधान को बढ़ावा देना है।पिछले साल द्वारकादास संघवी इंजीनियरिंग कॉलेज के चार जिज्ञासु युवाओं की अवधारणा और प्रोफेसरों के मार्गदर्शन में टीम का गठन किया गया था। कोरोना महामारी के चुनौतीपूर्ण दौर में टीम ने रास्ते में कई बाधाओं को पार कर यह उपलब्धि हासिल की है.


टीम को प्रोफेसर संजय देशमुख, प्रोफेसर वी. वेंकटरमन और प्रोफेसर तुषार सावंत का नेतृत्व व मार्गदर्शन प्रदान किया। टीम की उपलब्धि के लिए संघवी विद्यालय के प्राचार्य डॉ. डॉ. डॉ. हरि वासुदेवन, विभागाध्यक्ष अमित देशमुख और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने छात्रों की सराहना की। सामाजिक सांस्कृतिक संगठन युथ सोशल वेलफेयर एसोसिशन (युथ फोरम)की और से सम्मानित किया गया। फोरम के अध्यक्ष दीपक आर जैन व कोषाध्यक्ष सूरज नांदोला ने कहा की इस तरह के कार्यक्रमों में सरकार को सहयोग करना चाहिए ताकि इस तरह के कार्यक्रमों में प्रतियोगी भाग ले सके और देश को गौरान्वित कर सके।बड़ा दुखद हैं कि इस तरह की प्रतियोगिता में प्रतियोगियों को संघर्ष करना पड़ता हैं।जीसीएस बेंक्वेट हॉल में इस अवसर पर रवि टुन्ना,राहुल यादव,हसमुख परिहार आदि।

विजेता टीम के सदस्यों में केप्टन ऋत्विक भंगाले,वाईस कैप्टन संदीप जाला,टीम मेनेजर युक्ति शाह,इलेक्ट्रॉनिक हेड पार्श्वी दोशी,मेकेनिकल हेड वेदांत सिंह,कोडिंग हेड जज़ीब डावरे,साइंस हेड विशाल उमरिया के अलावा दर्शन मेहता मार्केटिंग हेड,ईशान पारिख,सानिया किरकिरे,केयूर भटारिया,ओंकार थोराट,श्रेया नायक,अंकित त्रिपाठी,रोहन देवाडिगा,राजुस नागवेकर, श्रीमन गुप्ता,शुभम मेहता,आदित्य अजमेरा,रीशी लखानी,धैर्य वीरा,पूजा सहाने,प्रिया गांधी,यशांक दसरापुरिआ,यश डांगे,दूरवांग परब,दिव्या नायडू,विधान शाह थे।टीम की एक प्रतियोगी पार्श्वी दोशी व प्रिया गांधी भायंदर से हैं।




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