नमो अरिहंताणं का महत्व - गणि राजेन्द्र विजयजी
दीपक आर जैन
गणि श्री राजेन्द्र विजय जी मा.सा. ने सकल जैन समाज के सामने निवेदन किया कि जिन किसी के भी पास अपनी कार है वे सभी अपने कार के पीछे 'नमो अरिहंताणं' अवश्य लिखवायें।
इसके उन्होंने कई फायदे बताये :-
1) किसी भी साधर्मिक जिसकी कार के पीछे नमो अरिहंताणं लिखा हो उस व्यक्ति से मुश्किल वक्त में मदद ले सकते हो।
2) उस व्यक्ति की मुसीबत में मदद कर सकते हो।
3) आपकी कार के पीछे वाला व्यक्ति जितनी बार भी नमो अरिहंताणं पढ़ेगा उसके शुभ कर्मो का बंध होगा।
4) थोड़ी सी भी श्रद्धा जग जाये तो अगले भव में जैन धर्म मिले बिना नहीं रहेगा।
5) जिज्ञासा जागने पर इसी भव में अरिहंत का परिचय प्राप्त करने की कोशिश कर सकता है। इससे धर्म का प्रसार होगा।
6) अन्य जैनेतर भाई बहिन भी जैनो के सुचरित्र से परिचित है ही। इससे आपको मानव सेवा का अवसर मिल सकता है।
इसी जैसे अन्य भी कई लाभ है।
अगर यह विचार आपको पसंद आये तो इस सन्देश को अवश्य प्रसारित करें व् तुरंत ही अपने चौपहिया वाहन के पीछे नमो अरिहंताणं अवश्य लिखवायें।
'जय जिनेन्द्र '
गणि श्री राजेन्द्र विजय जी मा.सा. ने सकल जैन समाज के सामने निवेदन किया कि जिन किसी के भी पास अपनी कार है वे सभी अपने कार के पीछे 'नमो अरिहंताणं' अवश्य लिखवायें।
इसके उन्होंने कई फायदे बताये :-
1) किसी भी साधर्मिक जिसकी कार के पीछे नमो अरिहंताणं लिखा हो उस व्यक्ति से मुश्किल वक्त में मदद ले सकते हो।
2) उस व्यक्ति की मुसीबत में मदद कर सकते हो।
3) आपकी कार के पीछे वाला व्यक्ति जितनी बार भी नमो अरिहंताणं पढ़ेगा उसके शुभ कर्मो का बंध होगा।
4) थोड़ी सी भी श्रद्धा जग जाये तो अगले भव में जैन धर्म मिले बिना नहीं रहेगा।
5) जिज्ञासा जागने पर इसी भव में अरिहंत का परिचय प्राप्त करने की कोशिश कर सकता है। इससे धर्म का प्रसार होगा।
6) अन्य जैनेतर भाई बहिन भी जैनो के सुचरित्र से परिचित है ही। इससे आपको मानव सेवा का अवसर मिल सकता है।
इसी जैसे अन्य भी कई लाभ है।
अगर यह विचार आपको पसंद आये तो इस सन्देश को अवश्य प्रसारित करें व् तुरंत ही अपने चौपहिया वाहन के पीछे नमो अरिहंताणं अवश्य लिखवायें।
'जय जिनेन्द्र '
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