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2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Opinion

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नए साल का स्वागत सभी को अपने-अपने तरीके से करने का हक़ और अधिकार है साल 2016 के आगमन के साथ ही कुछ धार्मिक व् सामाजिक संस्थाएं नव वर्ष मनाये जाने के विरोध में हल्ला मचाने में व्यस्त दिखाई दे रहे हैं! एक मित्र ने बताया कि हिन्दू जागरण मंच की तरफ से भी नव वर्ष मनाये जाने का विरोध हो रहा है! सवाल यह उठता है कि इस प्रकार का विरोध दर्ज करवा कर ये संस्थाएं आखिर क्या साबित करना चाहती हैं और इससे किसका भला होने वाला है! हमारा देश लोकतांत्रिक प्रणाली से चलता है! यहां सभी को अपने विचार प्रकट करने की छूट है! हमारे देश में सर्व धर्म सद्भाव के विचारों को वरीयता दी जाती है जो मानव धर्म के लिए हितकर है! कौन नया साल मनाये, कौन नहीं मनाये ! कैसे मनाये, कैसे नहीं मनाये ! यह स्वयं की मानसिकता या सोच पर निर्भर होना चाहिए है! इसमें किसी की दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए! हमारा देश अनेकताओं में एकता का देश है! यहां जितनी भाषा, धर्म और जाति के लोग रहते हैं, दुनिया के किसी भी अन्य देश में नहीं रहते, इसके बावजूद इस देश के लोगों का आपसी भाईचारा और एकता पूरे विश्व के लिए एक मिशाल है! कुछ स्वार्थी किस्म के लोग सद

Lions International

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वोक्हार्ट हॉस्पिटल ने गतिमन्द लोगो के साथ मनाई क्रिसमस

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  दीपक आर जैन  भायंदर-  :क्रिसमस में लाल टोपी , सफ़ेद दाढ़ी , मोटा सरीर , लाल कपड़ा पहने उपहार लिए आने वाला सांता का इंतजार  सभी करते है लेकिन  साधारण पोशाक में भी मीरा रोड स्तिथ वोक्हार्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर और  कर्मचारी  विरार स्तिथ निर्धार प्रतिष्ठान आश्रम के ४० गतिमन्द लोगो के सांता बनते  हुए उनके साथ क्रिसमस मनाया।  निर्धार प्रतिष्ठान पिछले २५ वर्षो से इन गतिमन्द लोगो को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही है। क्रिसमस या न्यू  ईयर भारत के सभी बढे शहरों में प्रतिस्पर्धा रूप से मनाया जाता है , और इसी  प्रतिस्पर्धा के  कारण  युवा पीढ़ी गलत दिशा की ओर अग्रसर कर रही है हमारी संस्कृति में सेलिब्रेशन का अर्थ दुर्बलों की सहायता करना , पिछड़े  वर्गो को आगे लाना होता है इसी बात को ध्यान में रखते हुए  वोक्हार्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर और  कर्मचारियों ने गतिमंदो  को आत्मनिर्भर  होने में हाथ बढ़ाया और उनके साथ दिन बिताया। इस अवसर पर गतिमंदो के बीच में मिठाइयां एवं उपहार बाटें गए , साथ ही में उनके साथ नाच, गाना , मिमिक्री, करते हुए क्रिसमस मनाया गया। अधिक जानकारी देते  हुए मीरा रोड स्तिथ वोक्हा

एक दवा निराली 15 सेकंड की ताली

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दीपक आर.जैन अरुण ऋषि 'स्वर्गीय 'द्वारा स्थापित आयुष्यमान भव ट्रस्ट दुनिया का पहला ऐसा ट्रस्ट हैं जो सिर्फ लोगों का विश्वास एकत्रित करता है,धन नहीं.पिछले कुछ वर्षों मैं इस संस्थान द्वारा संपूर्ण भारत में 1000 से ज्यादा शिविर आयोजित किये जा चुके हैं. आज के समय में जितनी भी खोजें हो रही हैं वह सिर्फ रुपयों के द्वारा,रुपयों के लिये तथा रुपये वालों के लिए ही हैं. परन्तु हम यह भूल गये कि हमारी चालीस प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीती हैं. यदि हम उनके सुखी या निरोगी होने की खोज नहीं की तो वह 60 प्रतिशत लोगों को भी सुखी नहीं रहने देगी. हमारे ट्रस्ट ने जितनी भी खोजे की हैं उसके द्वारा गरीब से गरीब व्यक्ति झोपडी में तथा बड़े से बड़ा व्यक्ति महलों मैं सहजता से कर हमारे वेद मंत्र 'सर्वे भवंतु सुखिन;  सर्वे सन्तु निरामया ' (सब सुखी हो ,सब निरोगी हो) की कल्पना को साकार कर सकते हैं. रामराज्य की पुनः स्थापना हो सकती हैं तथा भारत जगदगुरु के स्थान पर स्थापित हो सकता हैं.  ताली के माध्यम से दुनिया को स्वस्थ रहने के गुर सीखा रहे अरुण ऋषि एक दवा निराली 15 सेकंड की ताली के म

चर्चासत्र

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मीरा-भायंदर महनगरपालिका के नगरसेवक डॉ सुशील अग्रवाल ने रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के साथ चर्चासत्र में भाग लिया व सत्र के बाद उन्हें केशव shrastee स्थित गौशाला में निर्मित गौसंजीवनी उत्पादन भेंट दिये जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किये. (फोटो-विष्णु पारीख)

रेल आरक्षण में टोकन सुविधा फिर शुरू करने की मांग

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रेल आरक्षण में टोकन सुविधा फिर शुरू करने की मांग दीपक आर जैन/भायंदर गर्मी की छुट्टियों में गावं जानेवालों के लिए आरक्षित टिकटों के लिए बुकिंग शुरू हो गयी हैं. यात्री आरक्षण केन्द्रों पर गावं जानेवाले यात्रियों की कतारें और दलालों की सक्रियता भी देखने को मिलती हैं. मीरा-भायंदर स्टेशन के आरक्षण केन्द्रों पर यात्रियों को लम्बे समय तक लाइन मैं ना खड़ा रहना पड़े इसके लिए टोकन पद्धति शुरू करने की मांग मीरा-भायंदर महानगरपालिका के सभाग्रह नेता व भाजपा के वरिष्ठ नगरसेवक रोहिदास पाटिल ने की हैं. पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक को लिखे पत्र मैं पाटिल ने कहा की भायंदर और मीरा-रोड में बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय,राजस्थानी,गुजराती सहित अनेक राज्यों के लोग बड़ी संख्या में यात्रा करते हैं. आरक्षण केन्द्रों पर टिकट निकलने के लिए लंबी कतारें देखने को मिलती हैं और घंटों नंबर आने मैं लग जाते हैं. पाटिल ने कहा की टोकन पद्धति शुरू होने से लोगों का समय भी बचेगा और दलालों से भी मुक्ति मिल सकती हैं. सुबह जब खिड़की खुलती हैं तब कईबार बीच में दूसरे लोग घुस जाते हैं. इसकी वजह से क़तर मैं खड़े लोग ओपनिंग डेट का टिकट प

जल्द शुरू होगा टेम्बा अस्पताल

जल्द शुरू होगा टेम्बा अस्पताल  दीपक आर जैन भायंदर -मीरा-भायंदर मैं कई वर्षों से प्रलंबित पंडित भीमसेन जाोशी अस्पताल (टेम्बा) मार्च 2016 तक राज्य सरकार शुरू करेगी. ऐसा आश्वासन चिकित्सा मंत्री दीपक सावंत ने स्थानीय विधायक प्रताप सरनाईक को दिया हैं. 200 बिस्तरवाले इस अस्पताल को शीघ्र शुरू करने के लिए अदालती मामला भी चला था लेकिन महानगरपालिका ने बजट नहीं होने का कारण बताकर इसे चलाने में असमर्थता जता दी थी.जिसके बाद न्यायपालिका ने मनपा को आड़े हाथों लिया था.  ज्ञात हो मीरा-भायंदर की जनसंखया 10 लाख पार कर चुकी हैं लेकिन अभी तक अस्पताल नहीं होने से गरीब मरीजों को न चाहते हुए भी निजी अस्पतालों में जाना पड़ता हैं जिसका इलाज काफी महंगा होता हैं. मीरा  रोड स्थित राजीव गांधी अस्पताल में प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर्स सेवा देने को राजी हैं और इस संबंध मैं एक लिस्ट भी प्रशासन को दी थी और कुछ डॉक्टरों ने जाना भी शुरू किया था लेकिन अस्पताल के स्टाफ की और से इन्हे सहयोग नहीं मिल रहा होने की बात सूत्रों से पता चली हैं. पूर्व नगरसेवक मिलान म्हात्रे ने इस सरकारी अस्पताल को शुरू करने के लिए लम्बी लड़ा

पुलिस के एफआइआर ऐप को मिल रहा हैं प्रतिसा

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   दीपक आर जैन / भायंदर   मीरा-भायंदर शहर में आपात्कालीन स्थिति के दौरान ठाणे ग्रामीण पुलिस ने लांच किये एफआयआर (FIR) एप को जनता का भरपूर प्रतिसाद मिल रहा हैं. मात्र देड महीने में ही एक लाख से ज्यादा लोगों ने इस ऎप को अपने एंड्राइड मोबाइल पर डाउनलोड किया हैं. जिसमे बड़ी संख्या में लोगों ने ट्रायल के लिए मदद के बटन दबाए. इसके अलावा लाखो लोगों ने फेसबुक पर इसका वीडियो भी देखा और हजारों की संख्या में लोग इसे शेयर कर रहे हैं.यह जानकारी मीरा-भायंदर पुलिस उप-अधीक्षक सुहास बावचे ने दी. ज्ञात हो मीररोड पुलिस उपविभागीय कार्यालय ने एम्पायर इटेक सोल्युशन कंपनी के सहयोग से इसे बनाया गया है. श्री बावचे ने इसके लिये काफी मेहनत की हैं.उन्होंने बताया की गूगल प्ले स्टोर में जाकर एंड्राइड ओएस प्रणाली वाले मोबाइल में इसे डाउनलोड करने के बाद व्यक्ति को अपने दो वैकल्पिक संपर्क नंबर एवं पता लेकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. जो लोग पड़े लिखे नहीं हैं उनके लिए भी यह सुविधा बहुत उपयोगी हैं.         

मुस्लिमों के लिए कब्रिस्तान की मांग

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                                                दीपक आर जैन  भाईंदर मीरा भाईंदर शहर की तेजी से बढ़ रही आबादी में मुस्लिमों की जन संख्या में भी वृद्धि हुई है। भाईंदर पश्चिम में रहने वाले मुस्लिमों के लिए सिर्फ पांच गुंठे की जमीन ही कब्रिस्तान के लिए उपलब्ध है। कब्रिस्तान में जगह की कमी के कारण शव को दफनाने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विगत कई वर्षों से मुस्लिम संगठनो द्वारा कब्रिस्तान के लिए जगह की मांग की जा रही है। अब वर्ष २०१७ में मीरा भाईंदर शहर के नए विकास प्लान को मंजूरी मिलने वाली है। इसको देखते हुए पुनः कब्रिस्तान के जगह की मांग जोर पकड़ने लगी है। नए विकास प्लान में कब्रिस्तान की जगह आरक्षित करने की मांग विभिन्न मुस्लिम संगठनो ने मनपा प्रशासन सहित मुख्यमन्त्री और पालक मंत्री से भी की है।    ज्ञात हो की भाईंदर पूर्व और पश्चिम में रहने वाले मुस्लिमो के लिए सिर्फ भाईंदर पश्चिम के महेश नगर में आठ गुंठे क्षेत्रफल की एक ही कब्रिस्तान है। जिसमे से कुछ जमीन रोड विस्तारीकरण में चले जाने से प्रत्यक्ष में पांच गुंठे की ही जगह बची हुई है। उसमे भी बच्चों के शव को दफनाने के

गणी राजेन्द्रविजयजी म.सा.से केंद्रीय गृहमंत्री नेकी भेट

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परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री नित्यानंदसूरिस्वरजी  म. सा. के शिष्य शांति वल्लभ टाइम्स के मार्गदर्शक व सुखी परिवार फाउंडेशन प्रणेता गणी राजेन्द्रविजयजी म. सा. से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंग ने भेट कर आशिर्वाद लिया व उनसे विभिन्न सामाजिक,धार्मिक आदि विषयों पर चर्चा की.इस अवसर पर युवा नेता चिराग पासवान भी उपस्थित थे. (दीपक आर.जैन)     

जैन समाज का दबाव हुआ कामयाब

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जैन समाज का दबाव हुआ कामयाब  चोरी हुई भगवन महावीर की प्रतिमा बरामद  दीपक आर जैन  मुंबई -देश भर में बिराजमान साधु,साध्वियों सहित समस्त जैन समाज ने बिहार सरकार जमुई से चोरी हुई भगवान महावीर की  2600 साल पुरानी  प्रतिमा को बरामद करने पर आभार माना हैं.यह मूर्ति 27 नवंबर को चोरी हो गई थी।जैन समाज की मांग और  गंभीर घटना के चलते राज्य की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।इस संबंध में समाज  के कई प्रतिनीधि मंडलो ने भी अपने-अपने स्तर पर शहर ,जिला ,राज्य और केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण व्यक्तिओ से वार्तालाप करके जैन समाज की भावनाओ और रोष से उन्हें अवगत करा रहे थे। यहां तक कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मुख्यमंत्री से इस मामले में बात की थी। गौरतलब है कि बिहार की राजधानी पटना से करीब 170 किलोमीटर दूर मौजूद जमुई जिले में सिकंदरा के मंदिर से हथियार बंद बदमाशों ने भगवान महावीर की इस 2,600 साल पुरानी मूर्ति को चुरा लिया था।माना जाता है कि जैन धर्म के 24वें तीर्थांकर भगवान महावीर का जन्म सिंकदरा के क्षत्रियकुंड लछुआड़ में ही हुआ था है और यह स्थान

Shanti Vallabh Times

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CM

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परम पूज्य तपागच्छाधिपति आचार्य श्री प्रेमसूरिस्वरजी म. सा. व उनके शिष्य कार्यकुशल परम पूज्य आचार्य श्री कुलचंद्रसूरीस्वरजी (K . C)म. सा. से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस व आवास मंत्री प्रकाश मेहता ने आशिर्वाद लिया व विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.   

लोगों की बत्तीसी चमकाता खुशी डेंटल केअर

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दीपक आर जैन लोगों के चेहरों पर खुशी लाने का कार्य करता डा. नरपतसिंग राजपूत संचलित खुशी डेंटल केयर निरंतर प्रति की ओर अग्रसर है। कम समय में अच्छी और सही ट्रीटमेंट की वजह से क्लिनिक मीरा-भाईंदर शहर में अपनी अलग ही पहचान रखता है। यही वजह है कि स्थानीय लोगों के अलावा आसपास के उपनगरों से भी मरीज दांतों का ट्रीटमेंट हेतू यहां आते है । जून 2013 में भाईंदर (पश्‍चिम) के 90 फीट रोड पर जानकी आर्केड में बने खुशी डेंटल केयर के संचालक डा. नरपत राजस्थान के सांचोर शहर से है। चेन्नई में दंत चिकित्सा की पढ़ाई में मसूडों (Periodontist & Lmplantologist) ईलाज के विशेषज्ञ बने और काफी समय तक वहां प्रेक्टीस की परंतु मुंबई के उपनगर भाईंदर में उनके माता-पितां अकेले रहते थे, जिससे वे यहां आ गये। भाईंदर में दांतों के विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी थी, जिसके चलते विभिन्न दांतों की उपचारों के विशेषज्ञों की उन्होंने टीम बनाई। इसलिए उन्होंने इस पर जोर दिया, शुरु से उनका उद्देश्य यही रहा कि जिसे जो तकलीफ है उसका इलाज उसका विशेषज्ञ ही करें और उपचार में कम से कम सम

पानी कटौती पर राजनीति

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                                                  भायंदर- मीरा-भायंदर महानगरपालिका द्वारा दिवाली से शुरू की गयी 30 प्रतिशत पानी कटौती को लेकर सभ राजनैतिक पार्टियों मैं राजनीति शुरू हो गयी हैं.आश्चर्य तो इस बात का हैं की कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस अतिरिक्त 75 दशलक्ष लीटर पानी के पाइपलाइन का भूमिपूजन करके गए थे. लोगों मैं चर्चा इस बात की हैं की मुख्यमंत्री पानी बढ़ाने आये थे या घटाने?वाही रांकपा के सक्रिय होने के बाद भाजपा शिवसेना के स्थानीय नेताओं ने अपने शीर्ष नेताओं से मिलकर इसे तत्काल रद्द करने की मांग की हैं. स्थानीय विधायक नरेंद्र मेहता ने इस संबंध मैं मुख्यमंत्री से मुलाकात की लेकिन उन्हें इस बारें मैं कोई ठोश आश्वाशन नहीं मिला हैं. सभी पार्टियां अब यह बताने का प्रयास कर रही हैं की वे इसे रद्द करने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है वाही रांकपा ने कहा था की 48 घंटों मैं कटौती वापस नहीं ली गयी तो वे विधायक और महापौर का घेराव करेंगे लेकिन यह बात तो टांय टांय फीस हो गयी हैं. तो दूसरी और शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन व उद्योग मंत्री सुभा

गणी राजेन्द्रविजयजी म. सा. आदिवासी समाज का सूरज

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आदिवासी समाज को मुख्या धरा से जोड़ने मैं लगे गणी राजेन्द्रविजयजी म. सा.  दीपक आर जैन गणी राजेन्द्रविजयजी के मार्गदर्शन में अहिंसा,शांति और आदिवासी उत्थान एवं स्वस्थ समाज का अभियान चल रहा हैं. गुजरात के छोटा उदैपुर एवं बड़ोदा के आदिवासी अंचल में उन्होंने व्यक्ति सुधार के माध्यम से समाज सुधार का अभिनव उपक्रम चल रहा हैं. उनका अहिंसा विषयक विचार लोगों को प्रभावित कर रहा हैं. अहिंसा के प्रति लोगों में आस्था पैदा हो रही हैं. लोग यह महसूस कर रहे हैं कि रास्त्र में व्याप्त हिंसा का समाधान अहिंसा,शांति,सदभावना और अनेकान्त दृष्टि से ही संभव हैं. उनका सुखी परिवार अभियान अध्यात्म के स्पर्श से क्रांति के बीजों को स्थापित करने में अहम भूमिका निभा रहा हैं. आज हिंसा,उन्माद,युद्ध,आतंक और भ्रष्टाचार विश्व में बड़े पैमाने पर सर उठा रहा हैं. आज सभी राष्ट्र एक नाजुक मोड़ पर बारूद के ढेर पर खड़े हैं. आज भिन्न-भिन्न राष्ट्रों के द्वारा अपने प्रभुत्व का परिचय देने की आकांक्षा के कारण हिंसात्मक प्रवृत्तियाँ  एवं आतंकवादी प्रयासों से प्रसार हुआ हैं. आदिवासी लोगों को भी हिंसा के लिए उकसाया जाता रहा हैं.

लक्ष्य बदलने से कर्तव्य बदल जाता है- जैनाचार्य धर्मधुरंधरसूरीस्वरजी

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                                             दीपक आर जैन        भायंदर- भायंदर में चातुर्मास कर रहे  पंजाब केसरी परम पूज्य विजय वल्लभसुरिस्वरजी म. सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति परम पूज्य  आचार्य धर्मधुरंधर सुरिस्वरजी ने कहा है की जिस तरह से एक जला हुआ दीपक कई बुझे हुए दीपको को जला सकता है वैसे ही हम सब कर्तव्यनिष्ठ बन गए तो बहुतो को बना सकते है . भायंदर(पश्चिम) स्थित 90 फ़ीट रोड पर वल्लभ नगरी मैं युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक आर जैन व कमलेश शाह के सयोंजन मैं रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स(आरपीएफ)  जवानों के लिए  के लिए रखे गए'अपना कर्तव्य समझे व करे' पर विशेष प्रवचन के दौरान व्यक्त किये.  उन्होंने रेलवे सुरक्षा बल के 600 से ज्यादा जवानों  तथा अधिकारियो को संबोधित करते हुए कहा की हमें अपना कर्तव्य  समझना होंगा . लक्ष्य बदलने से कर्तव्य बदल जाता है अतः हमारा लक्ष्य एक ही होना चाहिए. उन्होंने कर्त्तव्य को परिभाषित करते हुए कहा की करते रहना ही कर्त्तव्य है अतः हर स्वरुप में व्यक्ति को सत्यनिष्ठ बनना चाइये क्योकि कर्त्तव्य के अभाव में अनुशाशनहींनता पनपती है दबाव पक्षपात

लायंस क्लब ऑफ़ भायंदर

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लायंस क्लब ऑफ़ भायंदर ने दिवाली स्नेह सम्मलेन का आयोजन किया जिसमे क्लब के अध्यक्ष लायन अशोक अग्रवाल,लायन जे पी.शर्मा,राजेंद्र डाखवे,रमेश भंडारी,अमिताभ दत्ता,लायनेस रेखा गुप्ता के अलावा बड़ी संख्या में लायन सदस्य उपस्थित थे.    

जिनसाशन का गौरव पंजाब केसरी आचार्य श्री विजय वल्लभसूरीस्वरजी म.सा.

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 समाज विकास में गुरुदेव का अतुलनीय योगदान                                                                                              दीपक आर जैन /मुंबई  आचार्य मानवता का भव्य प्रतिक हैं. जान जीवन का उच्चतम रूप आचार्य मैं ही प्रस्तावित होता हैं. जैन लोक चेतना के विकास के संरक्षण और प्रसारण मैं आचार्य का प्राधान्य स्पष्ट हैं.वह जान जीवन,सभ्यता और संस्कारों की विचारधारा का सफल प्रतिनिधि हैं,उसका उदार ह्रदय अखण्ड विश्वमैत्री का परिचायक हैं पंजाब केसरी परम पूज्य आचार्य श्री विजय वल्ल्लभसूरीस्वरजी म. सा.वे ऐसे ही प्रतापपूर्ण प्रतिभा संपन्न  थे. गुरुदेव त्याग और वैराग्य के,क्षमा और प्रेम के,स्नेह और सरलता के,विनय और वैयावृत के साक्षात प्रतीक एवं शांति व सौम्यता की साक्षात मंगलमूर्ति थे. उनकी संयम एवं साधनामय जीवन यात्रा सतत लक्ष्य बिंदु की और ही अग्रसर रही थी. जिस तरह कल कल करती सरित्ता की निर्मल अजस्त्र धरा लहरों से अठखेलियां करती मार्ग की विघ्न बाधाओं को चीरकर अपनी विजय ध्वजा लहराती हुई,सतत प्रवहमान रहती हैं. उसी प्रकार आचार्य  गुरुदेव की संयंधारा भी उछलती कूदती विचार उर्मियों से

भगवान महावीर का जीवन और दर्शन बहुआयामी हैं -सागरचन्द्र सागरससूरिस्वरजी

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       दीपक आर जैन  भायंदर- भगवान महावीर का जीवन और दर्शन बहुआयामी  हैं. महावीर ने जहां अहिंसा,अनेकान्त,अपरिग्रह का दृश्टिकोण दिया वहां उन्होंने स्वस्थ समाज सरंचना के सूत्र भी दिए. महावीर क्रांतदृस्टा ही नहीं,उत्क्रान्तेचा महापुरुष थे. उनके पास ऐसी क्षमता थी कि जिसमे वे पाखण्ड को सेमल की रुई की तरह रेशे रेशे कर उड़ा देते थे. जातिवाद,दासप्रथा,नारी उत्पीडन,कथनी,करनी मैं विसंगति आदि युगीन अंधेरों को दूर करने के लिए उन्होंने समता,सामंजस्य और सदाचार की ज्योति प्रज्वलित कि.us ज्योति में इतनी प्रखरता थी कि सघन अंधेरें भी एक साथ दरक हो गये. उपरोक्त विचार भायंदर(पश्चिम)स्थित बावन जिनालय जैन मंदिर में चातुर्मास हेतु बिराजमान परम पूज्य आचार्य श्री सागरचन्द्र सागरसूरिस्वरजी म. सा. ने व्यक्त किये. उन्होंने कहाँ की भगवान महावीर की ज्योति से जिसने भी अपनी आखों को आजा उसका प्रातः प्रशस्त हो गया. आचार्यश्री ने कहा की भगवान महावीर अंदर और बहार का युद्ध समाप्त कर जिस उचाई तक पहुंचे वहां तक जाने में हमे भी कुत्च पड़ाव अवश्य तय करने होंगे जैसे हम सही अर्थों में जीना सीखें औरों को समझना और सहन सीखे. उ

जैन धर्म और व्रत- आचार्य श्री धर्मधुरंधर सूरीस्वरजी म. सा.

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                                                                  जैन धर्म और व्रत  आचार्य श्री धर्मधुरंधर सूरीस्वरजी म. सा . दोनों प्रकार के धर्मों का उद्देश्य  हां,दोनों प्रकार के धर्मों का उद्देश्य एक ही हैं-सर्वथा कर्मों का क्षय,आत्मशुद्धि,वीतरागता,स्वस्वरूप में रमणता. किसी भी प्रकार की एंद्रेविक विश्वेच्छा,सांसारिक लिप्सा,स्वार्थमूर्ति,प्रलोभन यह धर्म का उद्देश्य नहीं हैं. हां,यह सही हैं कि दोनों प्रकार के धर्मों के पालन की रीति,नीति भिन्न-भिन्न हैं.  अनगारधर्म महाव्रत प्राचीन हैं तो सागराधर्म अणुव्रतप्रधान हैं. सातों प्रकार के व्यसनों का त्याग और मारगाणुसारिता के 35 गुणों का पालन तो गृहस्थधर्म-सागारधर्म की भूमिका है,नींव हैं.  महाव्रत और अणुव्रत  परमात्मा दृविचि धर्म मैं से प्रथम महाव्रत धर्म का उपदेश देतें हैं. तत्पश्चात अणुव्रतधर्म का. अणु यानि बाद में अथवा छोटे; महाव्रतों के बाद उपदिष्ट होने के कारण श्रावकधर्म के व्रत अणुव्रत कहलाते हैं;अथवा महाव्रत यानि बड़े बड़े व्रत और अणु यानि छोटे छोटे व्रत. महाव्रतों की अपेक्षा से छोटे होने के कारण श्रावकधर्म के व्रत  कहलाते हैं औ

इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स पर सेमिनार पर सम्पन्न

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                                                इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स पर सेमिनार पर सम्पन्न   भायंदर- सामाजिक सांस्कृतिक संगठन युथ फोरम व प्रेरणा फाउंडेशन की और से इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स पर सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमे राष्ट्रीय आरोग्य एवं सुरक्षा परिषद ने मार्गदर्शन किया.  भायंदर(पश्चिम)स्थित अवर लेडी ऑफ़ वैलंकनी हाईस्कूल एंड जूनियर कॉलेज में परिषद की भाषातज्ञ जयश्री केशव ने इंग्लिश सीखने के आसान तरीकों के बारे में जानकारी दी व कहा की हिंदी की तरह अंग्रेजी रोजमर्रा की जिंदगी में व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जरुरी भाषा होते जा रही हैं इसलिए अंग्रेजी भाषा का ज्ञान अब जरुरी हो गया हैं.  उन्होंने कहा की इंग्लिश बिलकुल सरल भाषा हैं,और हम इसे सीखने का प्रयास नहीं करते जिससे हमे यह कठिन लगती हैं. अपनी सोच बदलिये फिर देखिये कैसै आसान हो जाता हैं अंग्रेजी बोलना और सीखना. उन्होंने बताया की अंग्रेजी ऐसी भाषा हैं जिसे दुनियाभर में बोला जाता हैं.  आज हर तरह के बील की जानकारी,मोबाइल पर जानकारी आदि ज्यादातर इंग्लिश मैं ही होते हैं. पढाई में भी इसका प्रचलन बढ़ता जा रहा हैं. उन्होंने कहा की हम
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मध्यप्रदेश के शिक्षामंत्री पारस जैन   त्रिस्तुतिक संघ नायक परम पूज्य गच्छाधिपति  आचार्य श्री जयंतसेनससू रिश्वरजी म. सा. के  शिष्यरत्न मुनिराज श्री चरित्ररत्नविजयजी म. सा. से आशीर्वाद लेते हुए. इस अवसर पर उन्होंने उनके साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की व अपने सुझाव दिए. 

जैन धर्म और व्रत -आचार्य श्री धर्मधुरंधर सूरीस्वरजी म. सा

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धर्म-कर्म  जैन धर्म और व्रत आचार्य श्री धर्मधुरंधर सूरीस्वरजी म. सा. जैन धर्म अहिंसा,त्याग,टप,संयम,औए व्रतप्रधान परंपरा हैं. यहाँ तक कि स्वयं तीर्थंकर परमात्मा भी जब दीक्षा गृहण करते हैं तो उपस्थित देव देवियों,नर,नारियों के समक्ष सर्व सावद्धयोगों के त्याग के रूप में प्रत्याख्यान व्रत को स्वीकार करते हैं. सावद्धयोगों का त्याग यानि मन,वचन और काया से सभी प्राणातिपात   हिंसा,मृषावाद,झूठ,मैथुन,लोभ,क्रोध,मान,माया,मान,राग आदि विकारों को जाने अंजाने न करने का संकल्प. हां,त्याग,टप,सयमादिमय के पश्चात जब वे ज्ञानावर्णीय,दर्शनावरणिय,मोहनिय और अंतरायस्वरुप घाती कर्मों का समूल क्षय कर देते हैं;केवलज्ञान  केवलदर्शन की शक्ति को आत्मा में सर्वाशत;उजागृत कर चुके होते हैं.;जब तीर्थंकर नामकर्म उनके उदय मैं आ चुका होता हैं,चारों निकायों के देवता मिलकर समवसरण की रचना करते हैं और परमात्मा समवसरण मैं बिराजमान होकर प्रथम देशना देते हैं तब वे दो प्रकार के धर्म का उपदेश देते हैं- अनगारधर्म और सागराधर्म।  अनगारधर्म यानि श्रमणधर्म-सर्वविरतिधर्म और सागराधर्म यानि देशविरतिधर्म-श्रावकधर्म. सागराधर्म यानि ग

कमलेश शाह ZRUCC सदस्य मनोनीत

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                                                     कमलेश शाह ZRUCC सदस्य मनोनीत  भायंदर-भारतीय रेल प्रवासी के संस्थापक व अनेक वर्षों से प्रवासियों की समस्याओं को हल करने में अहम भूमिका निभानेवाले कमलेश एन शाह को रेल मंत्रालय,भारत सरकार ने पश्चिम रेलवे के जनरल मैनेजर की सिफारिश पर ZRUCC पश्चिम रेलवे का सदस्य मनोनीत किया हैं. उनकी नियुक्ति पर सांसद चिंतामण वणगा, महापौर गीता भारत जैन,मीरा भायंदर महानगरपालिका के सभाग्रह नेता रोहिदास पाटील,भाजपा मंडल भायंदर अध्यक्ष रवि बी जैन,युथ फोरम के राकेश अग्रवाल,भाजपा गुजरती सेल के जिलाध्यक्ष सुरेश पोपट, भारत मर्चेंट चैम्बर के शिव कानोडिया,गुजरती समाज के अध्यक्ष प्रवीण पटेल, डॉ रमेश जैन,डॉ राजेश चव्हाण सहित अनेक महानोभवों ने बधाई दी हैं. कमलेश शाह 1990 से अपनी संस्था के माध्यम से प्रवासियों की समस्याओं को प्रशाशन तक पंहुचा रहे है. 2001 में बांद्रा से सूरत इंटरसिटी शुरू करवाने में उनकी भूमिका बहुत ही महत्व पूर्ण थी. इसके अलावा मुंबई-पालीताणा ट्रैन शुरू करवाने के लिए अनेक जैन संघो का व देश के कई सांसदों का संपर्क कर समर्थन में पत्र लिया था. भा

नमो अरिहंताणं का महत्व - गणि राजेन्द्र विजयजी

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        दीपक आर जैन                                            गणि श्री राजेन्द्र विजय जी मा.सा. ने  सकल जैन समाज के सामने निवेदन किया कि जिन किसी के भी पास अपनी कार है वे सभी अपने कार के पीछे 'नमो अरिहंताणं' अवश्य लिखवायें।       इसके उन्होंने कई फायदे बताये :- 1) किसी भी साधर्मिक जिसकी कार के पीछे नमो अरिहंताणं लिखा हो उस व्यक्ति से मुश्किल वक्त में मदद ले सकते हो। 2) उस व्यक्ति की मुसीबत में मदद कर सकते हो। 3) आपकी कार के पीछे वाला व्यक्ति जितनी बार भी नमो अरिहंताणं पढ़ेगा उसके शुभ कर्मो का बंध होगा। 4) थोड़ी सी भी श्रद्धा जग जाये तो अगले भव में जैन धर्म मिले बिना नहीं रहेगा। 5) जिज्ञासा जागने पर इसी भव में अरिहंत का परिचय प्राप्त करने की कोशिश कर सकता है। इससे धर्म का प्रसार होगा। 6) अन्य जैनेतर भाई बहिन भी जैनो के सुचरित्र से परिचित है ही। इससे आपको मानव सेवा का अवसर मिल सकता है।     इसी जैसे अन्य भी कई लाभ है।    अगर यह विचार आपको पसंद आये तो इस सन्देश को अवश्य प्रसारित करें व् तुरंत ही अपने चौपहिया वाहन के पीछे नमो अरिहंताणं अवश्य लिखवायें।  'जय जिनेन्द्र