वोक्हार्ट हॉस्पिटल ने गतिमन्द लोगो के साथ मनाई क्रिसमस


 

दीपक आर जैन 
भायंदर- :क्रिसमस में लाल टोपी , सफ़ेद दाढ़ी , मोटा सरीर , लाल कपड़ा पहने उपहार लिए आने वाला सांता का इंतजार  सभी करते है लेकिन  साधारण पोशाक में भी मीरा रोड स्तिथ वोक्हार्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर और  कर्मचारी  विरार स्तिथ निर्धार प्रतिष्ठान आश्रम के ४० गतिमन्द लोगो के सांता बनते  हुए उनके साथ क्रिसमस मनाया। 
निर्धार प्रतिष्ठान पिछले २५ वर्षो से इन गतिमन्द लोगो को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही है। क्रिसमस या न्यू  ईयर भारत के सभी बढे शहरों में प्रतिस्पर्धा रूप से मनाया जाता है , और इसी  प्रतिस्पर्धा के  कारण  युवा पीढ़ी गलत दिशा की ओर अग्रसर कर रही है हमारी संस्कृति में सेलिब्रेशन का अर्थ दुर्बलों की सहायता करना , पिछड़े  वर्गो को आगे लाना होता है इसी बात को ध्यान में रखते हुए  वोक्हार्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर और  कर्मचारियों ने गतिमंदो  को आत्मनिर्भर  होने में हाथ बढ़ाया और उनके साथ दिन बिताया।

इस अवसर पर गतिमंदो के बीच में मिठाइयां एवं उपहार बाटें गए , साथ ही में उनके साथ नाच, गाना , मिमिक्री, करते हुए क्रिसमस मनाया गया।
अधिक जानकारी देते  हुए मीरा रोड स्तिथ वोक्हार्ट हॉस्पिटल के रवि हिरवानी ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा की "इन लोगो के मासूम चहरे पर ख़ुशी  हमारे लिए क्रिसमस का उपहार है, बहुत गर्व की बात हैं की हर पल अपने जीवन में संघर्ष  कर रहे बच्चों को निर्धार प्रतिष्ठान के लोग एक नए जीवन को जीने की नयी उम्मीद को बढ़ा रहे है। हिरवानी  की आने वाले वर्ष में गरिमा और दृढ़ संकल्प के साथ हम इन बच्चो के लिए स्वास्थ्य से संबंधित गतिविधियों में मदद करने को तत्पर रहेंगे। " 

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में दीपक नाईक  और श्रीहास चूरी  के साथ -साथ  प्रतिष्ठान के सभी शिक्षक कर्मचारियों का योगदान रहा।

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